अभी तक आप फिल्मों में ब्रेकअप पार्टी देखा या इसके बारे में सुना होगा। गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड या पति-पत्नी एक दूसरे से अलग होने के पहले एक शानदार ब्रेकअप पार्टी करते हैं और इस ब्रेकअप पार्टी को दोस्तों के साथ एनजॉय करते हैं। अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक खबर आई है, जहां कुछ शादी शुदा पुरुष अपनी पत्नियों को तलाक देने के बाद ‘तलाक पार्टी’ का आयोजन कर रहे हैं। इसके लिए कार्ड भी छपवाया गया है। यह कार्ड सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। हालांकि, ‘भारतीय संस्कृति के लिए खतरा’ का हवाला देते हुए इस पार्टी को रद्द करवा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, भोपाल में एक गैर सरकारी संगठन (NGO) ने तलाकशुदा पुरुषों के लिए ‘विवाह विच्छेद समारोह (Vivah Vichchhedan Samaroh)’ आयोजित करने का विचार बनाया था, लेकिन कुछ संगठनों के विरोध के बाद रविवार 11 सितंबर को इसे रद्द कर दिया गया। इस पार्टी का आयोजन 2014 में रजिस्टर्ड एनजीओ ‘भाई वेलफेयर सोसाइटी (Bhai Welfare Society)’ की ओर से 18 सितंबर को राजधानी के बाहरी इलाके में स्थित एक रिजॉर्ट में किया जाना था।
आयोजक का बयान
संगठन के संयोजक जकी अहमद (Zaki Ahmed) ने पीटीआई से कहा कि कुछ संगठनों के विरोध के कारण रिजॉर्ट मालिक ने वेन्यू की बुकिंग रद्द कर दी। इसके बाद सोसायटी ने यह कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हम कोई विवाद नहीं चाहते हैं, क्योंकि हमारा मुख्य काम कानूनी मदद मुहैया कराना और लोगों को संकट से उबारने में मदद करना है। इससे पहले अहमद ने कहा था कि इस ‘विवाह विच्छेद समारोह’ में उन 18 पुरुषों को तलाक मिलने का जश्न मनाया जाएगा, जिन्हें लंबी कानूनी लड़ाई के बाद तलाक मिला है और अपनी शादियों को खत्म करने के एवज में पूर्व पत्नी (तलाक ले चुकी पत्नी) को भारी भरकम गुजारा भत्ता देना पड़ रहा है।
तलाक का नहीं करते समर्थन
अहमद ने आगे कहा कि हम तलाक का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन एक खराब शादी उत्पीड़न और कभी-कभी आत्महत्या की ओर ले जाती है। हम इसे रोकना चाहते हैं। हमारा एनजीओ ऐसे लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता दे रहा है और उन्हें कठोर कदम उठाने से रोकने के लिए काउंसलिंग भी कर रहा है। अहमद ने कहा कि इंजीनियर, डॉक्टर और अन्य कामकाजी पेशेवर जो इस तरह के मामलों के शिकार हुए हैं वे इस संगठन के सदस्य हैं।
विरोध के बाद रद्द करनी पड़ी पार्टी
अहमद ने बताया कि यह एक गेट-टुगेदर आयोजन होना था, लेकिन एक छोटे ग्रुप के लिए आयोजित इस ‘विवाह विच्छेद समारोह’ कार्यक्रम का निमंत्रण कार्ड किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अब मुझे उन लोगों के फोन आ रहे हैं, जो इसका विरोध कर रहे हैं। वह दावा कर रहे हैं कि यह भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। अहमद ने कहा कि अगर ऐसे लोग हमारे इस समारोह के किसी भी कार्यक्रम पर ऐतराज जताते हैं, तो संगठन उनकी आपत्तियों का निवारण करेगी।
दहेज उत्पीड़न, CrPC 125 और घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 के झूठे मामलों के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद भाई वेलफेयर सोसाइटी देश में इस तरह का पहला कार्यक्रम आयोजित कर रही थी। अहमद ने पीटीआई को बताया कि कुछ संगठनों के विरोध के कारण कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसे लोगों के लगातार फोन आ रहे थे, जिनका कहना था कि यह भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। इस वजह से कार्यक्रम को फिलहाल रद्द कर दिया गया है।
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