राजस्थान से सामने आए एक चौंकाने वाले मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक पूर्व नेता पर रेप का फर्जी आरोप लगाने वाली एक महिला सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, महिला सब-इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी अजमेर जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा के घर में घुसकर जानलेवा हमला करने के आरोप में किया गया है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी महिला द्वारा पूर्व बीजेपी नेता भंवर सिंह पर रेप का फर्जी आरोप लगाया गया था। बाद में कोर्ट में वह अपने बयान से पलट गई थी। कोर्ट के सामने कहा था कि पुलिस अधिकारियों के दबाव में आकर झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रविवार देर रात पुलिस ने महिला अधिकारी को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
क्या है पूरा मामला?
पीड़ित पलाड़ा के बेटे शिव प्रताप सिंह ने महिला सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ घर में घुसने, हंगामा करने, पैसे के लिए धमकाने सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया है। सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि रविवार रात करीब 10.15 बजे महिला सब-इंस्पेक्टर जबरन जवाहर नगर स्थित उनके घर में घुस गई। इस दौरान अधिकारी ने जिला प्रमुख मां को कथित तौर पर जान से मारने की कोशिश की। उनका आरोप है कि वह पहले भी ऐसा कई बार कर चुकी है।
सिंह ने अपनी शिकायत में कहा है कि महिला अधिकारी काफी समय से हमारे घरवालों को फोन कर एवं मैसेज के जरिए धमकियां दे रही थी। आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर ने घर पहुंचकर कहा कि 3 करोड़ रुपए अभी दो वरना मैं तुम्हारे पिता को बर्बाद कर दूंगी। घर से बाहर नहीं जाऊंगी। बेटे ने कहा कि महिला अधिकारी मेरी मम्मी को कह रही है कि 3 करोड़ अभी नहीं दिए तो तेरे पति को जेल भिजवा दूंगी। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
रेप का लगा चुकी है फर्जी आरोप
भास्कर के मुताबिक, इसी महिला सब-इंस्पेक्टर द्वारा जनवरी 2022 में भीलवाड़ा के प्रताप नगर थाने में रेप का एक केस दर्ज कराया गया था। अपनी शिकायत में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि भीलवाड़ा पुलिस लाइन स्थित उसके क्वार्टर पर पूर्व बीजेपी नेता भंवर सिंह ने साल 2018 से 2021 तक कई बार शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया था। उसने दावा किया था कि इसके सबूत भी उसके पास है। महिला अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
जांच शुरू होते ही पीड़िता की शिकायत को नजरअंदाज करने के आरोप में नागौर के तत्कालीन एएसपी संजय गुप्ता और भीलवाड़ा के तत्कालीन एएसपी गजेंद्र सिंह जोधा को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, महिला सब-इंस्पेक्टर ने प्रताप नगर थाने में मामला दर्ज होने के बाद कोर्ट में अपने बयान से पलट गई। इन बयानों में उसने पूरे मामले से इनकार कर दिया था। इसके बाद कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द कर दिया था।
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.