गुजरात में बारडोली की नवदुर्गा सोसायटी में जून 2020 के आखिरी सप्ताह में एक युवक ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। हालांकि, अपनी जीवन लीला समाप्त करने से पहले युवक ने एक वीडियो बनाया कि कैसे उसकी सास ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी थी।
स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार 31 वर्षीय निलय संजयभाई चौधरी नवदुर्गा सोसायटी बारडोली के रहने वाले थे, जिन्होंने 26 जून 2020 को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने परिजनों से प्राथमिक सूचना मिलने पर FIR में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। पत्नी के ससुराल से नहीं लौटने के कारण उसने अपना जीवन समाप्त कर लिया।
हालांकि, बाद में जब जांच अधिकारी ने उस व्यक्ति के फोन की जांच की, तो पता चला कि उसने खुदकुशी से पहले एक वीडियो छोड़ा था। वीडियो में शख्स यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि उसकी सास ने बार-बार पैसे की मांग की और उसकी जिंदगी भी बर्बाद कर दी। इसके बाद पति की मां रमीलाबेन संजयभाई चौधरी ने अपने बेटे की सास परुबेन गणेशभाई चौधरी के खिलाफ बारडोली पुलिस में आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत दर्ज कराई।
वीडियो में पति कहता है कि मेरी सास ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। पैसे के लिए उसने मुझे बर्बाद कर दिया है। मैं जान देने के अलावा क्या कर सकता हूं। युवक ने सास पर दो लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया। उसने कहा कि मैं अपनी जिंदगी में खो गया हूं, मुझे नौकरी नहीं मिल रही है, मुझे सड़क पर सोना पड़ रहा है, पैसे मिले तो खा लेता हूं, मेरी दो सोने की अंगूठियां चोरी हो गई हैं। पैसे की भूखी मेरी सास ने मुझे नौकर बना दिया है। मेरे माता-पिता की कोई गलती नहीं है। मेरी जान चली गई है। मैं काम की तलाश में थक गया हूं।
उसने आगे कहा कि मैं तीन दिन से सोया नहीं हूं, रोज सोचता हूं कि करना चाहिए या नहीं। आज मेरी मौच निश्चित है। जय सियाराम। तलाक को लेकर परुबेन ने निलय के परिवार से 5 लाख रुपये की भी मांग की। इसके अलावा वीडियो में कहा गया है कि वह बार-बार निलय से अतिरिक्त 2 लाख रुपये की मांग कर रही थी। रमीलाबेन ने आरोप लगाया है कि निलय ने अपनी सास द्वारा लगातार प्रताड़ित करने के कारण ही अपनी जीवन लीला समाप्त की।
2017 में निलय ने 10 गौचर फलिया में रहने वाले गणेश सुरेश चौधरी की बेटी कामिनी से शादी की थी। शादी के बाद, कामिनी अक्सर बीमार पड़ जाती थी और अपने माता-पिता के घर वापस चली जाती थी। एक बार जब निलय अपनी पत्नी को लाने गया और अपने माता-पिता के साथ कामिनी के घर पहुंचा, तो उसके ससुराल वालों का उसके परिवार से झगड़ा हो गया। तीन महीने तक पति पत्नी के घर रहा। उनके बयान के मुताबिक, इस दौरान उनके ससुराल से उनकी सोने की अंगूठी और घड़ी भी चोरी हो गई।
भारत में गुजारा भत्ता की मौत दहेज से होने वाली मौतों की तरह ही वास्तविक है। हालांकि, यह कभी भी रिपोर्ट नहीं किया जाता है, क्योंकि जब कोई व्यक्ति आत्महत्या से मर जाता है, तो हम उसे कमजोर कहते हैं जो जीवन का सामना नहीं कर सकता। जेंडर पक्षपाती कानूनों के कारण कई पुरुष जिस आघात और मानसिक उत्पीड़न से गुजरते हैं, वह किसी की भी समझ से परे है जो खुद इसका सामना नहीं करता है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पुरुष हैं या महिला। आपको ‘सशक्तिकरण’ के राजनीतिक रूप से सही बयान के नाम पर किसी भी जेंडर के साथ किए गए इस तरह के अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।
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