राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क से डांस रियलिटी शो ‘सुपर डांसर चैप्टर 3 (Super Dancer Chapter 3)’ के उस एपिसोड को हटाने को कहा है जिसमें एक बच्चे से उसके माता-पिता के बारे में अश्लील सवाल पूछे गए थे। NCPCR ने नेटवर्क से स्पष्टीकरण भी मांगा कि बाल कलाकार से ऐसे अनुचित सवाल क्यों पूछे गए।
क्या है पूरा मामला?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में शो के जजेस शिल्पा शेट्टी, अनुराग बसु और गीता कपूर एक छोटे बच्चे से अश्लील सवाल पूछते नजर आ रहे हैं। आयोग ने चैनल से इस वीडियो को हटाकर अगले 7 दिन में कार्रवाई रिपोर्ट सबमिट करने के लिए कहा है। यह वीडियो सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर टेलीकास्ट होने वाले बच्चों के मशहूर डांस रियलिटी शो ‘सुपर डांसर चैप्टर 3’ के एक एपिसोड का है।
एपिसोड को हटाने की मांग
NCPCR ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क के शिकायत अधिकारी को भेजे गए एक नोटिस में कहा कि उसने ट्विटर पर एक वीडियो देखा है, जिसमें एक डांस शो के जज ने मंच पर एक बच्चे से उसके माता-पिता के बारे में अश्लील सवाल पूछे थे। नोटिस में कहा गया है, “इसके अलावा, आयोग ने उक्त वीडियो को देखने के बाद पाया कि नाबालिग से पूछे गए सभी प्रश्न अनुचित थे और बच्चों से ऐसे सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए।”
NCPCR ने आगे कहा, “इसलिए, उक्त कार्यक्रम को तत्काल हटाएं और आयोग को स्पष्टीकरण भेजें कि बच्चों के डांस शो में नाबालिग बाल कलाकार से ऐसे अनुचित सवाल क्यों पूछे गए।” एनसीपीसीआर ने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क से कहा कि वह इस तरह की ‘अनुचित कंटेंट को अपने चैनल पर प्रसारित न करे।’ उनसे डांस रियलिटी शो ‘सुपर डांसर चैप्टर 3’ के एक एपिसोड को हटाने की मांग की है।
7 दिन में मांगा जवाब
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, आयोग ने लेटर में कहा, ‘इसलिए, आपके अनुरोध है कि इस वीडियो को फौरन हटाएं और आयोग को रिपोर्ट भेजें कि बच्चों के डांस शो में नाबालिग बाल कलाकार से ऐसे अनुचित सवाल क्यों पूछे गए? इसके अलावा, यह भी अनुरोध है कि इस तरह के भद्दे कंटेंट को अपने चैनल पर स्ट्रीम न करें।’ इतना ही नहीं, CPCR ने लेटर मिलने के 7 दिन के अंदर जवाब भी मांगा है। CPCR अध्यक्ष ने कहा कि लेटर मिलने के 7 दिनों के अंदर आयोग को एक एक्शन रिपोर्ट सौंपी जानी चाहिए।
मामले को देखते हुए आयोग ने CPCR एक्ट, 2005 की धारा 13 (1) (j) के तहत संज्ञान लिया और पाया कि चैनल ने किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत प्रावधानों का उल्लंघन किया है। ‘इसके अलावा, आयोग का यह भी मानना है कि ये कंटेंट आयोग के दिशानिर्देशों का भी उल्लंघन करती है।
VIDEO:
#WATCH | "Papa ki Kachhi (undergarment) achhi hai ya tumhari?" | Question to 5-year-old boy
"Meri Mummy papa ki pant khol ke pichhwade mein maarti hai" (My mother takes off my father's pant & spanks his butt)
▪️@NCPCR_ has sent notice to Sony TV for airing ‘inappropriate… pic.twitter.com/tMuoj6QEin
— Voice For Men India (@voiceformenind) July 27, 2023
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।
हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.