• होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?
Voice For Men
Advertisement
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
Voice For Men
No Result
View All Result
Home हिंदी कानून क्या कहता है

बॉम्बे हाई कोर्ट ने 68 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को बलात्कार के आरोप से किया बरी, जानें क्या है पूरा मामला

Team VFMI by Team VFMI
May 11, 2023
in कानून क्या कहता है, हिंदी
0
voiceformenindia.com

Bombay High Court Comes To Aid Of Woman Stuck With Ex-Husband’s Name Wrongly Added To Child’s Birth Certificate

40
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsappTelegramLinkedin

यह देखते हुए कि सीनियर सिटीजन कपल (Senior citizen couple) सहमति से संबंध बनाए थे और शारीरिक संबंध के लिए मजबूर नहीं थे, बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) ने हाल ही में 68 वर्षीय एक व्यक्ति को 2015 में एक 61 वर्षीय महिला द्वारा उसके खिलाफ दर्ज बलात्कार के मामले से बरी कर दिया। जस्टिस भारती डांगरे ने 4 मई को यह कहते हुए उस व्यक्ति को जमानत दे दी कि यह दो वयस्कों के बीच का संबंध था, जो अपने कार्यों के परिणामों को समझने में सक्षम थे। अदालत ने कहा कि दोनों 2005 से लगातार 10 साल रिलेशनशिप में थे।

क्या है पूरा मामला?

Freepressjournal.in के मुताबिक, 2015 में 54 वर्षीय महिला ने पुलिस में एक FIR दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि 60 वर्षीय व्यक्ति ने 2005 से शादी का झूठा वादा कर कई बार उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। महिला की शिकायत पर शख्स के खिलाफ बलात्कार, छेड़छाड़ और आपराधिक धमकी के लिए भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। महिला अपने पहले पति से अलग हो गई थी। फिर उसने पुनर्विवाह किया, लेकिन एक दुर्घटना में उसके अपने दूसरे पति को खो दिया।

शिकायत के अनुसार, महिला पुणे के एक स्कूल में हेडमास्टर के रूप में काम करती थी, जहां का चेयरमैन आरोपी शख्स था। उसने आरोप लगाया कि उस व्यक्ति ने दावा किया कि वह अपनी शादी से नाखुश है और उसने उससे शादी करने की इच्छा व्यक्त की थी। 2005 में दोनों एक रिश्ते में आ गए जो 2015 तक चला। इसके बाद महिला ने शिकायत दर्ज कराई कि वह उससे शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करता था।

हाई कोर्ट

हाई कोर्ट ने कहा कि यह दो वयस्कों के बीच का रिश्ता था, जो अपने कार्यों के परिणाम को समझने में सक्षम थे। जज ने कहा कि किसी भी तरह की कल्पना से यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता था कि आरोपी शख्स ने शारीरिक संबंध महिला की सहमति के बिना या उसकी इच्छा के विरुद्ध बनाया था। अदालत ने कहा कि दोनों ने 2005 से 2015 तक एक दशक तक सहमति से संबंध बनाए। इसमें आगे कहा गया कि महिला को अच्छी तरह पता था कि वह शख्स पहले से ही शादीशुदा है और इसके बावजूद उसने रिश्ता जारी रखा।

जज ने आगे कहा कि बलात्कार का अपराध तब बनता है जब कृत्य महिला की “इच्छा के विरुद्ध और सहमति के बिना” किया जाता है। यहां, रिश्ता एक दशक तक चलता रहा और यह आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है कि यह “आपसी सहमति” से बनी थी। विस्तृत आदेश में अदालत ने कहा कि यह अनुमान लगाने का कोई कारण नहीं है कि यह रिश्ता जबरदस्ती था। यह ऐसा मामला भी नहीं है जहां एक युवक ने शादी का झांसा देकर किसी युवती को शारीरिक संबंध बनाने के लिए फुसलाया हो। इसके साथ ही कोर्ट ने आरोपी को जमानत दे दी।

वौइस् फॉर मेंस के लिए दान करें!

पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।

इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।

योगदान करें! (80G योग्य)

हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.

सोशल मीडियां

Team VFMI

Team VFMI

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

योगदान करें! (80G योग्य)
  • Trending
  • Comments
  • Latest
mensdayout.com

पत्नी को 3,000 रुपए भरण-पोषण न देने पर पति को 11 महीने की सजा, बीमार शख्स की जेल में मौत

February 24, 2022
hindi.mensdayout.com

छोटी बहन ने लगाया था रेप का झूठा आरोप, 2 साल जेल में रहकर 24 वर्षीय युवक POCSO से बरी

January 1, 2022
hindi.mensdayout.com

Marital Rape Law: मैरिटल रेप कानून का शुरू हो चुका है दुरुपयोग

January 24, 2022
hindi.mensdayout.com

राजस्थान की अदालत ने पुलिस को दुल्हन के पिता पर ‘दहेज देने’ के आरोप में केस दर्ज करने का दिया आदेश

January 25, 2022
hindi.mensdayout.com

Swiggy ने महिला डिलीवरी पार्टनर्स को महीने में दो दिन पेड पीरियड लीव देने का किया ऐलान, क्या इससे भेदभाव घटेगा या बढ़ेगा?

1
voiceformenindia.com

पंजाब एंड हरियाणा HC ने विवाहित पुरुष और तलाकशुदा महिला के साथ रहने पर जताई आपत्ति, व्यक्ति की पत्नी को 25,000 रुपये देने का दिया आदेश

0
hindi.mensdayout.com

Maharashtra Shakti Bill: अब महाराष्ट्र में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज करने वालों को होगी 3 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये का जुर्माना

0
https://hindi.voiceformenindia.com/

पंजाब और हरियाणा HC ने 12 साल से पत्नी से अलग रह रहे पति की याचिका को किया खारिज, कहा- ‘तुच्छ आरोप तलाक का आधार नहीं हो सकते’, जानें क्या है पूरा मामला

0
voiceformenindia.com

पंजाब एंड हरियाणा HC ने विवाहित पुरुष और तलाकशुदा महिला के साथ रहने पर जताई आपत्ति, व्यक्ति की पत्नी को 25,000 रुपये देने का दिया आदेश

October 9, 2023
voiceformenindia.com

पतियों पर हिंसा का आरोप लगाने वाली महिलाओं को मध्यस्थता के लिए भेजने के खिलाफ PIL दायर

October 9, 2023
voiceformenindia.com

पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को स्वीकार करने वाली पत्नी बाद में तलाक के मामले में इसे क्रूरता नहीं कह सकती: दिल्ली HC

October 9, 2023
voiceformenindia.com

बहू द्वारा उत्पीड़न की शिकायत के बाद TISS की पूर्व डॉयरेक्टर, उनके पति और बेटे पर मामला दर्ज

October 9, 2023

सोशल मीडिया

नवीनतम समाचार

voiceformenindia.com

पंजाब एंड हरियाणा HC ने विवाहित पुरुष और तलाकशुदा महिला के साथ रहने पर जताई आपत्ति, व्यक्ति की पत्नी को 25,000 रुपये देने का दिया आदेश

October 9, 2023
voiceformenindia.com

पतियों पर हिंसा का आरोप लगाने वाली महिलाओं को मध्यस्थता के लिए भेजने के खिलाफ PIL दायर

October 9, 2023
voiceformenindia.com

पति के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को स्वीकार करने वाली पत्नी बाद में तलाक के मामले में इसे क्रूरता नहीं कह सकती: दिल्ली HC

October 9, 2023
voiceformenindia.com

बहू द्वारा उत्पीड़न की शिकायत के बाद TISS की पूर्व डॉयरेक्टर, उनके पति और बेटे पर मामला दर्ज

October 9, 2023
वौइस् फॉर मेंन

VFMI ने पुरुषों के अधिकार और लिंग पक्षपाती कानूनों के बारे में लेख प्रकाशित किए.

सोशल मीडिया

केटेगरी

  • कानून क्या कहता है
  • ताजा खबरें
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • हिंदी

ताजा खबरें

voiceformenindia.com

पंजाब एंड हरियाणा HC ने विवाहित पुरुष और तलाकशुदा महिला के साथ रहने पर जताई आपत्ति, व्यक्ति की पत्नी को 25,000 रुपये देने का दिया आदेश

October 9, 2023
voiceformenindia.com

पतियों पर हिंसा का आरोप लगाने वाली महिलाओं को मध्यस्थता के लिए भेजने के खिलाफ PIL दायर

October 9, 2023
  • होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?

© 2019 Voice For Men India

No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English

© 2019 Voice For Men India