केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF), असम राइफल्स (Assam Rifles) और NSG के 436 कर्मियों ने पिछले तीन वर्षों में आत्महत्या की है। इस दौरान CRPF (154) में आत्महत्याओं की अधिकतम संख्या दर्ज की गई, जबकि 111 आत्महत्याएं BSF जवानों ने की। राज्यसभा में गृह मंत्रालय द्वारा इस बात की जानकारी दी गई है। सरकार का कहना है कि इसे रोकने के लिए विभिन्न स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के जवाब में बताया कि सीएपीएफ, असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 3 वर्षों के दौरान 436 कर्मियों ने आत्महत्या की है। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2022 में 135, 2021 में 157 और 2020 में 144 कर्मियों ने आत्महत्या की है।
नित्यानंद राय ने बताया कि CAPF, असम राइफल्स और NSG के कार्मिकों द्वारा आत्महत्याओं की घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत कार्मिकों के ट्रांसफर एवं अवकाश से संबंधित पारदर्शी नीतियां बनाना, किसी कार्मिक द्वारा कठिन क्षेत्र में सेवा करने के पश्चात यथासंभव उसकी पसंदीदा तैनाती पर विचार किया जाता है।
इसके अलावा कर्मियों की शिकायतों का पता लगाने और उनका निराकरण करने के लिए सैनिकों के साथ अधिकारियों का नियमित संवाद। कार्य के घंटों को नियंत्रित करके पर्याप्त आराम एवं राहत सुनिश्चित करना। कुछ कठिन क्षेत्रों में तैनाती के दौरान पिछली तैनाती वाले स्थान पर (परिवार को रखने के लिए) सरकारी आवास को अपने पास रखने की सुविधा। बेहतर मेडिकल सुविधाएं प्रदान करना तथा साथ ही उनकी व्यक्तिगत एवं मनोवैज्ञानिक चिंताओं के निवारण के लिए विशेषज्ञों के साथ बातचीत का आयोजन करना आदि शामिल है।
बता दें कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों या अर्धसैनिक बलों में CRPF, BSF, CISF, ITBP, SSB, असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) शामिल हैं। इन बलों की संयुक्त ताकत करीब 10 लाख है।
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