मेन वेलफेयर ट्रस्ट (MWT) और सेव फैमिली फाउंडेशन (SFF) एक रजिस्टर्ड गैर सरकारी संगठन (NGOs) हैं, जो भारत में पुरुषों के जीवन और स्वतंत्रता को प्रभावित करने वाले विभिन्न विषयों पर जमीनी स्तर पर लगातार काम कर रहे हैं। दोनों NGO उन बच्चों के कल्याण के लिए जागरूकता फैलाते हैं, जो पारिवारिक वैवाहिक विवादों में सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। NGO संकटग्रस्त पुरुषों के लिए एक ऑल इंडिया हेल्पलाइन 8882498498 भी चला रहे हैं, जिस पर सालाना 30,000 से अधिक कॉल आती हैं।
‘होप फॉर मेन’ कानूनी सेमिनारों की एक सीरीज है। झूठे मामलों में फंसाए गए पुरुषों की कानूनी जागरूकता और मानसिक कल्याण पर केंद्रित एक सेमिनार 16 जुलाई, 2023 को इंडियन सोसाइटी ऑफ इंटरनेशनल लॉ, वी.के. कृष्णा मेनन भवन, नई दिल्ली में हुआ। इस सेमिनार में लगभग 300 लोक शामिल हुए। जयपुर, देहरादून जैसे दूर-दराज के शहरों सहित हरियाणा और पंजाब से भी कई पुरुष आए थे। पूरी तरह खचाखच भरा सभागार में अतिथि वक्ताओं और इंटरैक्टिव गतिविधियों की एक असाधारण सीरीज देखी गई, जो उपस्थित लोगों को एक अद्वितीय और समृद्ध अनुभव प्रदान की।
कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद IPC 498A, 376, घरेलू हिंसा अधिनियम और रखरखाव कानूनों जैसे विभिन्न जेंडर आधारित कानूनों पर कई प्रेजेंटेशन दी गई। स्पीच में वक्ताओं ने मुकदमेबाजी में सर्वोत्तम प्रथाओं, लिखित तर्क कैसे तैयार करें सहित अन्य विषयों के बारे में लोगों को जानकारी दी। इसके अलावा यदि किसी को ऐसे मामलों में गलत तरीके से फंसाया गया हो तो किसी गवाह और उससे जुड़े अन्य पहलुओं से जिरह करना, कानूनी मसौदा तैयार करने की विधि, झूठी गवाही, बच्चों की कस्टडी और मुलाकात आदि कुछ अन्य विषय भी थे, जिन पर चर्चा की गई।
दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइबर क्राइम द्वारा केंद्रीय प्रभाग के इंस्पेक्टर कुसुम दांगी के नेतृत्व में साइबर क्राइम के बारे में जागरूकता पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सेक्सटॉर्शन पर विशेष ध्यान दिया गया। उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक सलाह ने उपस्थित लोगों में बहुत रुचि पैदा की। PRAHS के डायरेक्टर डॉ. आशीष बावा द्वारा एक मानसिक स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कानूनी चुनौतियों का सामना करते हुए या रिश्ते के संकट से गुजरते हुए मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर एक ज्ञानवर्धक स्पीच देते हुए डॉ. बावा ने जीवन यात्रा के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला।
इस दौरान नाटकीय नाटक “अर्धविराम (Ardhviram)” MWT टीम द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसकी पटकथा एक पिता के इर्द-गिर्द घुमती है। इस प्ले में बताया गया कि जब बेटे की शादी नहीं हो पाई तो उसके परिवार को कैसे परेशान किया गया और बेटे को झूठे फंसाए जाने, वर्कप्लेस पर अपमानित होने और मीडिया में शर्मिंदा होने के बाद आत्महत्या कर ली गई। नाटक ने सशक्त कहानी का प्रदर्शन किया और दर्शकों से भावनात्मक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न कीं।
वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ एक पैनल चर्चा के दौरान वैवाहिक बलात्कार कानून (Marital Rape law) के व्यापक दुरुपयोग की संभावना और कैसे पुरुष अधिकार गैर सरकारी संगठन पुरुष पीड़ितों तक पहुंचने और ऐसे संकटों में उनकी मदद करने में सक्षम हो रहे हैं इस पर हुई।
पूरे दिन, उपस्थित लोगों ने क्वेश्चन सेशन में सक्रिय रूप से भाग लिया और सार्थक चर्चाओं में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने वक्ताओं से बहुमूल्य सलाह प्राप्त की। कार्यक्रम का समापन हार्दिक धन्यवाद के साथ हुआ, जिसमें सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया जिन्होंने इस कार्यक्रम को शानदार सफलता दिलाई।
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मीडिया संपर्क:
श्री अमित लखानी
अध्यक्ष, MWT
मोबाइल: 9811004578
ईमेल: menwelfaretrust@gmail.com
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