राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur of Rajasthan) में महात्मा गांधी अस्पताल के पास टीबी एंड चेस्ट सेंटर में 38 वर्षीय मेडिकल ऑफिसर चंदन चौधरी की संदिग्ध मौत के बाद अब उनके पिता भोमाराम ने बनाड़ थाने में अपनी बहू के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया है। थाने में दी गई रिपोर्ट में पिता ने चंदन की पत्नी पर 6 मार्च को दूध में नशीला पदार्थ देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। हालांकि, डॉक्टर ने खुदकुशी किया या उसकी हत्या की गई यह मेडिकल रिपोर्ट के बाद ही साफ हो पाएगा। थाना अधिकारी सीताराम खोजा ने दैनिक भास्कर को बताया कि डॉक्टर की मौत के बाद पिता भोमाराम ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने मृतक डॉक्टर की पत्नी उषा के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
क्या है पूरा मामला?
दैनिक भास्कर के मुताबिक, डॉक्टर चंदन चौधरी जोधपुर शहर के शिव विहार सारण नगर में रहते थे। 6 मार्च को उनकी संदिग्ध मौत मथुरा दास माथुर अस्पताल के ट्रॉमा अस्पताल में हुई थी। 7 मार्च को पुलिस कमिश्नर के आदेश पर 3 सदस्यों की टीम ने चंदन का पोस्टमॉर्टम किया। इसके बाद बॉडी परिजनों के सौंप दी गई। सारणनगर स्थित घर में डॉ. चंदन चौधरी अपने भाई के साथ एक ही घर में रहते थे। मृतक डॉक्टर ग्राउंड फ्लोर पर रहते थे, जबकि उनके छोटे भाई पहले फ्लोर पर रहते हैं।
अचानक होने लगी उल्टी
घटना वाले दिन 6 मार्च को डॉक्टर को अचानक उल्टियां होने लगी, जिसके बाद भाई और भाभी उन्हें अस्पताल लेकर गए। डॉ. चंदन की पत्नी उषा चौधरी बैंक अधिकारी हैं। बताया जा रहा है कि उस दिन डॉ. चंदन की पत्नी उषा सुबह 10 बजे के लगभग ऑफिस के लिए निकल चुकी थीं। इसके बाद दोपहर 12 से 1 बजे के करीब डॉक्टर की तबीयत खराब हुई। इलाज के दौरान शाम 4 बजे डॉक्टर की मौत हो गई।
पिता ने बहू के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
घटना वाले दिन शाम 7:30 बजे डॉक्टर के पिता ने बेटे की मौत के बाद बनाड़ थाने में चंदन की पत्नी उषा के खिलाफ जहरीला पदार्थ खिलाने का मामला दर्ज करवाया। रिपोर्ट में चंदन के पिता ने दावा किया उनके बेटे को जहरीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता भोमाराम चौधरी ने उषा पर दूध में जहरीली चीज मिलाकर देने और हत्या करने का आरोप लगाते हुए बनाड़ थाने में FIR दर्ज करवाई है।
बताया जा रहा है कि चंदन और उषा के बीच पारिवारिक विवाद चल रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक, पत्नी से जारी विवाद के चलते वे डिप्रेशन में थे। डॉ. चंदन महात्मा गांधी अस्पताल में चेस्ट विभाग में मेडिकल ऑफिसर थे। घटना वाले दिन वे ड्यूटी गए थे, लेकिन तबीयत खराब होने की बात कहकर वह वापस घर चले गए थे। शुरुआती तौर पर डिप्रेशन आत्महत्या का कारण माना जा रहा है। बाकी जांच के बाद ही सही कारण सामने आ पाएगा। फिलहाल, मामले में आगे की जांच जारी है।
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