केरल से एक बार फिर एक ऐसा चौंकाने वाला मामला जो साबित करता है कि क्राइम का कोई जेंडर नहीं होता। इंदौर की एक 30 वर्षीय महिला ने शारीरिक रूप से अक्षम करीब एक दर्जन पुरुषों को (जिनमें से केरल के 4 लोगों सहित कुल 11 पीड़ित पुरुष शामिल थे) शादी करने का झांसा दिया और बाद में उनके पैसे और सोने के गहने लेकर फरार हो गई। हालांकि, इस चोर महिला द्वारा बिछाया गया जाल एक निचली अदालत के साथ समाप्त हो गया, जिसमें उसे 4 साल के कठोर कारावास और 9.5 लाख रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई गई।
एर्नाकुलम न्यायिक प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कोर्ट (Ernakulam Judicial First Class Magistrate Court) ने बुधवार को मेघा भार्गव (Megha Bhargav) को उपरोक्त जुर्म के लिए दोषी पाया। इसके अलावा कोर्ट द्वारा मामले की दूसरी आरोपी उसकी बहन प्राची शर्मा भार्गव (Prachi Sharma Bhargava) को भी यही सजा सुनाई गई है।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, कोर्ट द्वारा दोषी करार दी गई आरोपी महिला मेघा भार्गव और उसके परिवार ने वायत्तिला निवासी पीड़ित व्यक्ति लेनिन जितेंद्र (Lenin Jithendra) को एक प्रस्ताव दिया, जो बोल नहीं पाता (Speech Disability) था। महिला का उद्देश्य सिर्फ उससे पैसे ऐंठना था। जानबूझकर उन्होंने 2014 और 2015 में दो अन्य व्यक्तियों के साथ उसके पहले के विवाह के बारे में छुपाया था।
शादी 25 सितंबर 2015 को शहर के एक मंदिर में हुई थी। शादी के बाद मेघा सोने के गहने, एक घड़ी, एक हीरे की स्टड, कपड़े और 5,50,000 रुपये नकद लेकर इंदौर भाग गई, जिनकी कीमत 9.5 लाख रुपये था। दिलचस्प बात यह है कि इस मामले में जमानत पर रिहा होने के दौरान, उसने 2016 में फिर से एक और व्यक्ति से शादी की और उसके पैसे भी ठगे।
केरल कोर्ट की टिप्पणी
केरल की स्थानीय अदालत ने फैसला सुनाते हुए कहा कि आरोपियों ने केवल विकलांग व्यक्तियों को ठगने का काम किया था, क्योंकि वे कमजोर थे और उनके खिलाफ अत्याचारों के खिलाफ प्रतिक्रिया करने में असमर्थ थे। ऐसे मामलों में कानून को ऐसे दुष्ट व्यक्तियों से उनकी रक्षा करने के लिए अपनी इच्छा पूरी करनी होगी।
शारीरिक रूप से विकलांग और कुंवारे पुरुषों को बनाती थी शिकार
कोच्चि शहर की पुलिस ने 2016 में वैवाहिक धोखाधड़ी के आरोप में नोएडा से 4 लोगों (मेघा और प्राची, महेंद्र बुंदेला और देवेंद्र शर्मा) को गिरफ्तार किया था। हालांकि, अदालत ने बुंदेला और शर्मा को बरी कर दिया।
मेघा ने बिचौलिए महेंद्र बुंदेला के माध्यम से लेनिन से शादी की थी, और 25 सोने के गहनों सहित 9.5 लाख रुपये का उपहार प्राप्त किया था। करीब एक महीने तक उसके साथ रहने के बाद वह कथित तौर पर उसके परिवार को छोड़कर अपनी बहन के घर चली गई। जब उसे वापस आने के लिए मनाने के उसके प्रयास विफल रहे, तो उसने शहर पुलिस में धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया।
पुलिस के अनुसार, महिला ने शारीरिक रूप से विकलांग और कुंवारे पुरुषों को अपना शिकार बनाती थी। विवाह के औपचारिक रजिस्ट्रेशन से बचने के लिए महिला ने दूल्हे के संबंधित धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार शादी पर जोर दिया।
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ARTICLE IN ENGLISH:
Four Years Imprisonment To Indore Woman Who Married 11 Different Disabled Men & Escaped With Cash, Jewelry
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