चंडीगढ़ (Chandigarh) के एक पार्क में सात साल पहले 2015 में हुई राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज एवं वकील सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू की हत्या के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने हिमाचल प्रदेश में एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेटी कल्याणी सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई ने 13 अप्रैल 2016 को चंडीगढ़ प्रशासन के अनुरोध पर सिप्पी सिद्धू की हत्या के मामले में कल्याणी सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की थी। 12 सितंबर 2022 को CBI ने कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। CBI के मुताबिक, सिप्पी ने कल्याणी की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थीं। इससे कल्याणी की काफी बदनामी हुई। इसका बदला लेने के लिए उसने प्लानिंग करके सिप्पी की हत्या की।
क्या है पूरा मामला?
CBI के दावे के मुताबिक, कपल के बीच अफेयर चल रहा था। वह लगातार तीन दिन से कल्याणी से पार्क में मिल रहा था। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन सिप्पी तैयार नहीं था। इसी दौरान दोनों के निजी संबंधों की एक क्लिप कल्याणी के रिश्तेदार के पास पहुंच गई थी, जिसके कारण दोनों में काफी हुआ और बाद में यह विवाद दुश्मनी में बदल गया। इसके बाद कल्याणी ने सिप्पी को मरवाने के लिए शूटर हायर किया। CBI सूत्रों का कहना है कि कल्याणी ने शूटर और सिप्पी सिद्धू को पार्क में बुलाया था और अपनी आंखों के सामने उसे गोली मरवा दी थी।
मां ने बताई हत्याकांड की पूरी कहानी
सिप्पी सिद्धू की मां दीपेंद्र कौर सिद्धू ने दैनिक भास्कर को इस हत्याकांड की पूरी कहानी बताई है। मां ने कहा कि मेरे बेटे की हत्या उसके बचपन की दोस्त ने की है। उसके सीने में चार गोलियां मारकर हत्या की गई। बेटे का कसूर बस इतना कि उसने उस लड़की से शादी से इनकार कर दिया था। वह जज की बेटी थी। उसे इस बात का घमंड था कि उसका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा, लेकिन वह ये भूल गई कि मैं एक मां हूं। अपने बेटे के इंसाफ के लिए ऊपरवाले से भी टकरा जाऊंगी।
सिद्धू पंजाब की रहने वाले थे। साल 1994 में उनका चंडीगढ़ आ गया और उसके बाद वहीं बस गए। सिद्धू के पिता वकील थे। वह चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में असिस्टेंट एडवोकेट जनरल थे। सिप्पी के पापा जिस कोर्ट में थे, उसी कोर्ट में परमिंदर सिंह भी वकील थे। वक्त के साथ दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। घर आना-जाना हो गया। मां ने बताया कि हम लोग एक परिवार की तरह रहने लगे। सुख-दुख में साथ देने लगे। यहां तक कि एक दूसरे के रिश्तेदारों के यहां भी हमारा जाना-आना हो गया।
बचपन के दोस्त थे दोनों
दीपेंद्र कौर सिद्धू ने बताया कि उनकी एक बेटी थी कल्याणी। वह सिप्पी से पांच साल छोटी थी। एक दिन सिप्पी के पापा और कल्याणी के पापा बठिंडा घूमने गए थे। रास्ते में रात को सिप्पी के पापा को हार्ट अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। इसकी खबर मिलते ही रात में ही परमिंदर सिंह की पत्नी और कल्याणी मेरे घर आईं। उन्होंने मुझसे सारी बात बताई। मेरे लिए वो सबसे दर्दनाक खबर थी। कल्याणी के पापा ने हमारा खूब साथ दिया। कल्याणी भी 10 दिनों तक मेरे घर रही। एक बेटी की तरह मेरी मदद करती थी। अक्सर घर आकर छोटे-मोटे काम कर देती थी।
मां ने बताया कि पति की मौत के बाद वह काफी हद तक टूट गईं थी, लेकिन धीरे-धीरे उनके दोनों बेटों ने उन्हें संभाल लिया। दोनों बच्चे पढ़ने में अच्छे थे। दोनों ने पिता की तरह वकालत की पढ़ाई की। सिप्पी ने लॉ करने के बाद MBA किया और अपना लॉ फर्म खोल लिया। इसी बीच, कल्याणी की मां हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में जज बन गईं। अब इलाके में उनकी अच्छी पैठ बन गई। कल्याणी को भी गुमान रहने लगा कि वो जज की बेटी है। वह अपने सामने किसी को कुछ समझती नहीं थी।
शादी से इनकार करने पर ब्लैकमेल करने लगी लड़की
मां ने बताया कि एक दिन कल्याणी के मां-पापा उनके घर आए। वे सिप्पी के लिए कल्याणी का शादी का रिश्ता लेकर आए थे। मैंने कहा कि मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन एक बार सिप्पी से पूछना पड़ेगा कि उसकी क्या मर्जी है। उनके जाने के बाद मैंने सिप्पी को यह बात बताई, लेकिन उसने शादी करने से साफ इनकार कर दिया। मैंने सिप्पी को समझाया भी कि दोनों परिवारों में अच्छी दोस्ती है। कल्याणी लड़की ठीक है, शादी कर लो, लेकिन सिप्पी नहीं माना।
उधर, उस दिन के बाद से कल्याणी सिप्पी को परेशान करने लगी। उसे धमकियां देकर ब्लैकमेल करने लगी। इसका असर यह हुआ कि सिप्पी हमेशा परेशान रहने लगा। उसका काम में भी मन नहीं लगता था। मैंने सिप्पी से पूछा कि आखिर क्या बात है? क्यों आज कल उखड़े-उखड़े रहते हो…। पहले तो सिप्पी ने इनकार किया, लेकिन बहुत पूछने पर उसने ब्लैकमेल की बात बताई। सिप्पी ने मां से कहा कि कल्याणी मुझे ब्लैकमेल कर रही है। शादी का दबाव बना रही है, लेकिन मुझे उससे विवाह नहीं करनी है। इस पर दीपेंद्र कौर ने कहा कि कल्याणी अच्छी लड़की है, वो जिद पर अड़ी है तो शादी कर लो।
फोटो को लेकर शुरू हुआ विवाद
सिप्पी ने आरोप लगाया कि कल्याणी कई लड़कों के साथ रिलेशन में है। सिप्पी ने अपनी मां को यकीन दिलाने के लिए उसकी कुछ फोटोज दिखाईं। मां उन फोटोज को देखकर दंग रह गई। उस दिन के बाद वह भी कल्याणी से कटी-कटी रहने लगी। एक दिन सिप्पी ने परेशान होकर कल्याणी की आपत्तिजनक फोटो उसके माता-पिता को भेज दी। इससे कल्याणी आगबबूला हो गई। उसने कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई एक जज की बेटी के साथ ऐसा करने की। मैं तुझे छोड़ूंगी नहीं। कल्याणी के पापा ने भी इस बात को पर्सनल ले लिया था। उसी दिन से दोनों परिवारों के बीच रिश्ते में खटास आ गई।
इस बीच, 18 सितंबर 2015 को कल्याणी सिप्पी के ऑफिस पहुंच गई और वहां सरेआम उससे खूब लड़ाई की। मां ने बताया कि इसके बाद कल्याणी दो-तीन बार मेरे घर आई। वह घर आते ही सीधे ऊपर सिप्पी के कमरे में चली जाती थी और उससे खूब लड़ाई करती थी। एक दिन तो उसने हमारे बर्तन तोड़ दिए, मुझसे कहने लगी कि बहुत सुंदर है न आपका बेटा, देख लूंगी…। कौर ने बताया कि मैं कल्याणी के साथ बहुत सख्त इसलिए नहीं हो रही थी कि जज की बेटी है पता नहीं दोनों बेटों पर क्या आरोप लगा दे।
हत्या
मां ने बताया कि एक दिन सिप्पी को आधे घंटे में तीन अलग-अलग नंबर से फोन आए। इस दौरान वह काफी घबराया हुआ था। मैंने उससे परेशान होने की वजह पूछा तो सिप्पी ने बताया कि कल्याणी उसे हर रोज नए बहाने से ब्लैकमेल करती है। कभी कहती है कि मैं मर रही हूं, अपनी नस काट रही हूं…। तुमने मुझसे शादी नहीं की तो तुम्हारा घर बर्बाद कर दूंगी। सिप्पी इससे डर जाता था कि कहीं कल्याणी कुछ कर न ले।
कौर ने आगे बताया कि 20 सितंबर 2015 को सिप्पी ने मेरे साथ किचन और स्टोर रूम साफ करवाया। किचन में मेरी मदद की। इसके बाद वो एक लड़की के साथ लंच करने और फिल्म देखने चला गया। सिप्पी की उस लड़की से शादी होनी थी। शाम को सिप्पी घर लौटा। उसने मुझसे कहा कि कल्याणी का फोन आया था। वह मिलने को बुला रही है। क्या करूं? मैंने भी परेशान होकर कहा दिया कि जा आखिरी बार मिल लो, वो क्यों बुला रही है। क्या कहना चाह रही है।
शाम 7.30 बजे सिप्पी उससे मिलने गया। रात के 10 बज गए और वह नहीं लौटा तो मुझे लगा कि कल्याणी के साथ डिनर करके आएगा, लेकिन 11 बजने के बाद भी वह घर नहीं लौटा। फिर मैंने उसे फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। तभी मेरे मन में डाउट होने लगा, क्योंकि वह मेरा फोन पहली बार में ही उठा लेता था। 15 मिनट बाद मैंने फिर फोन किया। इस बार एक महिला ने फोन उठाया। उधर से आवाज आई मैं थाने से बोल रही हूं, आपके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है। पार्क में उसकी बॉडी है। इतना सुनते ही मैं अरदास करने लगी। कुछ देर बाद बेहोश होकर गिर पड़ी।
फिर बाद में मां को बताया गया कि कल्याणी ने उनके बेटे को चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के पार्क में बुलाया था और चार गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। मां ने कहा कि बेटे की हत्या के बाद लोकल पुलिस ने किसी अनजान के खिलाफ FIR कर दी, लेकिन सेक्टर 27 के पार्क के सामने ही एक औरत ने अपनी छत से कल्याणी को कार में बैठते देखा था। उसने गवाही भी दी।
7 साल बाद हुई गिरफ्तारी
मां ने बताया कि इसके बाद हम दिल्ली गए और तब के गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले। इसके अलावा कानून मंत्री से भी मिले। काफी कोशिश के बाद 13 अप्रैल 2016 को केस CBI जांच के लिए सौंप दिया गया। इसके बाद भी पुलिस CBI की मदद नहीं कर रही थी। 7 दिसंबर 2020 को CBI ने कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर की, जिसमें कल्याणी पर हत्या का शक जाहिर किया। 15 जून 2022 को CBI ने 173/2, 173 (8) के तहत आखिरकार कल्याणी को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि सिप्पी की हत्या के बाद कल्याणी और शूटर दोनों घटनास्थल से एक साथ निकले थे और एजेंसी को इसके सबूत मिल चुके हैं।
दि ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, तीन गवाह अभियोजन पक्ष की थ्योरी का हिस्सा हैं, जिसमें सेक्टर 27 निवासी अमृता सिंह नाम की एक महिला भी शामिल हैं। जांच के दौरान उन्होंने खुलासा किया था कि वह वारदात के समय अपने घर की पहली मंजिल पर मौजूद थी, जब उन्होंने 20 सितंबर की रात करीब 9.30 बजे गोलियों की आवाज सुनी और उसके बाद एक लड़की की चीख सुनी। वह मुख्य द्वार की ओर बालकनी की ओर निकलीं, जहां उन्होंने सफेद रंग की कार देखी। कार उनके घर के मेन गेट के पास स्ट्रीट लाइट के नीचे खड़ी थी। उन्होंने 26-27 साल की एक लड़की को भी देखा, जो तेजी से पार्क से अपनी कार की तरफ आ रही थी। इसके बाद वह मौके से फरार हो गई थी।
मां के मुताबिक, असल में लड़की सिप्पी से प्यार नहीं करती थी, उसके प्रॉपर्टी के पीछे पड़ी थी। उसने पूरी प्लानिंग के साथ उसकी हत्या की थी। उसके मां-पापा ने भी उसका साथ दिया था। उन्होंने कहा कि अभी कल्याणी को भले ही जमानत मिल गई है, लेकिन हम बैठने वाले नहीं हैं। उसके खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। मां ने दैनिक भास्कर से कहा कि अपने बेटे को इंसाफ दिलाए बिना मरूंगी नहीं।
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