Bulli Bai App Case: ‘बुल्ली बाई’ ऐप पर पीड़ित महिलाओं में से एक द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच के साइबर पुलिस स्टेशन (पश्चिम) ने 1 जनवरी को आईपीसी और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत उन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिन्होंने ऐप को डेवलप किया था और कुछ ट्विटर हैंडल द्वारा बाद में इसका प्रचार-प्रसार किया था।
बुल्ली बाई ऐप को 31 दिसंबर को यूएस-आधारित वेब प्लेटफॉर्म ‘गिटहब’ पर तैयार किया गया था। ‘नीलामी’ के लिए इस ऐप पर 100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं की छेड़छाड़ की गई तस्वीरें डाली गई थी और ये कहा जा रहा था कि वे ‘बिक’ सकती हैं। इनमें कई प्रमुख महिला पत्रकारों और कार्यकर्ताओं की भी तस्वीरें शामिल थीं।
इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पहली गिरफ्तारी बेंगलुरु के एक इंजीनियरिंग छात्र 21 वर्षीय विशाल कुमार (Vishal Kumar) के तौर पर थी और दूसरी गिरफ्तारी एक 18 वर्षीय लड़की श्वेता सिंह (Shweta Singh) की थी, जो उत्तराखंड की रहने वाली है। पुलिस के अनुसार, इस पूरे ऐप विवाद में लड़की ही मुख्य आरोपी है, हालांकि, उन्होंने इससे अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
विशाल को मंगलवार को मुंबई की मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। नीचे देखें वीडियो:
क्या है पूरामामला?
यह मामला ‘बुली बाई’ नामक ऐप पर ऑनलाइन ‘नीलामी’ के लिए बिना इजाजत सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं के छेड़छाड़ की गई तस्वीरें और विवरण डालने का है। एक साल से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार हुआ है। पिछले साल ‘सुल्ली डील्स’ (Sulli Deals) नामक ऐप पर इसी प्रकार की सामग्री डाली गई थी। Sulli Deals को Github पर लॉन्च किया गया था और अब Bulli Bai को भी गिटहब पर ही लॉन्च किया गया है। इस पर मुस्लिम महिलाओं को टारगेट किया जा रहा था। उनके खिलाफ भद्दी और गंदी बातें लिखी जा रही थी।
प्रियंका चतुर्वेदी के ट्वीट पर आईटी मंत्री ने लिया संज्ञान
सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Information and Technology Ministry) ने ऐप बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की और इस संबंध में दिल्ली पुलिस द्वारा FIR दर्ज की गई। शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) द्वारा ट्विटर पर इस मामले को आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के संज्ञान में लाए जाने के बाद कार्रवाई की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि गिटहब प्लेटफॉर्म पर बनाए गए ‘बुल्ली बाई’ नाम के एक मोबाइल एप्लिकेशन पर लोगों के एक अज्ञात ग्रुप द्वारा उसे निशाना बनाया जा रहा है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि दक्षिण-पूर्व जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में धारा 509 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (IT Minister Ashwini Vaishnaw) ने शनिवार देर रात ट्वीट कर सूचित किया कि इस मामल में कार्रवाई की गई है और `बुल्ली बाई` ऐप के पीछे गिटहब यूजर (GitHub user) के खिलाफ एक्शन लिया गया है। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई जारी है।
कौन हैं दोनों आरोपी?
मंगलवार को बेंगलुरु में हिरासत में लिए गए ‘बुल्ली बाई’ ऐप मामले में 21 वर्षीय सह-आरोपी विशाल कुमार को 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। साथ ही अदालत ने बुल्ली बाई एप मामले में पुलिस को उसके ठिकानों पर तलाशी लेने की अनुमति भी दे दी है। हालांकि विशाल के वकील ने सभी आरोपों से इनकार किया है और जोर देकर कहा है कि उसे झूठे केस फंसाया गया है। पुलिस ने कहा कि कुमार को ट्विटर अकाउंट के आईपी एड्रेस के माध्यम से पता लगाया गया था, जो कि तस्वीरें अपलोड करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने कहा कि जो यह पता लगाने के लिए उससे पूछताछ करेगा कि क्या वह ऐप विकसित करने में शामिल है या सिर्फ इस बड़े गिरोह का हिस्सा है।
Bulli App की मास्टरमाइंड श्वेता सिंह के बारे में जानें
वहीं, मुख्य आरोपी एक 18 वर्षीय लड़की है, जिसका नाम श्वेता सिंह है। वह उत्तराखंड से बारहवीं कक्षा पास है। उसे हिरासत में लिया गया है और ट्रांजिट रिमांड के लिए उत्तराखंड कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद उसे मुंबई लाया जाएगा। एक जिला पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस की टीम और लड़की उत्तराखंड में थी और महिला पुलिस अधिकारियों के मुंबई से आने का इंतजार कर रही थी। उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी एक दूसरे को जानते हैं और इस मामले में आगे की जांच जारी है। दोनों पर फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्त होने का आरोप है।
Bulli Bai App की मास्टरमाइंड श्वेता सिंह ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया है। उसने पिछले साल अपने पिता को कोरोना महामारी से खो दिया था, जबकि पहले उसने अपनी मां को कैंसर से खो दिया था। उसकी एक बड़ी बहन है जो कॉमर्स में ग्रेजुएट है, जबकि एक छोटी बहन और भाई है जो वर्तमान में स्कूल में पढ़ते हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक, खुद श्वेता इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वह JattKhalsa07 नाम से एक फर्जी ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल कर रही थी। इस ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल नफरत भरे पोस्ट और आपत्तिजनक फोटो और कमेंट अपलोड करने के लिए किया जा रहा था। उनसे जुड़े लोग भी इसी विचारधारा को मानते थे।
आरोपी का नेपाल कनेक्शन
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी श्वेता कथित तौर पर नेपाल में स्थित एक सोशल मीडिया फ्रेंड के निर्देश पर काम कर रही थी। जांच दल के सूत्रों ने कहा कि Bulli Bai App मामले में पकड़ी गई आरोपी से मिली जानकारी के मुताबिक, जियाउ (Giyou) नाम का एक नेपाली नागरिक उसको ऐप पर की जाने वाली गतिविधियों के बारे में निर्देश दे रहा था। फिलहाल, पुलिस कथित नेपाली नागरिक और श्वेता सिंह से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि श्वेता की और किस-किस ने मदद की थी।
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Bulli Bai App Prime Accused Is 18YR Old Shweta Singh From Uttarakhand | Crime Has No Gender
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