सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में यह वैवाहिक कार्यवाही वर्ष 2009 से संबंधित है। फेमिनिस्ट ग्रुप और महिला सशक्तिकरण NGO अक्सर न्यायिक व्यवस्था के भीतर पितृसत्ता की कथा का प्रसार करेंगे, और यह कि पितृसत्तात्मक मानसिकता महिलाओं को न्याय के बिना कैसे छोड़ देती है। हालांकि, जमीनी सच्चाई एक अनुमान से बहुत दूर है, और ऑनलाइन … Continue reading ‘पत्नी हमेशा सही होती है, हम सब भुक्तभोगी हैं’, 2009 में तलाक के मामले में सुप्रीम कोर्ट के जज मार्कंडेय काटजू की टिप्पणी
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed