उत्तर प्रदेश के कौशांबी (Kaushambi of Uttar Pradesh) से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक डेढ़ महीने की बच्ची की उस वक्त मौत हो गई, जब उसकी मां उसे दूध पिला रही थी। बच्ची की मौत से महिला डर गई और उसने चुपचाप उसके शव को एक पानी की टंकी में डालकर ऊपर से ढक्कन बंद कर दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची के नाक में दूध चला गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। मौत के बाद महिला बच्ची चोरी होने की झूठी अफवाह फैला दी थी। हालांकि, पुलिस की जांच में कहीं भी बच्ची चोरी होने के सबूत नहीं मिले। शुरुआती जांच में महिला पर बच्ची की हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया गया है। फिलहाल, मामले में आगे की जांच जारी है।
क्या है पूरा मामला?
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा मामला कौशांबी के पिपरी थाना क्षेत्र का है। पिपरी गांव निवासी इंद्र कुमार पाल रिटायर्ड फौजी हैं। वह रिटायर होने के बाद प्रयागराज में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने अपनी बेटी कविता की शादी 16 साल पहले सराय अकिल थाना क्षेत्र के तरनी गांव वाले अमनीश पाल से की थी। अमनीश राजधानी दिल्ली में प्राइवेट जॉब करता है। महिला ने खुद ही पानी की टंकी से बच्ची का शव निकालकर दिखाया। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पुलिस को महिला के बयान पर शक हो गया। इसके बाद पुलिस ने महिला से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सारा सच उगल दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस हत्याकांड में महिला की मां ने भी उसका साथ दिया।
SP बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट देखने से पता चला कि उसकी मौत नाक में दूध जाने की वजह से हुई। रिपोर्ट को सामने रखकर बच्ची की मां कविता और उसकी नानी लक्ष्मी से हम लोगों ने पूछताछ की तो उन लोगों ने सारा सच उगल दिया। दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
आरोपी मां का बयान
आरोपी मां ने पुलिस को बताया कि मेरी शादी के 16 साल बाद भी बच्चा नहीं हो रहा था। कई जगह इलाज करवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सभी लोग मुझसे बच्चे के लिए पूछते रहते थे। साथ ही लोग ताना भी मारते रहते थे। इसके बाद मैंने और मेरे पति ने IVF से बच्चा पैदा करने की योजना बनाई। इसके लिए हम लोगों ने प्रयागराज के एक डॉक्टर से बात की। जहां उन्होंने सारे टेस्ट करवाने के बाद प्रक्रिया शुरू करवाया। इसमें हम लोगों का 15 लाख का खर्चा आया था।
महिला ने आगे बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले मुझे एक बच्ची हुई। उसको लेकर मैं अपने मायके पिपरी गांव में रह रही थी। जबकि मेरी ससुराल तरनी गांव में है। महिला ने कहा कि घटना वाले दिन मैं अपनी बच्ची के साथ सो रही थी। मेरे साथ मेरी मां लक्ष्मी भी लेटी हुई थी। मेरी बच्ची रो रही थी, तो मैं उसको दूध पिलाने लगी।
इस दौरान मेरी मां जगी थी। दूध पिलाते समय मैं अपनी मां से बात भी कर रही थी। तभी अचानक पता नहीं कैसे दूध बच्ची की नाक में चला गया। इसके बाद उसको खांसी आई, तो मैंने उसकी पीठ थपथपा दी। इसके बाद मेरी बच्ची ने हरकत करना बंद कर दिया। कुछ मिनट बाद मुझे शक हुआ, तो मैंने उसको बहुत हिलाया, लेकिन वो रो भी नहीं रही थी।
आरोपी महिला ने बताया कि मेरी मां ने भी उसको आवाज दी, लेकिन उसने कोई हरकत नहीं की। इस पर मेरी मां ने मुझसे कहा कि लग रहा है कि तुम्हारी बेटी खत्म हो गई है। यह बात सुनकर मैं डर गई। मैंने मां से बोला कि अब मैं क्या करूं? सब मुझे फिर से उल्टा-सीधा बोलेंगे। इस पर मां ने मुझे चुप कराया और बच्ची के चोरी होने की झूठी कहानी बनाने के लिए बोला।
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