उत्तराखंड (Uttarakhand) के सहारनपुर जिले के छुतमलपुर से एक और पति के खुदकुशी (Husband Suicide) की दुखद खबर सामने आई है। मृतक पेशे से डॉक्टर था जिसने शनिवार की रात खुद को गोली मारकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।
क्या है पूरा मामला?
शामली निवासी डॉ. राकेश कुमार सिंह (Dr Rakesh Kumar Singh) और उनकी पत्नी देहरादून जाते समय चमारीखेड़ा टोल प्लाजा के पास एक रेस्तरां में रुके थे। दोनों को लगातार आपस में बात करते देखा गया और एक सीसीटीवी फुटेज में पति को कभी कार में बैठे तो कभी नीचे की ओर चलते हुए देखा जा सकता है।
वहां काफी देर तक ऐसा ही होता रहा। विवाद बढ़ने के बाद पति ने अपने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली, जबकि उनकी पत्नी कुछ दूरी पर स्थित टॉयलेट में थी। घटना 5 मार्च की रात 10 बजे की है, जब डॉक्टर सिंह ने होटल के सामने खड़ी अपनी कार में अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। गोली मारने के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया कि गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान मौके से कुछ ही दूरी पर स्थित चौकी पुलिस भी वहां पहुंच गई। पत्नी से पूछताछ के बाद पुलिस का प्रथम दृष्टया मानना है कि पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर अनबन चल रही थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
हंसमुख व्यक्ति थे डॉ आरपी सिंह
MBBS MD (ENT) डॉ आरपी सिंह 20 साल से अधिक समय से बुढाना रोड, शामली पर अपना क्लिनिक चला रहे थे। वह मूल रूप से मेरठ गांव धंजू (पल्लवपुरम के पास) के रहने वाले थे। आईएमए शामली के अध्यक्ष डॉ. अकबर खान ने मीडिया को बताया कि डॉ आरपी सिंह बहुत हंसमुख व्यक्ति थे। वे शुक्रवार को एक शादी में मिले थे और तब डॉक्टर सिंह के चेहरे पर तनाव या कोई बेचैनी नहीं दिखाई दे रही थी। डॉ खान ने कहा कि मृतक हमेशा लोगों से मजाक करते रहते थे। सिंह का अंतिम संस्कार उनके धांजू गांव में किया गया।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
ये भी पढ़ें:
ARTICLE IN ENGLISH:
Dehradun Doctor Shoots Himself In Car After Long Conversation With Wife; Investigation Underway
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.