राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) से एक चौंकाने वाला मामले सामने आया है। दिल्ली के एक 34 वर्षीय टेक्निकल एक्सपर्ट सुनीत कुमार पासवान ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने इसके लिए अपनी पत्नी को जिम्मेदार ठहराया है। यह मामला अगस्त 2019 का है।
सुसाइड नोट में सुनीत ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि वह अपनी पत्नी की वजह से अपना जीवन समाप्त कर रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक की पांच साल पहले 2014 में शादी हुई थी और वह अपनी पत्नी और चार साल के बेटे के साथ किराए के मकान में रहता था। वह वर्तमान में 2017 से नोएडा में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में टेक्निकल एक्सपर्ट के तौर पर काम कर रहा था।
सुनीत ने अपना अंतिम शब्द यह कहते हुए लिखा कि उनकी पत्नी को उनके सहयोगी के साथ अफेयर होने का संदेह था और उन्होंने सार्वजनिक रूप से उन्हें शर्मिंदा किया था। उनके परिवार के मुताबिक, इस घटना ने उन्हें काफी परेशान किया और वह उसके बाद से ही डिप्रेशन में रहते थे। सुनीत ने अपने आखिरी नोट के जरिए अपने माता-पिता, भाई-बहन और बेटे से माफी मांगी और उन्हें खुशी-खुशी रहने को कहा।
पासवान ने अपने सुसाइड नोट में अपने ऑफिस की सहयोगी का भी जिक्र किया है। उसने लिखा है कि वह मेरी सहकर्मी है…मैंने उसे केवल अपना अच्छा दोस्त माना। मैं उसे अपमानित नहीं करना चाहता था, लेकिन मेरी पत्नी के आरोपों के कारण वह शर्मिंदा हो गई है और मैं यह नहीं देख सकता। तुम एक अच्छी लड़की हो, कृपया मुझे माफ करना। मैं गलत नहीं था।
मृतक की पत्नी द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन उसका पति रात के खाने के बाद कमरे के अंदर चला गया और बाद में उसका शव छत से लटका मिला। पीड़ित के परिवार के अन्य सदस्यों से भी पुलिस पूछताछ की और सुसाइड नोट को फोरेंसिक लैब भेज दिया।
पासवान के पिता बिहार पुलिस में एएसआई हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में शादी के समय से ही सुनीत को उसकी पत्नी और सास परेशान कर रहे थे। पिछले तीन सालों में उत्पीड़न और भी बदतर हो गया था।
सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से उसके नाम का उल्लेख होने के बाद भी किसी भी मीडिया रिपोर्ट में पत्नी की गिरफ्तारी का जिक्र नहीं है। इसके विपरीत, मृत पत्नी के पति को अक्सर बिना किसी सुसाइड नोट के भी गिरफ्तार कर लिया जाता है।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
ये भी पढ़ें:
ARTICLE IN ENGLISH:
34-Yr-Old Techie Commits Suicide As His Wife Constantly Suspected Him Of Having An Affair
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.