पिछले दिनों एक ऐसी खबर आई जिसने सभी को हिलाकर रख दिया। महाराष्ट्र के एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के एक वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया था। उस पर पाकिस्तान के लिए कथित तौर पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए एटीएस ने बताया कि ये मामला ‘हनी ट्रैप’ का है। प्रदीप कुरुलकर (Pradeep Kurulkar) नाम के वरिष्ठ वैज्ञानिक पुणे में काम करता था। वह एक पाकिस्तानी महिला एजेंट से व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में था। ATS ने महिला पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में पुणे से गिरफ्तार किया था।
आरोपी DRDO में वरिष्ठ पद पर रह चुका है। उसे 3 मई को गिरफ्तार किया गया। ATS की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि वैज्ञानिक को पता था कि उसके पास जो आधिकारिक गुप्त जानकारी है अगर वह दुश्मन को मिल जाती है तो इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, इसके बावजूद उसने जानकारी उपलब्ध कराई।
दिसंबर 2022 से दे रहा था खुफिया जानकारी
ATS के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी की एक महिला खुफिया एजेंट ने सितंबर 2022 में व्हाट्सएप के जरिए आरोपी से संपर्क किया और तब से वे दोनों व्हाट्सएप मैसेज और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में थे। अधिकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान कुरूलकर ने स्वीकार किया कि उसने महिला के साथ वीडियो चैटिंग की थी। उन्होंने कहा कि आरोपी के दो मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को जब्त कर फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है।
अधिकारी को फंसाने की कोशिश कर रहे थे पाकिस्तानी
विज्ञप्ति के मुताबिक, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मुंबई में एटीएस की कालाचौकी इकाई में मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है। आरोपी वैज्ञानिक 2022 से पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था। जांच शुरू होने के बाद उसे पद से बर्खास्त कर दिया गया।
मामले की जांच के दौरान एजेंसियों को पता चला कि पाकिस्तानी महिला उसी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर इंटेलिजेंस विभाग में काम करने वाले एक अधिकारी से बात करने की कोशिश कर रही थी ताकि वो भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी इकट्ठा कर सके।
ATS के अधिकारी ने बताया कि जब वो DRDO के वैज्ञानिक कुरुलकर की कॉल और डेटा के डिटेल्स की छानबीन कर रहे थे तभी उन्हें इस इंटेलिजेंस विभाग में काम करने वाले अधिकारी का नंबर मिला।
इसके बाद एटीएस ने उस अधिकारी का मोबाइल फोन और दूसरे संबंधित गैजेट को फोरेंसिक लैब भेज दिया है। अधिकारी ने यह भी बताया कि आगे की कार्रवाई इस बात पर निर्भर करेगी कि क्या उस अधिकारी ने भी कोई कॉन्फिडेंशियल या कोई क्लासीफाइड जानकारी उस महिला से शेयर की थी क्या?
वैज्ञानिक की पुलिस हिरासत 15 तक बढ़ाई गई
पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किए गए वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर की पुलिस हिरासत पुणे की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को 15 मई तक के लिए बढ़ा दी। तीन मई को गिरफ्तारी के बाद वह पुलिस हिरासत में था। आरोपी की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि वैज्ञानिक से जब्त किए गए उपकरणों की फॉरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है और मामले की आगे की जांच के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है।
बचाव पक्ष के वकील ऋषिकेश गानू ने हिरासत बढ़ाने की मांग करने वाली याचिका का विरोध करते हुए कहा कि सभी आवश्यक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है और उनका मुवक्किल अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहा है। दोनों की जिरह सुनने के बाद अदालत ने कुरुलकर की पुलिस हिरासत 15 मई तक बढ़ा दी।
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