पुलिस थानों का उपयोग महिलाओं पर मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना, बलात्कार और दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाने के मामलों को प्राप्त करने के लिए किया जाता है, जहां कपल के रिश्ते खराब हो जाते हैं। हालांकि, बिहार की एक हालिया समाचार रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस अधिकारियों के पास पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा तलाक एवं साथी द्वारा विवाहेतर संबंधों से संबंधित अधिक शिकायतें आई हैं। यह रिपोर्ट नवंबर 2020 का है।
पतियों पर अवैध संबंध का आरोप लगा थाने पहुंचीं 43% महिलाएं
महिला थाने में साल 2019 में दर्ज करीब 1,030 मामलों में से करीब 436 शिकायतें यानी 43 फीसदी महिलाएं अपने पति का दूसरी महिला के साथ संबंध होने के शक को लेकर थाने पहुंची हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाएं केवल संदेह पर पतियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा रही हैं। हालांकि, इस मामले में जब पतियों की काउंसेलिंग की गई, तो उनका कहना है कि मायके पक्ष का दखल होने की वजह से घरेलू झगड़े हो रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
2017 में एक कपल ने शादी की। हालांकि, शादी के दूसरे साल में ही उनके रिश्ते में खटास आ गई और वे थाने पहुंच गए। पत्नी ने अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस से संपर्क किया। महिला ने आरोप लगाया कि उसके पति ने उसके साथ धोखे से शादी कर ली, क्योंकि उसका अफेयर कई दूसरी लड़कियों से भी है। उसने आरोप लगाया कि उसका पति अब भी दूसरी लड़कियों को डेट कर रहा है और गिफ्ट्स में पैसे बर्बाद कर रहा है। उक्त शिकायत प्राप्त होने के बाद, पुलिस द्वारा कपल को एक साथ फिर से मिलाने का प्रयास किया गया। हालांकि, पत्नी ने कहा कि वह अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती।
महिला थाने में एक अन्य मामला आया, जहां बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक मां पिछले एक साल से परेशान थी। कपल की शादी पूरे धूमधाम के साथ हुई थी। शादी के छह महीने बाद महिला द्वारा पति पर दूसरी महिला के साथ अवैध संबंध होने का आरोप लगाया गया। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि उसका विरोध करने पर उसके पति ने उसके साथ मारपीट की और इसलिए वह उसके साथ और नहीं रहना चाहती।
पत्नियों द्वारा शिकायतें
पत्नियां द्वारा अपने पतियों के बारे में कुछ सामान्य शिकायतें बताती हैं कि वे अपने मायके के परिवारों को अपने झगड़े के बीच घसीटती हैं और उन्हें ताना मारती हैं। महिलाओं का यह भी आरोप है कि पत्नियों की सलाह को नज़रअंदाज़ करते हुए पुरुष अपने परिवार की बहुत सुनते हैं। शिकायत में यह कहा गया है कि बहन के लिए नियम अलग और पत्नी के लिए नियम अलग क्यों?
काउंसेलिंग कपल
रिपोर्ट के मुताबिक, महिला थाने में रोज औसतन तीन से चार शिकायतें पहुंचती हैं। इनमें 35 प्रतिशत शिकायतों में दोनों पक्ष अच्छे खासे पढ़े-लिखे होते हैं। ऐसे मामलों में दोनों को समझाना मुश्किल होता है, जबकि कम पढ़े लिखे लोग आसानी से समझौता करने के लिए तैयार हो जाते हैं। कपल के बीच झगड़े की मुख्य वजह एक-दूसरे की बात नहीं सुनना है। एक दूसरे पर शक में रिश्ते टूटने के कगार पर आ जाते हैं। थाने में पहुंचने वाले कपल के मामले में अधिकांश पत्नियों को अपने पति पर संदेह रहता है, जबकि पतियों की एक ही शिकायत है कि मायके के कारण झगड़े होते हैं। हालांकि, अधिकांश रिश्तों को काउंसेलिंग के माध्म से शादी को टूटने से बचा लिया जाता है।
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