2022 में भारत अभी भी विवाहित पुरुषों की दुर्दशा का मजाक उड़ाता है और उन पर हंसता है। यदि कोई पुरुष उस आघात को व्यक्त करने की भी हिम्मत करता है जिससे वह गुजर रहा है, तो हम अक्सर उसे ‘एक आदमी होने’ या ‘वह एक आदमी’ होने के कारण आगे बढ़ने के लिए कहते हैं।
अफसोस की बात है कि समाज की ऐसी मानसिकता अधिक से अधिक पुरुषों को जीवन समाप्त करने की ओर ले जा रही है। महाराष्ट्र के नागपुर से इस बार एक और पति के खुदकुशी (Husband Suicide) का मामला सामने आया है।
क्या है मामला?
राउत चौक स्थित टांडापेठ के पचपौली निवासी डॉ अभिजीत रत्नाकर धमनकर (38) ने किमाया मल्टी-स्पेशलिटी अस्पताल में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली, जहां वह पिछले कुछ सालों से कार्यरत थे। अभिजीत आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय के पूर्व सीनेट सदस्य डॉ रत्नाकर धमनकर के बेटे थे। मौत का कारण एट्राक्यूरियम (एक न्यूरोमस्कुलर ब्लॉकर) की अधिक मात्रा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
हालांकि, सुसाइड नोट के मुताबिक मौत का वास्तविक कारण पत्नी सीमा गायकवाड़ और उनके बहनोई विनय गायकवाड़ एवं एक राहुल लोखंडे नामक युवका द्वारा कथित उत्पीड़न था, जिसने उन्हें अपना जीवन समाप्त करने के लिए मजबूर किया।
सुसाइड नोट
अभिजीत की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया था जिसमें उसने बताया था कि वह अपनी पत्नी और ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण इतना बड़ा कदम उठा रहा था, जो उसे अपने बच्चे से मिलने नहीं दे रहे थे। उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ यशोधरा नगर थाने में दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था।
15 फरवरी को सुबह करीब 2 बजे डॉक्टर अभिजीत ने किमाया अस्पताल में खुद को एनेस्थीसिया का ओवरडोज इंजेक्शन लगाया। जब अन्य डॉक्टरों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने उसी अस्पताल में उसका इलाज शुरू कर दिया। हालांकि, सुबह करीब 5 बजे डॉक्टर अभिजीत ने दम तोड़ दिया। अपना जीवन समाप्त करने से पहले डॉ अभिजीत के अपने फोन के स्टेटस पर लिखा था- ‘अलविदा’ (Good-Bye)
पुलिस का बयान
पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। गणेशपेठ पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि मौत का कारण एट्राक्यूरियम (एक न्यूरोमस्कुलर ब्लॉकर) का ओवरडोज बताया गया है। उसके सुसाइड नोट में उसकी पत्नी, देवर और एक अन्य व्यक्ति पर आरोप लगाया गया है। उसने दोपहर 2 बजे खुद को इंजेक्शन लगाया और इलाज के दौरान सुबह 5 बजे उसकी मौत हो गई।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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ARTICLE IN ENGLISH:
38-Year-Old Nagpur Doctor Ends Life Leaving Suicide Note Blaming Wife, Brother-in-Law Of Harassment
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