पुलिस थाने में वैसे तो मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना, बलात्कार, दहेज और प्रेमी-प्रेमिका जैसे मामले काफी आते हैं। हालांकि, नवंबर 2020 में बिहार से एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके मुताबिक पति-पत्नी का दूसरे के साथ अवैध संबंध को लेकर मारपीट, घर से निकाले जाने एवं तलाक होने के संबंध में अधिक शिकायतें सामने आती हैं।
डेढ़ साल में एक हजार शिकायतें
नवंबर 2020 में एक अधिकारी ने बताया था कि महिला थाने में पिछले डेढ़ साल में दर्ज करीब 1,030 मामलों में से तकरीबन 436 शिकायतें यानी 43 फीसदी महिलाएं अपने पति का दूसरी महिला से संबंध होने के शक को लेकर थाने पहुंची। हालांकि, इस मामले में जब पतियों की काउंसलिंग की गई, तो उनका कहना था कि मायके पक्ष का दखल होने की वजह से घरेलू झगड़े हो रहे हैं।
ऐसे आए मामलें
महिला थानों में हजारों शिकायतें दर्ज हैं। उनमें से कुछ मामलों के बारे में हम आपको बता रहे हैं। चित्रगुप्त नगर कॉलोनी की रितु (बदला हुआ नाम) ने दानापुर के राजीव से 2017 में शादी की थी। हालांकि, शादी के दो साल के अंदर ही दोनों का रिश्ता महिला थाने पहुंच गया। रितु ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि राजीव ने उसके साथ धोखे से शादी कर ली, क्योंकि उसका अफेयर कई दूसरी लड़कियों से भी है।
महिला ने आरोप लगाया कि उसका पति अब भी दूसरी लड़कियों को डेट कर रहा है और महंगे गिफ्ट्स में पैसे बर्बाद कर रहा है। इस शिकायत के बाद थाने की ओर से काउंसलिंग कर दोनों पक्षों को मिलाने की कोशिश की गई। हालांकि, पत्नी ने कहा कि वह अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती।
इसके अलावा महिला थाना में फतुहा का एक मामला आया, जहां बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक मां पिछले एक साल से परेशान थी। कविता (बदला हुआ नाम) की शादी पटना सिटी के रहने वाले अभिषेक के साथ हुई थी।
शादी के 6-7 महीने बाद ही पत्नी ने पति के खिलाफ एडल्ट्री का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करा दी। महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि उसका विरोध करने पर पति ने उसके साथ मारपीट की और इस वजह से वह उसके साथ और नहीं रहना चाहती।
पत्नियों की शिकायतें
पत्नियां अपने पतियों के बारे में कुछ सामान्य शिकायतें करती हैं। महिलाओं का आरोप है कि उनके पति मायके वालों को अपने झगड़ों के बीच में घसीटते हैं और उन्हें ताना मारते हैं। महिलाओं का यह भी आरोप है कि पत्नियों की सलाह को नजरअंदाज कर पुरुष अपने परिवार की बहुत ज्यादा सुनते हैं। इसके अलावा पत्नियों का कहना है कि उनके पति फोन पर न जाने किस-किस से बात करते रहते हैं। उनका यह भी कहना है कि बहन के लिए नियम अलग और पत्नी के लिए अलग नियम क्यों होनी चाहिए?
पतियों द्वारा की गई शिकायतें
महिलाओं के अलावा पुरुषों द्वारा भी पत्नियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुरुष अपनी शिकायतों में आरोप लगाते हैं कि उनकी पत्नियां उन पर अपने माता-पिता से दूर रहने के लिए दबाव डालती हैं। इसके अलावा, पुरुषों का आरोप है कि पत्नियां शादी के बाद वैवाहिक घर में प्रवेश करते ही अपने लिए अलग घर की मांग करने लगती हैं। पतियों का यह भी आरोप है कि उनकी पत्नियां हर चीज में उन पर शक करती हैं और छोटी-छोटी बातों पर घर छोड़ने की धमकी देती हैं।
काउंसलिंग कपल
महिला थानों में रोजाना औसतन 3-4 शिकायतें आती हैं। इनमें से 35 फीसदी कपल अधिक पढ़े-लिखे होते हैं। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षित कपल को काउंसलिंग देना सबसे कठिन है, जबकि कम पढ़े-लिखे कपल समझौता करने और साथ रहने को तैयार हो जाते हैं। कपल्स के बीच इस तरह के झगड़ों का मुख्य कारण यह होता है कि वे एक-दूसरे की सुनने को तैयार नहीं होते। इसके अलावा, उनका संदेह रिश्तों को और भी खराब कर देता है। आपको बता दें कि काउंसलिंग से कई रिश्ते टूटने से बच जाते हैं।
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