जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से एक व्यक्ति की दुर्भाग्यपूर्ण आत्महत्या की जानकारी सामने आई है। यहां एक 42 वर्षीय एसोसिएट प्रोफेसर ने बुधवार 7 सितंबर को जम्मू यूनिवर्सिटी में स्थित अपने कार्यालय में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसोसिएट प्रोफेसर ने कुछ छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप में निलंबित किए जाने के कुछ ही मिनटों के भीतर यह खतरनाक कदम उठाया।
क्या है पूरा मामला?
मृतक चंदर शेखर (Chander Shekhar) उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले थे। वह 2007-08 से जम्मू यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे थे। वह शादीशुदा थे और कैंपस में आधिकारिक क्वार्टर में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
जम्मू यूनिवर्सिटी का बयान
जम्मू यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (DSW) के प्रोफेसर प्रकाश अंताल के अनुसार, शेखर को कुछ दिन पहले कुछ छात्राओं द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत की जांच कर रही एक विभागीय जांच समिति ने उन्हें निलंबित कर दिया था। अंताल ने मीडिया से कहा कि 1 सितंबर, 2022 को लगभग 20 से 22 छात्रों ने प्रोफेसर चंदर शेखर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के लिए लिखित शिकायत दर्ज कराई थी और विश्वविद्यालय की समिति द्वारा मामले की जांच की जा रही थी।
समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर, उन्हें निलंबित कर दिया गया था और लंबित जांच को देखते हुए टीचिंग और मूल्यांकन से रोक दिया गया था। शेखर को जब उनके निलंबन के बारे में पता चला तो उन्होंने शाम करीब 4 बजे खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और कुछ देर बाद पंखे से लटके हुए पाए गए। डीन ने बताया कि जब मुझे घटना की जानकारी हुई तो मैंने कैंपस के मुख्य सुरक्षा अधिकारी को जांच के लिए भेजा। उन्होंने कहा कि कैंपस के सुरक्षाकर्मी ने उनके कार्यालय का दरवाजा तोड़ा और उन्हें पंखे से लटका पाया। डीन ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ताओं के वीडियो बयान भी दर्ज किए गए थे।
पुलिस का बयान
जम्मू के एसएसपी चंदन कोहली ने मीडिया को बताया कि प्रथम दृष्टया यह एक आत्महत्या का मामला लग रहा है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डॉक्टरों के एक बोर्ड द्वारा भेज दिया गया है। अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगे कुछ कह सकेगी।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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