एयर इंडिया पेशाब कांड (Air India Pee-Gate) में एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, जिस महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी, वह खिड़की वाली सीट पर बैठी थी। मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि यह आरोपी के उस दावे को मजबूत बना सकता है कि वह उस सीट तक रास्ता ब्लॉक होने के चलते ऐसा गलत कृत्य (महिला पर पेशाब करना) नहीं कर सकता है। बता दें कि यह पूरा मामला एयर इंडिया की 26 नवंबर 20222 को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही फ्लाइट-AI 102 से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि फ्लाइट के बिजनेस क्लास वाले हिस्से में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर नशे की हालत में एक 72 वर्षीय महिला पर पेशाब कर दिया।
मनीकंट्रोल को इस फ्लाइट का सीटिंग प्लान और संबंधित व्यक्तियों के सीट नंबर से जुड़ी जानकारी मिली है। लोगों ने मनीकंट्रोल को बताया कि शिकायतकर्ता महिला खिड़की वाली सीट पर बैठी थी। वहीं, आरोपी शंकर मिश्रा की सीट महिला के ठीक आगे वाली लाइन में किनारे की तरफ थी। महिला ने शिकायत में कहा था शंकर मिश्रा नशे की हालत में उसकी सीट के पास चलकर आया और नशे की हालत में उनके ऊपर पेशाब किया।
शंकर मिश्रा के वकील और सीनियर एडवोकेट रमेश गुप्ता ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने दिल्ली की एक कोर्ट में बताया कि उनके मुवक्किल शंकर मिश्रा ऐसा कृत्य नहीं कर सकते क्योंकि वह शिकायतकर्ता की सीट तक नहीं पहुंच सकते थे। उन्होंने आगे यहां तक कहा कि हो सकता है कि महिला का खुद पर कंट्रोल न हो और उन्होंने खुद ही पेशाब कर लिया हो।
अपने बचाव को मजबूत बनाने की कोशिश में गुप्ता ने एक (अप्रमाणिक) थ्योरी भी दिया, जिसमें बताया कि महिला एक कथक डांसर हैं। ऐसे में यह सभंव है कि उनका मलमूत्र-त्याग करने को लेकर अपने ऊपर कंट्रोल न हो, क्योंकि करीब 80 प्रतिशत कथक डांसरों में यह समस्या या बीमारी पाई जाती है।
क्या था सीटिंग प्लान?
बोइंग B777-300ER फ्लाइट के बिजनेस क्लास सीटिंग प्लान के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला की सीट 9A माना जा रहा है, जो विंडो सीट है। वहीं मिश्रा की सीट 8C थी, जो उनके ठीक आगे वाली लाइन में किनारे की तरफ थी। वहीं मिश्रा के बगल में विंडो सीट 8A, अमेरिका में रहने वाले ऑडियोलॉजिस्ट सुगाता भट्टाचार्जी बैठे थे। शिकायतकर्ता के बगल वाली सीट 9C, पर एक अन्य बुजुर्ग महिला बैठी थी।
मिश्रा ने तर्क दिया कि वह शिकायतकर्ता महिला पर पेशाब नहीं कर सकता था, क्योंकि वह खिड़की वाली सीट (9A) पर बैठी थी और उससे पहले किनारे वाली सीट पर एक दूसरी यात्री बैठी थी, जिसके चलते वह महिला की सीट तक नहीं पहुंच सकता था।
एक्सपर्ट्स का बयान
एविएशन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बिजनेस क्लास की सीटों में यात्रियों के पास आगे पैर फैलाने आदि के लिए ठीक-ठाक जगह होती है और विंडो सीट तक किसी का पहुंचना इस बात पर निर्भर करेगा कि उसके किनारी वाली सीट पूरी तरह से पीछे की तरफ झुकी थी या सीधी थी। एक्सपर्ट ने कहा कि अगर किनारे वाली 9C झुकी हुई होगी, तो 9A तक पहुंचना कठिन होगा। वहीं, अगर 9C सीट सीधी होगी, तो फिर विंडो सीट तक जाने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने मनीकंट्रोल के सवालों के जवाब में कहा, “यह मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है और पुलिस सहित विभिन्न एजेंसियां इसकी जांच की जा रही है और संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसलिए, हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे।”
मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
महिला की शिकायत के आधार पर बीते 4 जनवरी को आरोपी शंकर मिश्रा के खिलाफ IPC की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत), 354 और 509 (एक महिला की शील भंग करना), 510 (नशे में सार्वजनिक तौर पर गलत व्यवहार करना) और एविएशल रूल्स की धारा 23 के तहत (विमान पर हमला या डराना) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
FIR दर्ज होने के बाद मिश्रा कुछ दिनों तक फरार थे और उन्हें नौकरी से भी निकाल दिया गया। वह एक अमेरिकी कंपनी में काम कर रहे थे। एयर इंडिया ने उन्हें नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया है। आखिरकार 6 जनवरी को उन्हें बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया और कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
मामले में कई सवाल बाकी
सीटिंग प्लान से जो भी दिखता है, उसके बावजूद अभी भी इस घटना से जुड़े कई सवाल बाकी है।
– उदाहरण के लिए क्या शिकायतकर्ता और आरोपी असल में अपनी-अपनी सीट पर ही बैठे थे? क्या यह संभव है कि शिकायतकर्ता महिला ने अपनी सीट बगल वाली यात्री से अदला-बदला की हो? क्या घटना के समय महिला के बगल वाला यात्री अपनी सीट पर नहीं था?
– इस मामले में भट्टाचार्जी का बयान कितना विश्वसनीय है? भट्टाचार्जी, शंकर मिश्रा के बगल में और शिकायतकर्ता महिला के ठीक आगे वाली सीट पर बैठे थे और उन्होंने पुलिस को दिए बयान में कथित तौर पर महिला के दावे का समर्थन किया है।
– मामले की जांच करने वाले अधिकारियों ने कोर्ट में बताया कि अभी तक इस मामलों में 7 गवाहों से पूछताछ की गई है। जबकि 6 और लोगों से पूछताछ की जानी है। इनमें चार फ्लाइट के कर्मचारी और दो यात्री शामिल हैं। अब देखना होगा कि मामले में ये क्या बताते हैं।
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