गुरुग्राम पुलिस (Gurugram Police) ने अपनी ही बेटी समेत दो नाबालिग बच्चियों का अपहरण करने के आरोप में एक महिला को उसके दो साथियों समेत गिरफ्तार किया है। गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, उन्हें 9 और 14 साल की दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण के संबंध में सूचना मिली थी। अपहरणकर्ता महिला ने कथित तौर पर 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी।
क्या है पूरा मामला?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुग्राम के भोंडसी इलाके से ‘अपहृत’ की गई दो लड़कियों को छुड़ाने के साथ ही एक लड़की की मां समेत तीन लोगों को रविवार 11 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान 35 वर्षीय रिंकी तिवारी और उसके साथी सागर एवं विकास उर्फ सूरज के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि 14-वर्षीय और एक 9 वर्षीय दो लड़कियां शुक्रवार 10 सितंबर की रात लापता हो गई थीं। इसके बाद भोंडसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था और लड़कियों का पता लगाने के लिए एक टीम का गठन किया गया था। बाद में हीरो होंडा चौक से नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया गया।
महिला ने बनाई 50 लाख फिरौती मांगने की योजना
पुलिस के मुताबिक, रिंकी अपहृत की गई 14 साल की बच्ची की मां और छोटी बच्ची की मां की दोस्त है। उसे अपनी दोस्त को 26 लाख रुपये लौटाने थे। इसलिए, उसने बच्ची का अपहरण करने और 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई। पकड़े जाने से बचने के लिए उसने अपनी बेटी का भी अपहरण करवा लिया।
पुलिस ने बताया कि 10 सितंबर की रात छोटी बच्ची के परिवार ने भोंडसी में स्थित अपने घर में एक धार्मिक समारोह का आयोजन किया था, जिसमें तिवारी को आमंत्रित किया गया था। पुलिस ने बताया कि समारोह के दौरान रिंकी ने बच्ची को आइसक्रीम दिलवाने के बहाने से घर से बाहर बुला लिया।
तिवारी के सहयोगी सागर और विकास उर्फ सूरज ने लड़की का अपहरण किया। संदेह से बचने के लिए, तिवारी ने छोटी बच्ची के माता-पिता से कहा कि उसकी बेटी का भी अपहरण कर लिया गया है।
पुलिस कमिश्नर (दक्षिण) उपासना ने बताया कि रिंकी ने एक घंटे के बाद मोबाइल ऐप के माध्यम से छोटी लड़की के पिता से 50 लाख रुपये की मांग की। लेकिन हमारे साथियों ने समय पर लड़कियों को बचाया और तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। इस मामले से एक बात तो साफ है कि अपराध का कोई जेंडर नहीं होता।
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