उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar in Uttar Pradesh) से एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में सामने आया है। एक युवा एथलीट ने बलात्कार का आरोप लगने के बाद खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक के मुताबिक उसे झूठे मामले में फंसाया गया, जिसके लिए उसे करीब दो साल जेल में बिताने पड़े। लड़के ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें खुदकुशी जैसा कदम उठाने के बारे में विस्तार से बताया गया है।
क्या है पूरा मामला?
भैसी के रायपुर नगली गांव निवासी 23 वर्षीय राहुल एक युवा एथलीट था, जिसने भारत और विदेशों में कई पदक जीते थे। जब वह ओलंपिक की तैयारी कर रहा था तब वह दिल्ली में था। राष्ट्रीय राजधानी में रहने के दौरान उसकी मुलाकात एक ऐसी लड़की से हुई जो सिर्फ एक ‘दोस्त’ थी। हालांकि, लड़की के माता-पिता ने राहुल पर उनकी बेटी के साथ बलात्कार का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करा दिया।
शिकायत के बाद राहुल को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया गया और 19 महीने जेल में बिताने के लिए मजबूर किया गया। उसे पिछले महीने ही जमानत पर रिहा किया गया था, जिसके बाद वह डिप्रेशन में चला गया था। इस कथित झूठे बलात्कार मामले के कारण अवसाद से पीड़ित युवा ने इसी हफ्ते सोमवार को एक पेड़ से लटककर फांसी लगा ली।
सुसाइड नोट
पुलिस ने मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने लिखा था कि झूठे रेप केस में 19 महीने जेल में रहने के बाद मेरी जिंदगी तबाह हो गई है। मैं डिप्रेशन में हूं। मैं अब सरकारी नौकरी के योग्य नहीं रहा, इसलिए बेहतर है कि मैं अपनी जीवन लीला समाप्त कर लूं। उसने कहा कि वह लड़की ही मेरी दोस्त थी, जिसने मुझे नौकरी दिलाने के लिए बुलाया था। हालांकि, उसके माता-पिता ने मुझे झूठे बलात्कार के मामले में फंसा दिया। मेरे पास खुदकुशी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इसके लिए मेरा परिवार जिम्मेदार नहीं है और मैं खुद यह कदम उठा रहा हूं।
राहुल ने आगे कहा कि हालांकि, कृपया लड़की के माता-पिता से सवाल करें कि उन्होंने मुझे पैसे के लिए क्यों फंसाया। युवा एथलीट ने कहा कि पापा मुझे माफ कर दो। मैं एक बड़ा एथलीट बनना चाहता था। मैंने इसके लिए काफी मेहनत भी की थी। मैंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते, लेकिन उन्होंने (लड़की के माता-पिता) मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी। मैंने उसका रेप नहीं किया।
लड़की ने भी स्वीकार किया था कि उसे कुछ नहीं हुआ था, फिर भी उसके माता-पिता की शिकायत पर मुझे जेल में डाल दिया गया। मैं रेपिस्ट के टैग के साथ नहीं जी सकता। हर कोई मुझे अपराधी के रूप में देखता है, मैं किसी का सामना नहीं कर पा रहा हूं। सॉरी… मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हूं…।
राहुल के पिता का बयान
राहुल के पिता मुकेश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि लड़की के पिता पैसे के लिए उनके बेटे को ब्लैकमेल कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राहुल पहले ही लड़की के पिता को 10 लाख रुपये दे चुका है। हमने इस ब्लैकमेलिंग को लेकर स्थानीय थाने में मामला भी दर्ज कराया है।
पुलिस का बयान
सिटी एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने कहा कि हमने सोमवार को राहुल का शव पेड़ से लटका हुआ बरामद किया और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। हम उसका सुसाइड नोट अपने कब्जे में ले रहे हैं और उसमें उल्लिखित सभी नामों की जांच कर रहे हैं। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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