दिल्ली (Delhi News) की एक महिला ने दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में एक मुकदमा दायर किया है, जिसमें एक ऐसे व्यक्ति से हर्जाने के रूप में 3 करोड़ रुपये की मांग की है। महिला का आरोप है कि उसने उसके साथ पांच साल से अधिक समय तक संबंध बनाए रखा, जबकि इस तथ्य को छुपाया रखा था कि वह वास्तव में शादीशुदा था। दिल्ली हाई कोर्ट ने “धोखाधड़ी और कपटपूर्ण आचरण के लिए हर्जाना” की याचिका में प्रतिवादी कौस्तव डे (Koustav Dey) को नोटिस जारी किया है।
क्या है पूरा मामला?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों उच्च पदस्थ अधिकारी हैं, जिन्होंने अलग-अलग IIM में पढ़ाई की है। दोनों 2016 में एक यूरोपीय विश्वविद्यालय में एक एक्सचेंज प्रोग्राम के दौरान मिले थे। इस कपल ने भारत लौटने के बाद रिश्ते को जारी रखा। पुरुष कई मौकों पर दिल्ली में महिला के परिवार से मिला और उन्हें भरोसा दिया कि वह उससे शादी करना चाहता है। कौस्तव के एक स्टार्ट-अप कंपनी में काम करने के लिए बेंगलुरू जाने से पहले दोनों ने कुछ समय के लिए मुंबई में एक साथ काम किया।
हालांकि, 2019 में उन्होंने अपने परिवार द्वारा चुनी गई एक अलग महिला से शादी कर ली, और महिला मित्र या उनके पारस्परिक मित्रों को अपनी वैवाहिक स्थिति का खुलासा किए बिना अपनी पत्नी के साथ बेंगलुरु में “समानांतर जीवन” जीना जारी रखा। दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष दायर मुकदमे के अनुसार, व्यक्ति सोशल मीडिया से दूर रहा और अपने सहकर्मियों के सामने भी अपनी शादी का खुलासा नहीं किया, जो महिला वादी को जानते थे।
वह व्यक्ति 2019 और 2021 के बीच बेंगलुरु से काम करने के साथ-साथ दिल्ली और मुंबई में वादी महिला से मिलने जाता रहा। इस अवधि के दौरान, वह बार-बार उसके परिवार से मिला और व्यक्त किया कि वह उससे शादी करना चाहता है।
वादी का आरोप है कि महिला को अगस्त 2021 में स्थिति से अवगत कराया गया था, जब एक कॉमन फ्रेंड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट देखी, जिसमें पुरुष की पत्नी ने उसकी तस्वीर डाली थी और उसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टैग किया था।
जब महिला ने उसे तस्वीर दिखाई तो उस व्यक्ति ने 2019 से शादीशुदा होने की बात स्वीकार की। वादी ने तब रिश्ता तोड़ दिया और प्रतिवादी की पत्नी से संपर्क कर उसे अपने दोहरेपन के बारे में बताया।
वादी का कहना है कि प्रतिवादी की गलत बयानी और छल ने न केवल उसे रिश्ते के दौरान किए गए खर्चों के रूप में वित्तीय नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसको प्रतिवादी के हाथों गंभीर मानसिक पीड़ा और कठिनाई का भी सामना करना पड़ा। यहां तक की उसे इलाज से गुजरना पड़ा था।
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