देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक 64 साल के कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे तीन करोड़ रुपये से अधिक की उगाही करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस की चार्जशीट के अनुसार, मोनिका भगवान उर्फ देव चौधरी नामक महिला ने 2019 में मुर्गे के खून का इस्तेमाल कर मुंबई के होटल में बिजनेसमैन पर यौन उत्पीड़न करने की कोशिश का आरोप लगाया। चार्जशीट के मुताबिक, महिला ने हाथों पर मुर्गे का खून लगाकर पुलिस से कहा था कि वह इस दौरान घायल हो गई। उसने बिजनेसमैन से कथित तौर पर 3.26 करोड़ रुपये वसूल लिए।
क्या है पूरा मामला?
इंडिया टुडे के मुताबिक, 2021 में महाराष्ट्र के कोल्हापुर के एक व्यवसायी ने सहार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई कि मोनिका और उसके सहयोगियों ने उसे फंसाया और 3.26 करोड़ रुपये की उगाही की। आरोपियों ने 2019 में उसका एक वीडियो रिकॉर्ड किया था, जिसका इस्तेमाल वे उसे धमकी देते हुए कहते थे कि वे उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराएंगे। वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उन्होंने दो साल की अवधि में उससे करोड़ों रुपये वसूल लिए।
64 वर्षीय व्यवसायी की मुलाकात 2016 में गोवा में अनिल चौधरी से हुई थी, जहां उन्होंने एक-दूसरे के साथ नंबरों का आदान-प्रदान किया। वे लगातार संपर्क में रहे और 2018 में अनिल ने उन्हें एक फैशन डिजाइनर लुबना वजीर से मिलवाया। मार्च 2019 में कारोबारी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास एक पांच सितारा होटल में रुके थे। जब चौधरी ने उनसे पूछा कि क्या सपना और मोनिका उनके साथ डिनर में शामिल हो सकती हैं, जिस पर वह सहमत हो गए। सपना और मोनिका होटल पहुंचीं और शिकायतकर्ता से उसके कमरे में मिलीं।
इसके तुरंत बाद, सपना यह कहते हुए कमरे से बाहर चली गई कि उसे होटल की लॉबी में किसी को कुछ दस्तावेज सौंपने हैं। उसी समय मोनिका होटल के कमरे के वॉशरूम के अंदर चली गई। कुछ ही देर बाद किसी ने कमरे की घंटी बजाई और जब बिजनेसमैन ने दरवाजा खोला तो सपना चिल्लाने लगी और अपने फोन से वीडियो रिकॉर्ड करने लगी। उसने कारोबारी पर मोनिका के साथ जबरन यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। इस दौरान उसने अपने कपड़े उतारकर खुद को बेडशीट से ढक ली थी।
मोनिका के कपड़ों और जिस बेडशीट से वह खुद को ढकती थी उस पर भी खून के धब्बे थे, जिसके बारे में उसका कहना है कि यह कथित यौन उत्पीड़न का नतीजा है। घबराए व्यापारी ने अनिल को फोन कर हालात के बारे में जानकारी दी। अनिल बाद में वहां पहुंचा और तीनों ने उससे 10 करोड़ रुपये की मांग करते हुए कहा कि अगर उसने उन्हें रकम नहीं दी तो वे उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज करा देंगे और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे।
आखिरकार 75 लाख रुपये में समझौता हो गया। लेकिन उसके बाद उन्होंने दो साल की अवधि में पीड़ित से 3.26 करोड़ रुपये वसूल लिए। उसी साल अक्टूबर में आरोपी ने पीड़ित का अपहरण भी किया और 27,000 रुपये एवं 1 लाख रुपये की सोने की चेन भी छीन ली। लगातार रंगदारी और ब्लैकमेल से तंग आकर पीड़िता ने 17 नवंबर 2021 को सहार थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और सपना और अनिल को रंगदारी की रकम लेते समय गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, मोनिका भागने में सफल रही और बाद में जून 2022 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने कई अन्य पीड़ितों को भी ब्लैकमेल कर जबरन वसूली की थी। उन्होंने अपने कुछ पीड़ितों के खिलाफ झूठे मामले भी दर्ज कराए थे। जांच टीम ने तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से 49.35 लाख रुपये भी बरामद किए। जांच में पाया गया कि उन्होंने इस मामले में शिकायतकर्ता को फंसाने के लिए मुर्गे के खून का इस्तेमाल किया था।
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