मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पत्नी के रोज-रोज के तानों से परेशान होकर एक युवक रेलवे ट्रैक पर लेट गया। गनीमत रही कि RPF के गश्ती दल की नजर अचानक उस पर पड़ गई। टीम ने युवक को हटाया ही था कि धड़धड़ाते हुए एक ट्रेन गुजरी। अगर एक मिनट भी लेट हो जाता तो युवक की जान चली जाती। युवक ने हाथ जोड़कर अपनी गलती स्वीकार की और क्या करूं उसके तानों ने परेशान कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
दैनिक भास्कार के मुताबिक, अनिल अपनी दिव्यांग पत्नी और 2 बेटियों के साथ रहता है। वह ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता है। उसका आरोप है कि पत्नी बिना किसी बात के उससे रोज-रोज झगड़े करती है। यदि किसी दिन ऑटो लेकर लेट आता हूं तो इस बात पर ही झगड़ने करने लगती है। इतना ही नहीं उस पर शक करते हुए कहती है, आज इतना लेट क्यों हुए, कल तो जल्दी आ गए थे। किसी दिन कमाई कम हुई तो कहती है कल तो हजार रुपए कमाई हुई थी आज कम क्यों हुई? पैसे कहां खर्च कर दिया इत्यादी को लेकर झगड़ा करती रहती थी।
RPF जवानों ने बचाया
RPF SI रविंद्र सिंह राजावात ने भास्कर को बताया कि सोमवार शाम करीब 7.30 बजे अपने 2 सहयोगी प्रधान आरक्षक सुनील कुमार और आरक्षक जयदेव के साथ रेल यार्ड में गश्त कर लौट रहे थे। तभी हमने देखा कि एक युवक मेन ट्रैक पर लेट रहा है। इसके बाद हम लोग तत्काल दौड़े और उसे पकड़कर पटरी से हटाकर उसकी जान बचाई।
राजावात ने कहा कि हमने उसे ट्रैक से उठाया ही था कि एक मिनट के बाद ही झांसी से इटावा के बीच चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेन गुजरी। उन्होंने कहा कि अगर थोड़ा सा और लेट हो जाता तो उसकी जान चली जाती। RPF थाने में पूछताछ में उसने अपना नाम 30 वर्षीय अनिल बताया। वह किला गेट हजीरा में रहता है।
SI राजावात ने जब अनिल से पटरी पर लेटने का कारण पूछा तो उसने कहा, पत्नी से झगड़ा हो गया था। आत्महत्या करने के लिए पटरी पर लेट गया। उससे कहा कि खुदकुशी के बारे में न तो बच्चियों को पता है और ना ही पत्नी को। उसने राजवात से कहा कि आपने बचा लिया आपकी बड़ी कृपा…। बस अब मेरी बच्चियां अच्छे से पल जाएं।
पैसे को लेकर झगड़ा करती रहती है पत्नी
अनिल ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि घर में आर्थिक स्थिति सही नहीं है। पत्नी आए दिन विवाद करती रहती है। अनिल ने कहा, मैं इतना परेशान हो चुका था कि मरने का ख्याल आने लगा। खुदकुशी करने के इरादे से घर से निकला। ऑटो लेकर सीधे झांसी-इटावा लाइन पर जाकर लेट गया। हालांकि, जवानों ने उसे बचा लिया।
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