सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस साल जनवरी महीने में शादी का झांसा देकर एक हिंदू महिला का कथित तौर पर रेप करने के आरोपी एक मुस्लिम डॉक्टर की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगा दी थी। डॉक्टर के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही महिला ने घरेलू विवाद के बाद उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाई थी। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवााई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील द्वारा दावा किया गया कि महिला ने मामले को जव जिहाद का एंगल देकर डॉक्टर से एक करोड़ रुपये ऐंठने की कोशश कर रही थी।
क्या है पूरा मामला?
जी न्यूज के मुताबिक, याचिकाकर्ता और शिकायतकर्ता साल 2019 में लिव-इन रिलेशनशिप में थे। हालांकि, कुछ समय बाद उनके रिश्ते में खटास आ गई। इसके बाद शिकायतकर्ता महिला ने याचिकाकर्ता के खिलाफ लिखित रूप से मामला दर्ज करवाई। महिला ने दावा किया कि याचिकाकर्ता ने अपना नाम कबीर बताते हुए खुद को एक हिंदू पुरुष के रूप में उसके सामने पेश किया और शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया।
महिला शिकायतकर्ता की तरफ से पेश वकील ने डॉक्टर को दी गई गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह एक करोड़पति है और तर्क दिया कि यह लव जिहाद का मामला है। वकील ने कहा कि आरोपी डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर शिकायतकर्ता के साथ यौन संबंध बनाए। याचिकाकर्ता ने 10 मई को इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था, जिसने उसकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट
जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस राजेश बिंदल की अवकाशकालीन पीठ ने डॉक्टर की गिरफ्तारी पर अंतरिम रोक लगाते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से मामले में अपना जवाब दाखिल करने को कहा है। जबकि याचिकाकर्ता को सुनवाई की अगली तारीख तक मामले के रजिस्ट्रेशन के स्थान मुरादाबाद में एंट्री नहीं करने का निर्देश दिया है। डॉक्टर के वकील की दलीलें सुनने के बाद पीठ ने कहा हम याचिकाकर्ता को मुरादाबाद में दर्ज मामले में सुनवाई की अगली तारीख तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण प्रदान करते हैं। अदालत ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता सुनवाई की अगली तारीख तक मुरादाबाद में एंट्री नहीं करेगा और शिकायतकर्ता के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई बातचीत नहीं करेगा।
पैसे ऐंठने की थी साजिश
याचिकाकर्ता के वकील जी. इंदिरा के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि इस मामले में मूल मुद्दा यह है कि महिला द्वारा 1 करोड़ रुपये ऐंठने के चक्कर में प्रेम के मामले को बदलकर लव जिहाद का मामला बना दिया गया है। याचिका में आगे दावा किया गया है कि शुरुआत से ही महिला का प्रयास याचिकाकर्ता और शिकायतकर्ता के रिश्ते को एक राजनीतिक और धार्मिक रंग देना है। मुस्लिम डॅाक्टर भले ही इस मामले में फिलहाल आरोपी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाकर उसे बड़ी राहत दी है।
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