‘बिग बॉस 16’ के रनर-अप रहे शिव ठाकरे (Shiv Thakare) ने एक हालिया इंटरव्यू में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच (Casting Couch) को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। शिव ठाकरे ने कास्टिंग काउच का कड़वा एक्सपीरियंस बताया है। उन्होंने बताया कि मुंबई आने के बाद उन्हें पता चला कि इस शहर में सिर्फ लड़कियों को ही नहीं बल्कि लड़कों को भी शिकारियों से डर लगता है। ‘रोडीज’ और ‘बिग बॉस’ जैसे रिएलिटी शोज से प्रसिद्धि पाने वाले शिव ठाकरे ने अपने शुरुआती दिनों को याद किया। ठाकरे ने बताया कि मुझे एहसास हुआ कि कास्टिंग काउच सिर्फ लड़कियों के लिए नहीं, लड़कों के लिए भी है।
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में शिव ठाकरे ने कहा कि शुरुआती दिनों की बात है। मैं किसी चीज का ऑडिशन देने आराम नगर गया था। वहां पर मौजूद कास्टिंग डायरेक्टर मुझे बाथरूम ले गया। बाथरूम में उसने मुझसे कहा कि मैं ऑडिशन के बाद उससे मसाज सेंटर पर मिलूं। उसके शब्द कुछ ऐसे थे। यहां पर न एक मसाज सेंटर है। ऑडिशन के बाद तुम वहां आओ, तुम तो वर्कआउट भी करते हो। मुझे समझ नहीं आया कि रोल और मसाज सेंटर का क्या संबंध। लेकिन, फिर भी मैं वहां चला गया। मैं नहीं चाहता था कि उस कास्टिंग डायरेक्टर से मेरा कोई पंगा हो।
उन्होंने कहता कि उस दिन मुझे समझ आया कि जब कास्टिंग काउच की बात आती है न तब पुरुषों और महिलाओं के बीच कोई भेदभाव नहीं होता है। शिव ठाकरे ने कहा कि चूंकि वह कास्टिंग डायरेक्टर था, इसलिए मैं कोई पंगा नहीं लेना चाहता था। मैं सलमान खान नहीं हूं। मुझे एहसास हुआ कि कास्टिंग काउच सिर्फ लड़कियों के लिए नहीं, लड़कों के लिए भी है। शिव ठाकरे को एक बार नहीं, बल्कि दो बार कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा।
11 बजे रात में ऑडिशन के लिए बुलाया
शिव ने आगे कहा, ‘एक बार नहीं दूसरी बार भी मेरे साथ ऐसा ही कुछ हुआ। चार बंगलो में एक मैडम थीं। वह दावा कर रही थीं कि उन्होंने कई लोगों का करियर बनाया है और मेरा भी करियर बना देंगी। लेकिन, इसके लिए मुझे रात के 11 बजे ऑडिशन देने उनके पास जाना पड़ेगा। मैं समझ गया कि रात में उन्हें मेरा कौन-सा ऑडिशन लेना है। इसलिए मैंने बहाना बना दिया। मैंने उनसे कहा कि मुझे कुछ काम है। हालांकि, मेरे मना करने पर वह भड़क गईं। उन्होंने कहा कि ऐसे मुझे इंडस्ट्री में कभी भी कोई भी काम नहीं देगा।’ उन्होंने कहा कि और भी बहुत कुछ बोला। वे आपको डिमोटिवेट और मेनिपुलेट करेंगे। हालांकि, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता है।
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