मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले (Chhindwara district of Madhya Pradesh) से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिस लड़की की हत्या के आरोप में 9 साल पहले पुलिस ने उसके पिता और भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वह लड़की अब जिंदा घर लौट आई है। मुर्दा लड़की ने खुद जब थाने जाकर अपने जीवित होने की गवाही दी, तो सभी के होश उड़ गए। इस घटना के बाद पुलिस जांच और अधिकारियों की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, दरअसल, 13 जून 2014 को भोपाल से लगभग 300 किमी दूर छिंदवाड़ा जिले के जोपनला गांव की रहने वाली 14 साल की लड़की कंचन उइके (Kanchan Uike) अचानक लापता हो गई। इसके बाद उसके पिता सन्नू उइके ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन काफी तलाश के बावजूद कंचन का कुछ भी पता नहीं चला। लड़की के लापता होने के 7 साल बाद पुलिस ने 2021 में मामले को सुलझाने का दावा करते हुए कहा कि लड़की की हत्या उसके भाई सोनू ने की है। पुलिस ने कहा कि इस हत्या में उसका पिता भी शामिल था। बाद में पुलिस ने कथित आरोपी भाई और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया। पिता करीब एक साल तक जेल में रहा, जिसके बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। जबकि उसका भाई अभी भी जेल में है। परिवार ने वर्षों तक इस कलंक को झेला।
9 साल बाद जिंदा लौटी लड़की
इस बीच, मामले में एक नया मोड पिछले सप्ताह बुधवार को तब आया जब मुर्दा हुई लड़की खुद ही थाने पहुंच गई और कहा कि वह अभी जिंदा है। लड़की के जिंदा लौट आने के बाद अब पुलिस भी हैरान है। कंचन (जो अब दो बच्चों के साथ एक विवाहित महिला है) का कहना है कि उसने अपने परिवार से असहमति के बाद घर छोड़ दिया था और उज्जैन में बसने से पहले भोपाल आ गई। उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि उसके भाई और पिता पर उसकी हत्या का आरोप लगाया जाएगा।
अपने बचपन की यादें साझा करने के बाद उसकी मां ने उसकी पहचान की पुष्टि की। मां ने उसे बताया कि उसका भाई अभी भी सलाखों के पीछे है। हैरान और व्यथित कंचन तुरंत पुलिस के पास गई और मांग की कि उसके भाई को तुरंत रिहा किया जाए और उसके परिवार को मुआवजा दिया जाए। कंचन ने पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार से नाराज होकर चली गई थी। बाद में उसने आगर-मालवा जिले के एक युवक से शादी कर ली। अब उसके दो बच्चे हैं।
महिला से बताया कि वो अपने पति और बच्चों के साथ बहुत खुश है। अब महिला के दावे के बाद पुलिस विभाग फिर से मामले की जांच कहने की बात कर रहा है। महिला ने बताया कि जब वह अपने सुसराल में थी तभी उसके गांव का एक युवक उसे मिला। महिला ने कहा कि वह उस युवक को नहीं पहचानती थी। लेकिन उन्होंने मुझे पहचान लिया। जब मैंने उनसे अपने घर वालों के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे जो जानकारी दी मैं हैरान रह गई।
पुलिस जांच पर सवाल
लड़की के जिंदा वापस आने के बाद अब पुलिस जांच पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जांच में पुलिस ने कब्र से एक लड़की का शव जांच के लिए निकाला था। सन्नू उइके ने 2014 में अमरवाड़ा थाने में अपनी 14 साल की बेटी कंचन उइके के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में 7 साल बाद पुलिस एक दिन अचानक गांव पुहंची और कब्र खोदकर कंकाल बाहर निकाला। लड़की के पिता और भाई को आरोपी बनाते हुए जेल में डाल दिया। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस ने जिस लड़की का शव बरामद किया था वह किसका है?
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