दहेज भारत में एक अपराध और अवैध है। यह सुनिश्चित करने के लिए कई कड़े कानून बनाए गए हैं जिससे कि न तो दुल्हन के ससुराल वाले दहेज मांगने हिम्मत कर पाएं और न ही लड़की के माता-पिता दहेज देने की कोशिश करें। हालांकि, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) से एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जहां दुल्हन ने अपने ससुराल जाने से इसलिए इनकार कर दिया, क्योंकि उसके पति के घर वालों ने शादी के बाद दहेज का सामान लेने से इनकार कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी (Arera colony in Bhopal) का है, जहां 14 फरवरी 2021 को एक कपल की शादी हुई थी। शादी में लड़की पक्ष ने दूल्हे को दहेज के रूप में एक कार और कई अन्य कीमती सामान भेंट किए। हालांकि, पति और उसके माता-पिता ने इसे लेने से इनकार कर दिया। इसी बात से नाराज पत्नी ने जोर देकर कहा कि उसके पति और ससुराल वाले जब तक दहेज के सामान को स्वीकार नहीं करते तब तक वह उनके घर नहीं जाएगी। लोगों के लाख मनाने के बावजूद पत्नी इस बात पर अड़ी है कि जब तक उसके माता-पिता का दिया सामान उसके ससुराल वालें नहीं ले लेते तब तक वह पति के साथ नहीं रहेगी।
कोर्ट पहुंच पति
लड़की और उसके परिवार वालों ने कहा कि वह (लड़की का पिता) अपने दामाद को खुशी-खुशी उपहार दे रहा है, यह दहेज नहीं है। उनकी केवल एक बेटी है और उन्हें शादी के लिए हर तरह के उपहार देने का अरमान (इच्छा) था। लड़की के परिवार ने साफ तौर पर कहा कि दामाद की ओर से कोई मांग नहीं की गई है। अब पति-पत्नी दोनों को काउंसलर द्वारा निर्देशित किया जा रहा है।
पति ने नाराज पत्नी को घर लाने के लिए कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। उन्होंने हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 9 के तहत भी मामला दर्ज किया है। पति ने तर्क दिया कि हमारे घर में इन उपहारों को रखने की जगह नहीं है, मैंने अपनी पत्नी को भी समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है।
पति को समझाने की कोशिश में लगे काउंसलर
फैमिली कोर्ट में काउंसलर पति को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे इन उपहारों को दहेज नहीं माना जाता है और यह लड़की के माता-पिता की पसंद और इच्छा से दिया जाता है। काउंसलर ने पति से यह भी कहा कि ये सभी सामान उसकी पत्नी का है और उसे इससे वंचित नहीं करना चाहिए। जबकि आज समाज में हर कोई दहेज का अर्थ समझे बिना पुरुषों और उनके परिवारों को कोसने के लिए तैयार है, कृपया नीचे इस स्टोरी पर अपनी प्रतिक्रिया दें।
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ARTICLE IN ENGLISH:
Bhopal Woman Refuses To Join Groom After Marriage As Husband, In-Laws Reject Dowry From Girl’s Family
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