उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly, Uttar Pradesh) का रहने वाला एक 27 वर्षीय व्यक्ति गुरुवार रात अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक पर उसी दिन एक महिला से कथित रूप से छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज किया गया था, जिसे उसने झूठा होने का दावा किया था। पीड़िता परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है मामला?
पीड़ित सुमित कुमार सक्सेना (Sumit Kumar Saxena) एक इलेक्ट्रीशियन थे और उनके परिवार में पत्नी प्रियंका के अलावा तीन बच्चे- अर्थ (6), ध्रुव (6) और अनन्या (2) हैं। प्रियंका एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। पीड़ित परिवार ने दावा किया है कि वह निर्दोष था और उसके खिलाफ एक फर्जी शिकायत दर्ज की गई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक पुलिस कांस्टेबल ने मामले से सुमित का नाम हटाने के लिए 50,000 रुपये की मांग की थी। यह घटना सुभाष नगर थाना क्षेत्र के गणेश नगर इलाके की है।
मृतक सुमित कुमार सक्सेना के बड़े भाई अमित सक्सेना ने शुक्रवार को एक पुलिस कांस्टेबल और दो अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण (Rohit Singh Sajwan) ने मामले में FIR दर्ज करने का आदेश दिया और एसपी (शहर) को जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया है। सजवाण ने आरोपी पुलिसकर्मी को भी रिजर्व पुलिस लाइन में भेज दिया है और उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
भाई ने बताई पूरी कहानी
मृतक के भाई अमित ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि मेरा भाई एक दुकान पर खड़ा था, तभी मेरे पड़ोसियों सनी श्रीवास्तव और अवधेश कुमार ने उससे शराब पीने के लिए कुछ पैसे मांगे। जब भाई ने उन्हें पैसे देने से मना कर दिया तो उनमें से एक ने उसका मोबाइल छीनने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। इसके बाद उन्होंने उसे लाठियों से पीटा और उसका फिर फोन छीन लिए। अमित ने बताया भाई ने पुलिस को जब अपनी आपबीती सुनाई तो उसे ही उल्टा धमकाया गया।
उसने कहा कि मेरा भाई तब शिकायत दर्ज कराने मढ़ीनाथ पुलिस चौकी गया, लेकिन ड्यूटी पर तैनात सिपाही ने उसे फर्श पर बैठने के लिए मजबूर किया और उल्टे उसके खिलाफ ही FIR दर्ज करने की धमकी दी। अमित ने आगे कहा कि कांस्टेबल ने तब मेरे भाई से कहा कि उसके खिलाफ छेड़छाड़ की शिकायत है और पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए उसे एक घंटे के भीतर 50,000 रुपये लेकर जाना चाहिए। सुमित पैसे की व्यवस्था करने के लिए घर लौटा लेकिन ऐसा नहीं कर सका।
फिर उसने खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया और कथित तौर पर कांस्टेबल के बार-बार फोन करने और धमकी देने से परेशान होकर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अमित ने बताया कि अब पुलिस अधिकारी हमें हमारी शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहे हैं, और हमें पैसे की पेशकश भी कर रहे हैं। लेकिन हम सुमित के लिए न्याय चाहते हैं। पोस्टमार्टम से पुष्टि हुई है कि मेरे भाई के चेहरे पर चोट के निशान थे।
मामले की जांच जारी
बरेली के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सुमित के खिलाफ पहले भी छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि, हम इस मामले में पुलिस कांस्टेबल की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं। कांस्टेबल राजकुमार और दो अन्य लोगों के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत FIR दर्ज की गई है। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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27-Year-Old Bareilly Man Hangs Himself After Alleged False Molestation Case & Blackmailing By Constable
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