देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में एक और पति ने पत्नी और ससुराल वालों से परेशान होकर खुदकुशी कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मुंबई के 42 वर्षीय स्टॉकब्रोकर ने अपनी 11 साल की बच्ची को फांसी पर लटकाने के बाद खुद भी फांसी के फंदे पर झूल गया। पुलिस ने कहा कि उसकी पत्नी के साथ उसके तनावपूर्ण संबंध थे। टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि मृतक ने 25 अप्रैल को परेल के लालबाग में स्थित अपने घर में अपनी 11 वर्षीय बेटी को फांसी लगाने के बाद खुद को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस (Mumbai Police) के मुताबिक, 42 वर्षीय स्टॉक ब्रोकर भूपेश पवार (Stock broker Bhupesh Pawar) ने ये घातक कदम पत्नी के साथ तनावपूर्ण संबंध की वजह से उठाया।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के मुताबिक, भूपेश पवार और भाग्यश्री की शादी को 12 साल हो गए थे। पवार स्टॉकब्रोकिंग और निवेश करते थे, जबकि भागश्री डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में पार्ट-टाइम नौकरी करती थी, जो पवार को पसंद नहीं थी। एक अधिकारी ने कहा, “हमें बताया गया है कि कपल के बीच अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता था और दोनों एक-दूसरे के चरित्र पर शक करते थे।” एक अन्य अधिकारी ने कहा कि हाल ही में भाग्यश्री अपने माता-पिता के साथ रहने चली गई थी। दोनों परिवारों के बीच-बचाव के बाद कपल में शांति बहाल हुई।
खुदकुशी
25 अप्रैल की सुबह करीब साढ़े 9 बजे कपल के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद स्टॉक ब्रोकर की पत्नी भाग्यश्री काम पर चली गई। इसके बाद पवार ने 11 वर्षीय बेटी को पहले फांसी लगाई और फिर उसके बाद खुद भी फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया कि मृतक भूपेश पवार ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और सास-ससुर को यह घातक कदम उठाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
हत्या का केस दर्ज
पुलिस ने प्रथम दृष्टया दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन सुसाइड नोट मिलने के बाद उन्होंने हत्या और आत्महत्या के लिए उकसाने के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए। पुलिस ने बताया कि यह सुसाइड नोट 20 अप्रैल का है, जिससे पता चलता है कि पवार कुछ समय से इस कदम पर विचार कर रहे थे। सुसाइड नोट को सत्यापन के लिए विशेषज्ञों के पास भेजा गया था, जिसमें पुष्टि हो गई है वह उन्हीं की है।
घटना वाले दिन करीब 11.30 बजे पवार की पत्नी भाग्यश्री ने अपनी बेटी आरा को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद उसने अपने पति को फोन किया, लेकिन उसने भी कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद वह घर आई तो दरवाजा अंदर से बंद था और काफी देर तक बेल बजाने के बावजूद अंदर से कोई जवाब नहीं आया।
इसके बाद उसने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो पवार और आरा हॉल में लटके मिले। इसके बाद तुरंत पुलिस उन्हें केईएम अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
सुसाइड नोट
सुसाइड नोट में कहा गया है कि वह अपनी पत्नी भाग्यश्री और सास-ससुर की वजह से यह घातक कदम उठाने के लिए मजबूर है। साथ ही लिखा गया है कि उसका बैंक बैलेंस और घर उनके छोटे भाई को दे दिया जाए। उसके सुसाइड नोट को उनकी वसीयत माना जाना चाहिए। ACP कल्पना गडेकर ने कहा, “हम सुसाइड नोट का अध्ययन कर रहे हैं।” फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Mumbai Stock Broker Death Case: Wife, Her Brother To Be Booked On Charges Of Abetment To Suicide
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