मुंबई के अंबोली इलाके (Mumbai Amboli Area) में एक 54 वर्षीय शख्स की कथित तौर पर उसकी पत्नी और बेटे ने मिलकर हत्या कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ने हत्या करने के बाद शव को एक इमारत की सातवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया। पुलिस ने कहा कि उसने महिला और उसके बेटे के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, दोनों ने पहले पुलिस को बताया था कि पीड़ित शांतनुकृष्ण शेषाद्रि (Shantanu Krishna Seshadri) की मौत खुदकुशी से हुई थी और दावा किया कि उसने पहले भी अपनी जान लेने की कोशिश की थी। हालांकि, जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि वे झूठ बोल रहे थे।
पुलिस ने कहा कि दोनों ने कथित तौर पर सबूत मिटाने की कोशिश की। पुलिस उपायुक्त मंजूनाथ शिंगे (Manjunath Shinge) ने कहा कि शुरुआती जांच में इस चौंकाने वाले अपराध के पीछे पारिवारिक विवाद का कारण बताया गया है। उन्होंने कहा कि शख्स की पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है और हम आगे की जांच कर रहे हैं।
क्या है हत्या के पीछे की पूरी कहानी?
पुलिस ने कहा कि शांतनु भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) में सहायक महाप्रबंधक के रूप में काम करता था। मिड-डे की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में अपने बेटे की उच्च शिक्षा के लिए पैसे देने से इनकार करने के बाद उसकी कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने कहा कि शेषाद्री के 26 वर्षीय बेटे अरविंद ने दो साल पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की और हायर स्टडीज के लिए विदेश जाना चाहता था। कनाडा में पढ़ाई को लेकर अरविंद और उसकी मां जयशीला (52) की अक्सर शख्स से बहस होती थी। अंबोली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि पैसे को लेकर हुए विवाद के बाद गुरुवार की रात उन्होंने उसे मारने का फैसला किया।
हत्या को खुदकुशी में बदलने की कोशिश
जांच अधिकारी अब्दुल रऊफ शेख ने मिड डे को बताया कि सुबह करीब 4 बजे मां-बेटे ने नींद में सो रही शेषाद्रि को पीटना शुरू कर दिया और उसका गला घोंटने की कोशिश की। दोनों ने उसके सिर को लकड़ी के बिस्तर के किनारे पर पांच-छह बार पीटा और उसके हाथ की नस काट दी। वे पुलिस को बताना चाहते थे कि शेषाद्रि ने खुदकुशी कर ली है। हालांकि, दोनों ने अपनी योजना बदल दी जब उन्हें पता चला कि शेषाद्री के पूरे शरीर पर बेरहमी से पिटाई के कारण चोट के निशान थे।
शेख ने आगे कहा कि मां और बेटे ने शेषाद्रि को अपनी सातवीं मंजिल की बालकनी से फेंक दिया। जब उन्होंने उसकी नस काट दी, तो छत पर खून बहने लगा। उन्होंने घर से खून के धब्बे साफ किए अपने ही खून से सने कपड़ों को वॉशिंग मशीन में डाला और उसे पूरी तरह से ढक दिया।
गिरने की आवाज सुनकर सोसाइटी गार्ड सतर्क हो गया। वह दौड़कर शेषाद्री के फ्लैट में गया और उन्हें उसके शरीर के जमीन पर पड़े होने की सूचना दी। शेख ने कहा कि जब वे फ्लैट पर पहुंचे तो उन्हें तुरंत लगा कि कुछ गड़बड़ है। शेख ने मिड-डे को आगे बताया कि हमें बताया गया कि शेषाद्रि ने बालकनी से छलांग लगा दी जब मां और बेटा सो रहे थे। लेकिन घर अस्त-व्यस्त था। कपड़े और चादरें सही स्थिति में नहीं थीं।
बेटे को कनाडा भेजने के लिए नहीं हुआ था राजी
अधिकारी ने कहा कि शेषाद्रि के हाथ पर कट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उसने शायद पहले खुद को इस तरह से मारने की कोशिश की और बाद में बालकनी से कूद गया। हालांकि जब उनसे बार-बार पूछताछ की गई तब उन्होंने असली कहानी का खुलासा किया। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जैशीला ने कई बार शेषाद्रि को अरविंद की शिक्षा के लिए पैसे देने के लिए राजी करने की कोशिश की, लेकिन वह इनकार करता रहा।
उन्होंने आगे बताया कि शेषाद्रि को दो साल पहले चेन्नई से मुंबई ट्रांसफर किया गया था। उसकी पत्नी का कहना है कि उसने वहां दो बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी। शायद इसलिए उसने और उसके बेटे ने हत्या को सुसाइड एंगल देने की सोची। लेकिन हम दावों की जांच कर रहे हैं। सुरक्षा गार्ड ने मिड-डे को बताया कि उसने सुबह-सुबह तेज आवाज सुनी।
गार्ड ने आगे कहा कि मैं मौके पर पहुंचा तो शेषाद्रि को जमीन पर पड़ा पाया। मैंने सोसाइटी के सचिव और अध्यक्ष को सूचित किया और उन्होंने पुलिस को फोन किया। हमने शुरू में सोचा था कि उसने आत्महत्या कर ली है, लेकिन बाद में हमें जो पता चला वह चौंकाने वाला था।
सिडबी क्वार्टर के एक निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शेषाद्रि एक बहुत अच्छे इंसान थे लेकिन हमेशा पैसे बचाते थे। उन्होंने कभी भी कहीं पर फालतू पैसा खर्च नहीं किया। इस बात से उसकी पत्नी और बेटा तंग आ गए। सुबह यह जानकर हैरानी हुई कि वह मर चुका था, क्योंकि वह बिल्कुल भी उदास रहने वाला शख्स नहीं था।
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Man Thrown From 7th Floor Apartment By Wife, Son, As He Refused To Fund Child’s Canada Education
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