लगभग आए दिन ऐसी खबरें पढ़ने को मिलती हैं जहां पुरुषों की उनकी पत्नियों या पत्नियों के प्रेमी द्वारा हत्या कर दी जाती है। हालांकि, ऐसी कहानियां अक्सर मुख्यधारा के मीडिया से गायब हो जाती हैं, जिससे सभी महिलाओं को पीड़ित और सभी पुरुषों को हिंसा के अपराधियों के रूप में चित्रित किया जाता है। हाल ही में तेलंगाना से सामने आए एक मामले में एक महिला ने अपने प्रेमी और उसके चार दोस्तों एवं रिश्तेदारों के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी।
क्या है पूरा मामला?
19 साल की श्यामला ने 24 साल के के. चंद्रशेखर (K. Chandrasekhar) से हत्या से महज 36 दिन पहले ही शादी की थी। हालांकि, दुल्हन पहले से ही 20 वर्षीय शिव कुमार के साथ रिलेशन में थी, लेकिन इसके बावजूद कथित तौर पर उसके परिवार ने चंद्रशेखर से शादी कर ली थी।
शुरू में आरोपी पत्नी ने दावा किया कि उसके पति की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई थी, लेकिन पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर जांच में खुलासा किया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी। यह भीषण घटना तेलंगाना जिले के सिद्दीपेट शहर में 28 अप्रैल को हुई थी, लेकिन 10 दिन बाद पुलिस जांच के दौरान इसका खुलासा हुआ।
ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
पुलिस के अनुसार, अपने पति को जहर देकर मारने की कोशिश में नाकाम रहने के बाद, श्यामला ने शिव के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। श्यामला ने इस हत्याकांड को शिव के चार दोस्तों और रिश्तेदारों की मदद से अंजाम दिया।
सिद्दीपेट II टाउन पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर रवि कुमार ने मीडिया को बताया कि उनकी जांच से पता चला है कि श्यामला पिछले तीन सालों से शिव से प्यार करती थी। हालांकि, बड़ों के दबाव में उसने 23 मार्च को चंद्रशेखर से शादी कर ली थी।
शादी के बाद भी उसने शिव के साथ संबंध जारी रखा और उन्होंने चंद्रशेखर को खत्म करने की योजना बनाई। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान, महिला ने कबूल किया कि उसने 19 अप्रैल को अपने पति के खाने में चूहे मारने वाला जहर मिला दिया था। हालांकि, संदिग्ध फूड पॉइजनिंग के लिए हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के बाद वह बच गया।
पहले प्रयास में असफल होने के बाद श्यामला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर एक नई साजिश रची। इसके तहत 19 अप्रैल को उसने चंद्रशेखर को एक मंदिर ले जाने के लिए कहा। जब वे अनंतसागर गांव के बाहरी इलाके में एक सुनसान जगह पर पहुंचे, तो शिव ने अपने दोस्तों राकेश, रंजीत और दो रिश्तेदारों साईकृष्ण एवं भार्गव के साथ मिलकर एक कार से सड़क को अवरुद्ध करके दोपहिया वाहन को जबरन रोक दिया।
उन्होंने चंद्रशेखर के काफी झगड़ा करने करने बाद उस पर काबू पा लिया और श्यामला ने शिव की मदद से उनका गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर उसने परिजनों को सूचित किया कि सीने में दर्द की शिकायत के बाद चंद्रशेखर गिर गया और उसकी मौत हो गई।
पीड़िता की मां मेनाव्वा को यकीन नहीं हुआ। इसके बाद उसने श्यामला के बयान पर संदेह जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस घटना से एक बार फिर साबित हो गया कि अपराध का कोई जेंडर नहीं होता।
ARTICLE IN ENGLISH:
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.