भारतीय महिला क्रिकेट टीम और इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम के बीच हाल ही में हुई वनडे सीरीज काफी सुर्खियों में रही थी। टीम इंडिया ने 3 मैच की सीरीज में क्लीन स्वीप कर इतिहास रचा था। हालांकि, लॉर्ड्स में खेला गया आखिरी वनडे मैच एक रनआउट की वजह से विवादों में रहा। क्रिकेटर दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड की चार्ली डीन को ‘मांकड़िंग’ रनआउट किया था। इस बीच हाल ही में भारत के दिग्गज कमेंटेटर हर्षा भोगले ने इस मसले पर एक लंबा कमेंट लिखा था, जो काफी वायरल हुआ था। हालांकि, भोगले ने अपने पोस्ट में एक जगह दीप्ति को ‘लड़की’ शब्द से संबोधित कर दिया, जिसे लेकर उन्हें माफी मांगनी पड़ी है।
क्या है पूरा मामला?
दीप्ति शर्मा विवाद के बीच, भोगले ने 30 सितंबर को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक के बाद एक सिलसिलेवार ट्वीट किए थे, जिसमें उन्होंने विस्तार से इंग्लैंड द्वारा की गई आलोचना की निंदा की थी। साथ ही कहा था कि इंग्लैंड की सोच में है कि वो चाहते हैं दुनिया उनके हिसाब से ही सोचे। उन्होंने लिखा था कि मुझे ये बात बहुत ही परेशान कर रही है कि इंग्लैंड की मीडिया का एक बहुत बड़ा हिस्सा एक ऐसी लड़की पर सवाल उठा रहा है जिसने खेल के नियमों के दायरे में रहकर खेला और कोई भी उस खिलाड़ी पर सवाल नहीं उठा रहा है जो गैर-कानूनी तरीके से फायदा उठाने की कोशिश कर रही थी। ऐसा वो कई बार कर चुकी थी। इसमें बेहद तर्कसंगत लोग भी शामिल हैं और मुझे लगता है कि इसके पीछे संस्कृति का हाथ है।
उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेज ये सोच रहे हैं कि जो हुआ वो गलत था, क्यूंकि उन्होंने क्रिकेट की दुनिया के बेहद बड़े हिस्से पर राज किया है, इसलिए उन्होंने सभी को ये बताया कि वो गलत था। दिग्गज कमेंटेटर हर्षा भोगले ने आगे लिखा था कि उपनिवेशी प्रभुता इतनी ताकतवर थी कि उसपर बहुत कम उंगलियां उठीं। नतीजा ये रहा कि आज भी यही समझा जाता है कि इंग्लैंड जिसे गलत समझे, बची हुई क्रिकेट की दुनिया को उसे गलत ही समझना चाहिए।
भोगले ने आगे लिखा कि ठीक वैसे ही, जैसे ऑस्ट्रेलियाई लक्ष्मण रेखा पार न करने का उपदेश देते हैं। वो लक्ष्मण रेखा…, जो उन्होंने अपनी संस्कृति के अनुसार खुद ही खींची है और जो दूसरों के अनुसार ठीक नहीं हो सकती है। बाकी दुनिया इंग्लैंड की सोच के अनुसार चलने के लिए प्रतिबद्ध नहीं है। हर्षा भोगले ने आगे कहा कि इसलिए जो गलत है वो हमें साफ नजर आ रहा है। ये भी सोचना लत है कि टर्न लेने वाली पिचें खराब हैं और सीमिंग पिचें एकदम सही हैं।
हर्षा ने आगे लिखा था कि ये संस्कृति का मुद्दा है, ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं, क्यूंकि ये ऐसी ही सोच के साथ बड़े होते हैं। इन्हें नहीं समझ में आता कि ये गलत है। ऐसे में समस्या खड़ी होती है और इसमें हम भी तब दोषी पाए जाते हैं जब लोग एक-दूसरे के नजरिए के कारण लोगों को जज करते हैं। इंग्लैंड चाहता है कि बाकी के देश नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को रन आउट न करे और वो दीप्ति और ऐसा करने वाले बाकी खिलाड़ियों के प्रति बेहद आलोचनात्मक और कटुता से भरे रहे हैं। ऐसे में हम भी ये पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि बाकी लोग भी सदियों पुरानी इस गहरी नींद से जागें।
बाद में मांगनी पड़ी माफी
हर्षा ने अपने के ट्वीट में दीप्ति शर्मा को ‘गर्ल’ कह कर संबोधित किया था। बाद में हर्षा ने अपने इस ट्वीट के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि कुछ महिलाओं ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि हाल के एक ट्वीट में “गर्ल” शब्द का मेरा चुनाव सही नहीं था। उस शब्द का चयन अनजाने में किया गया है लेकिन वह अपमानजनक है। मैं उसके लिए माफी मांगता हूं और उन सभी महिलाओं का धन्यवाद करता हूं। मैं उसे सार्वजनिक डोमेन में रख रहा हूं, ताकि अन्य पुरुषों को पता चले कि इससे महिलाओं को चोट पहुंचती है।’
यहां नीचे सोशल मीडिया यूजर्स के कुछ दिलचस्प ट्वीट्स हैं, जिन्होंने नारीवादियों की हास्यास्पदता का मजाक उड़ाया है…
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