चीन के झेजियांग (Zhejiang-based company in China) में स्थित एक कंपनी ने इस साल जनवरी में एक आदेश जारी कर “परिवार के प्रति वफादार रहने और पति-पत्नी के बीच प्यार की कॉर्पोरेट संस्कृति की वकालत करने” के लिए अपने कर्मचारियों को किसी भी एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर्स में शामिल होने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी थी। कंपनी के नए नियम के अनुसार, कोई भी कर्मचारी तलाकशुदा नहीं होना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रतिबंध सभी विवाहित कर्मचारियों पर लागू होता है। इसका उद्देश्य परिवार के प्रति वफादारी को बढ़ावा देना और प्रोडक्टिव वर्किंग एनवायरमेंट बनाए रखना है। हालांकि, प्रतिबंध की वैधता के बारे में चिंता व्यक्त की गई है। कानूनी एक्सपर्ट्स ने कहा है कि यह आदेश कर्मचारियों के अधिकारों का उल्लंघन कर सकता है।
क्या है पूरा मामला?
हांगकांग से प्रकाशित अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी कंपनी ने विवाहित कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का नया नियम जारी कर दिया है। इस नियम के आने के बाद से सोशल मीडिया पर बहस जारी है। इंटरनेशनल मीडिया में भी कंपना का नया कानून सुर्खियों में छाया हुआ है। कंपनी ने पिछले 9 जून को ‘एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर प्रॉहिबिशन’ नाम से उपरोक्त आदेश जारी किया था।
कंपनी ने कहा कि नया कानून सभी विवाहित कर्मचारियों पर लागू होगा। कानून के बारे में बताने वाला जो डॉक्यूमेंट जारी किया गया है, उसमें इसके बारे में विस्तार से बताया गया है। कानून के मुताबिक कंपनी के आंतरिक मैनेजमेंट को मजबूत करने के लिए, परिवार के प्रति वफादार होने और पति और पत्नी के बीच प्यार भरे कॉरपोरेट कल्चर को बढ़ाने के लिए, परिवार की बेहतर सुरक्षा और काम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए, जो कर्मचारी विवाहित हैं, उन्हें एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर्स रखने या फिर मिस्ट्रेस रखने जैसा ‘गंदा व्यवहार’ करने से रोका जाता है।
कंपनी के डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि जो कोई भी नियम का उल्लंघन करता पाया जाएगा उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा। कंपनी ने यह भी कहा कि वह 4 ‘N’ लागू कर रही है जिनका मतलब है नो एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर, नो मिस्ट्रेस, नो इलीसिट रिलेशनशिप और नो डिवोर्स…। कंपनी ने साफ कर दिया है कि जो भी इन शर्तों का उल्लंघन करता पाया जाएगा, उसे निकाल दिया जाएगा।
लोगों की प्रतिक्रिया
कंपनी के एक अनाम कर्मचारी ने बताया कि यह प्रतिबंध कर्मचारियों को ‘स्थिर और सामंजस्यपूर्ण परिवार’ और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना था। हालांकि कंपनी ने यह फैसला क्यों लिया या संस्थान पर इसका कैसे प्रभाव पड़ा, अभी तक स्पष्ट नहीं है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसका स्वागत किया है तो कुछ लोगों ने व्यक्तिगत स्वतंत्रता और निजता के उल्लंघन के रूप में प्रतिबंध की आलोचना की। एक युवक ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘शादी में धोखा देना शायद काफी आम बात है। राज्य के अधिकारियों को हस्तक्षेप करना चाहिए। अब एक कंपनी इस बुरे बर्ताव के खिलाफ लड़ने की पहल करती है। यह समाज के लिए सकारात्मक ऊर्जा है और कंपनी हमारे सम्मान की हकदार है।’
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