राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा (Noida) से हाल ही में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां प्रतिष्ठित न्यूज चैनल आजतक में काम करने वाले एक पत्रकार ने पिछले सप्ताह अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। आज तक में असिस्टेंट एडिटर (X बायो के अनुसार) के तौर में कार्यरत आकाशदीप शुक्ला (Aakashdeep Shukla) ने पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली। शुक्ला ने कथित तौर पर अपनी पत्नी और उसके माता-पिता द्वारा दी जा रही मानसिक प्रताड़ना और आघात से परेशान होकर यह कदम उठाया।
क्या है पूरा मामला?
मृतक के साथी पत्रकार और फिल्म निर्माता दीपिका भारद्वाज ने दावा किया कि आकाशदीप शुक्ला अपनी पत्नी और ससुराल वालों की तरफ से आपराधिक मामलों की लगातार धमकियों के कारण मानसिक रूप से परेशान थे। दीपिका ने X (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर एक पोस्ट में दावा किया कि शुक्ला ने एक दिन पहले (खुदकुशी के) उनसे लगभग 20 मिनट तक बात की थी। इस दौरान वह अपनी पत्नी और उसके माता-पिता के कारण हुई अपनी परेशानी उनके साथ शेयर की थी। उन्होंने एक दिन पहले हुई व्हाट्सएप बातचीत का एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया।
दीपिका भारद्वाज ने कहा कि 13 अगस्त को फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने शुक्ला को आश्वासन दिया था कि मामला सुलझा लिया जाएगा, लेकिन आज (14 अगस्त) शुक्ला ने आत्महत्या कर ली। दीपिका ने दावा किया कि, “उसे लगातार आपराधिक मामलों की धमकियां (पत्नी और ससुरालवालों की तरफ से) मिल रही थीं।”
भारद्वाज ने आगे दावा किया कि शुक्ला की कोर्ट मैरिज भी ‘दबाव में’ की गई थी। चूंकि वह अपनी कड़ी मेहनत से अर्जित करियर को खोने का जोखिम नहीं उठा सकता था, इसलिए उसने उस महिला से शादी कर ली। उन्होंने अपने ट्वीट में दावा किया कि शादी के बाद, उनके ससुर ने उन्हें भव्य समारोह आयोजित करने के लिए भी मजबूर किया, जो उनकी क्षमता से परे था।
उन्होंने खुलासा किया, “झगड़े के दौरान शुक्ला पर शारीरिक हमला भी किया गया।” दीपिका ने आगे दावा किया कि आकाशदीप गहरे तनाव में था और अपने माता-पिता को ‘इस झंझट में खींचने’ के लिए खुद को जिम्मेदार मानता था।
दीपिका ने आकाशदीप शुक्ला द्वारा लिखित एक मार्मिक आर्टिकल भी शेयर किया, जो स्पष्ट रूप से आज के समय के जटिल और उथल-पुथल वाले वैवाहिक जीवन पर प्रकाश डालता है। हालांकि, जब तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं हो जाता या पीड़ित के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज नहीं कराई जाती तब तक यह निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगा कि पत्नी और माता-पिता द्वारा ‘उत्पीड़न और यातना’ के कारण शुक्ला की असामयिक मौत हो गई। लेकिन इस बात की गहरी जांच की जानी चाहिए कि आखिर किस कारण से एक युवा पत्रकार को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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