उत्तर प्रदेश (UP) के गोरखपुर जिले के गीडा इलाके में एक पत्नी द्वारा एक और पति की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर दुबई से कमाकर लौटे अपने पति की निर्मम हत्या कर दी। पति की हत्या गला दबाकर की गई थी। दुबई से लौटने के बाद यूपी की राजधानी लखनऊ से ही कातिल उसके पीछे पड़ गए थे। रास्ते में मौका नहीं मिलने पर उन्होंने उसके घर में ही उसकी हत्या कर दी। फिलहाल, पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, महिला के प्रेमी के दोस्त की तलाश जारी है, जो इस हत्याकांड में शामिल था।
क्या है पूरा मामला?
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, गोरखपुर जिले में गीडा थाना क्षेत्र के मल्हीपुर गांव में दुबई से कमाकर लौटे रामानंद विश्वकर्मा का शव 7 अप्रैल को एक पोखरे से बरामद हुआ था। पुलिस की शुरुआती जांच में यह मामला हत्या का लगा। पुलिस के मुताबिक, जांच में खुलासा हुआ कि रामानंद विश्वकर्मा की पत्नी सीतांजली ने अपने प्रेमी साफ्टवेयर इंजीनियर बृजमोहन विश्वकर्मा और प्रेमी के दोस्त अभिषेक के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दी।
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा
जांच में पता चला कि सीतांजली ने घरवालों के खाने में पहले नींद की गोली मिलाकर दी और फिर अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर पति की हत्या कर शव को पोखरे में फेंक दिया। पुलिस को शुरुआती जांच में ही इस बात का शक हो गया था कि जिस तरह से शव बरामद हुआ है, इससे एक बात तो साफ है कि शख्स की डूबने से मौत नहीं हुई। इस दौरान जांच में पता चला कि जहां से शव बरामद हुआ वहां कोई संघर्ष के निशान नहीं थे, जिस वजह से यह भी साफ हो गया कि हत्या पोखरे के पास तो नहीं की गई है। इसके बाद पुलिस ने उसकी पत्नी से पूछताछ शुरू कर घर में जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस के हाथ सीतांजली की डायरी लग गई, जिसमें उसने पति से खराब रिश्ते का कई जगह जिक्र किया था। उसी डायरी में पुलिस को एक तस्वीर मिली, जिसमें सीतांजली के साथ एक गैर शख्स था, जो उसका पति नहीं है। पुलिस ने फिर छत पर जांच की तो एक टूटा हुआ मोबाइल फोन मिला, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया। इसके बाद कड़ी से कड़ी जोड़कर पुलिस ने घटना का पर्दाफाश किया। दरअसल, टूटा हुआ मोबाइल बृजमोहन नाम के शख्स का था, जो इस हत्याकांड में शामिल था।
डूबने से मौत की रची फर्जी साजिश
घरवालों ने पहले दिन ही शव मिलने के बाद वह मान गए थे कि शख्स की डूबने से मौत हुई है, क्योंकि जब हत्याकांड को अंजाम दिया गया था तब घर में सभी मौजूद थे, इस वजह से किसी को कोई शक नहीं था। लेकिन, पुलिस को पहले दिन ही शक हो गया था। मौका-ए-वारदात की जांच के दौरान पुलिस को शक था कि इसकी हत्या की गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस की यह शक हकीकत में तब्दील हो गई। इसके बाद पुलिस ने रामानंद के पिता रामप्रीत विश्वकर्मा की शिकायत पर हत्या कर सबूत छिपाने की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू की और हत्याकांड का खुलासा किया। हत्याकांड का खुलासा होने के बाद घरवाले हैरान और परेशान हैं। जांच में शामिल पुलिस अधिकारियों को इनाम देकर पुरस्कृत किया गया।
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