राजस्थान (Rajasthan) से बच्चे की कस्टडी को लेकर एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। राज्य के झुंझुनूं जिले के चिड़ावा SDM कोर्ट ने दहेज प्रताड़ना के एक मामले में 6 साल के बेटे की कस्टडी मां को देने का फैसला किया है। कोर्ट का फैसला सुनते ही बच्चे का पिता कोर्ट में ही रोने लगा। इस दौरान बेटा भी संभाले नहीं संभल रहा था और वह काफी देर तक फफक-फफककर रोता रहा। कोर्ट में सबसे सामने बेटा-पिता एक-दूसरे के गले लगकर खूब रोए।
क्या है पूरा मामला?
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, खापड़वास, झज्जर (हरियाणा) निवासी 39 वर्षीय प्रीत पचरंगिया की शादी बेरला सूरजगढ़ (झुंझुनूं) निवासी 28 वर्षीय सुमन से 25 जनवरी 2015 में हुई थी। 20 जुलाई 2016 को कपल का एक बेटा हुआ। बेटे का नाम जतिन है। प्रीत फौज में था, जबकि सुमन हाउसवाइफ हैं। जतिन जब छोटा था तो वह अपने दादा सुल्तान सिंह के पास रहा। उस दौरान उसकी मां सुमन भी गांव में ही रहती थी। 2018 में प्रीत और सुमन के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव शुरू हो गया।
महिला ने दर्ज कराया दहेज प्रताड़ना का केस
प्रीत और सुमन के बीच बढ़ते मनमुटाव को देखते हुए पंचायत को मामले में दखल देना पड़ा। पंचायत में दोनों ने साथ रहने की सहमति जता दी। इसके बाद दोनों एक बार फिर साथ रहने लगे और 2019 में उनकी एक बेटी हुई, जिसका नाम जिया है। इसके बाद फिर से दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। हालात इतना खराब हो गया कि फरवरी 2022 में सुमन ने अपने ससुराल वालों पर सूरजगढ़ थाने में दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करा दिया।
कोर्ट ने महिला के पक्ष में सुनाया फैसला
इसके बाद बेटी जिया को लेकर सुमन अपने घर चली गई। जबकि बेटा जतिन पिता के पास रह रहा था। दहेज का मामला SDM कोर्ट में पहुंचा तो सुमन ने बेटे जतिन की कस्टडी के लिए एक याचिका दायर की। इसी याचिका पर सोमवार 27 जून को SDM कोर्ट चिड़ावा ने फैसला सुमन के पक्ष में सुनाया। कोर्ट का आदेश आते ही पिता-बेट दोनों आपस में लिपटकर रोने लगे।
पुलिस ने कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए दोनों को बड़ी मुश्किल से अलग किया। बेटे के अलग होते ही पिता वहीं कोर्ट रूम में ही बेहोश हो गया। बमुश्किल उसे काफी मशक्कत के बाद होश में लाया गया। कोर्ट में यह सीन जिसने भी देखा, उसकी आंखें भर आईं। बेटा पिता के गले से लगकर बस यही रट लगाए हुए था कि मुझे पापा से अलग मत करो, मुझे पापा के साथ ही रहना है…।
Dear @smritiirani ma'am
As @MinistryWCD Minister, we request you to look into such form of cruelty that several separated Fathers are facing at Courts.@narendramodi sir, can Fathers expect any HELP? Divorce DOES NOT make Fathers Criminal#ParentalAlienation #SharedParenting pic.twitter.com/A5DS8kNuNX
— Voice For Men India (@voiceformenind) June 28, 2022
बेटा लगा रहा था पिता के साथ रहने की गुहार
SDM कोर्ट चिड़ावा में जतिन अपने पिता के साथ रहने की गुहार लगा रहा था। फिर भी कोर्ट ने उसे मां की कस्टडी में दे दिया। इसके बाद SDM ऑफिस के बाहर ही प्रीत बेसुध होकर जमीन पर बेहोश होकर गिर गया। करीब आधे घंटे तक पिता बदहवास हालत में जमीन पर पड़ा रहा। इसके बाद परिजनों और वकीलों ने उसे किसी तरह संभाला।
बेटे के लिए VRS लिया था पिता
दैनिक भास्कर से बातचीत में परिजनों ने बताया कि प्रीत की पोस्टिंग केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की गलवान घाटी में बतौर गार्ड सेना की बटालियन 18 में थी। बेटे की देखभाल के लिए उसने अप्रैल 2022 में VRS ले लिया था। जतिन शुरू से ही अपने दादा सुल्तान सिंह के पास हरियाणा के झज्जर में रहता था। फरवरी से पिता भी साथ ही रह रहे थे।
पुनर्विचार याचिका दाखिल करेंगे पिता
प्रीत के वकील राजेश ने बताया कि इस मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल किया जाएगा। वकील ने कहा कि SDM से अपील की थी, लेकिन उन्होंने कहा कि जो फैसला कर दिया, उसे बदल नहीं सकते। अब आगे कार्रवाई कर लीजिए। वकील ने दावा किया कि कोर्ट में बच्चे की मर्जी के खिलाफ उसे पिता से अलग कर दिया गया।
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क्या कहते हैं पिता…
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