भारत में दुल्हनों को जलाना एक वास्तविकता है। हालांकि, ऐसे मामलों की संख्या में भारी कमी आई है। हमने अक्सर दहेज के लिए पतियों और उसके परिवारवालों द्वारा महिलाओं की पिटाई किए जाने की कहानियां सुनी हैं। इन खबरों के बीच, अगस्त 2019 में पंजाब से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक पत्नी और ससुराल वालों ने पति को आग के हवाले कर दिया। पंजाब केसरी के मुताबिक, अमृतसर में एक पति को उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने आग लगा दी है। यह घटना ‘इतना दर्दनाक’ था कि पंजाब के लोग हैरान रह गए।
क्या है पूरा मामला?
राकेश कुमार अपनी पत्नी पूजा शर्मा का जन्मदिन मनाने के लिए उसके घर गए थे। इस दौरान उन्हें उनकी पत्नी, साला और ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया। राकेश को इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
स्थानीय पुलिस ने लुधियाना निवासी राकेश के पिता फेराती लाल की शिकायत दर्ज कराई थी। राकेश को जलाने वालों में उसकी पत्नी पूजा शर्मा, बहनोई मनोज कुमार, मनोज की पत्नी श्वेता और उसका बेटा राठव शामिल थे। घटना के बाद आरोपी अंडरग्राउंड हो गए थे।
फराती लाल ने उस वक्त पुलिस को बताया था कि विवाद इतना बढ़ गया कि उसके बेटे को पहले उसकी पत्नी के परिवार ने बुरी तरह पीटा। बाद में उन्होंने कथित तौर पर उस पर तेल डालकर लाल की आंखों के सामने ही उसे जिंदा जला दिया।
इस भयावह न्यूज को पढ़ने वाले कई लोग इसे ‘एकबारगी मामले’ के रूप में परिभाषित कर सकते हैं। हालांकि, समाज को यह स्वीकार करना और समझना चाहिए कि पति समान रूप से घरेलू हिंसा, शारीरिक हमले और यहां तक कि पत्नी के परिवार द्वारा हत्या के लिए भी प्रवृत्त होते हैं। इन घटनाओं से एक बात तो साफ है कि अपराध का कोई जेंडर नहीं होता।
उस वक्त मुंबई से भी ऐसी ही रिपोर्ट सामने आई थी, जहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ अपने पति पर उबलता हुआ गर्म तेल डाल दी। महिला और उसके प्रेमी द्वारा उसे बिजली के झटके भी दिए गए थे।
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