ओडिशा के कटक (Cuttack) में एक महिला मोटरसाइकिल चालक का हेलमेट नहीं पहनने पर जुर्माना देने से इनकार करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है। दरअसल, यह हमारे पुलिस और परिवहन विभाग के लिए एक नई चुनौती बन गया है, क्योंकि उन्होंने नए यातायात नियमों को लागू तो कर दिया है, लेकिन कई महिलाएं विभिन्न राज्यों में कानून-व्यवस्था की अवहेलना करने के लिए इस कानून के खिलाफ जेंडर का लाभ उठा रही हैं। उन्हें पता है कि हमारे पास लैंगिक समानता का झंडा ऊंचा करने वाली महिलाएं भी हैं।
क्या है पूरा मामला?
– दरअसल, यह मामला दिसंबर 2019 का है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
– बक्सीबाजार क्षेत्र की प्रीतिमयी नंदा नाम की एक महिला को ट्रैफिक पुलिस ने मधुपटना चौक पर दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहनने पर रोक लिया।
– संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के तहत नंदा को 1,000 रुपये का जुर्माना भरने को कहा गया।
– लेकिन जुर्माने भरने के बजाय उसने पुलिसकर्मियों के साथ यह कहते हुए बहस शुरू कर दी कि उसने पहले कभी भी हेलमेट कभी नहीं पहना था और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेगी।
– वीडियो में अभिमानी महिला यह कहते हुए सुनाई दे रही है कि अगर वे (पुलिस) वाहन को जब्त करना चाहते हैं तो कर लें, लेकिन मैं किसी भी कीमत पर जुर्माना नहीं भरने जा रहा हूं।
– उसने कहा कि मैं हेलमेट नहीं पहनना चाहती, क्योंकि यह मेरी पसंद है। अगर मैं मर जाती हूं, तो यह मेरे परिवार के सदस्यों के लिए एक नुकसान होगा, लेकिन पुलिस का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
– महिला ने पुलिसकर्मियों से कहा कि जो तुम कर सकतो हो वो करो। यदि आप मेरे वाहन की चाबी लेना चाहते हैं तो ले लो और यदि आवश्यक हो तो मुझे जेल में भी डाल दो।
– महिला ने पूछा- क्या आप वाहन के लाइसेंस दस्तावेज चाहते हैं? क्या मुझे अपने शरीर पर लाइसेंस चिपकाना चाहिए? सरकार कई घोषणाएं करती है लेकिन क्या वह वास्तव में (उनका) पालन करती है। क्या नियम हमेशा ऐसे ही सख्त रहेंगे?
पुलिसा का बयान
– कटक के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अखिलेश्वर सिंह ने हालांकि बाद में पुष्टि की कि नंदा ने अंततः आवश्यक जुर्माने का भुगतान किया और उसके बाद उसे छोड़ दिया गया।
– ओडिशा सरकार ने तीन महीने की छूट के बाद एमवी अधिनियम के तहत मानदंडों को लागू करना शुरू कर दिया है।
– पिछले पांच वर्षों में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की पृष्ठभूमि में भारत सरकार को एमवी अधिनियम को सख्ती से लागू करने के लिए मजबूर होना पड़ा। ओडिशा राज्य में ही सड़क दुर्घटनाओं के कारण हताहतों की संख्या बढ़ गई थी।
– 2014 में जो 3931 मौतें हुई थीं, वह 35 फीसदी बढ़कर 2018 में 5,315 हो गई।
– दुख की बात यह है कि कुछ महिलाओं द्वारा दिखाया गया यह दुरुपयोग या अहंकार देश के अन्य हिस्सों में भी बढ़ता जा रहा है।
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ARTICLE IN ENGLISH:
Cuttack Woman Fights With Odisha Police | Refuses To Wear Helmet Or Pay Fine | Video Goes Viral
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