• होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?
Voice For Men
Advertisement
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
Voice For Men
No Result
View All Result
Home हिंदी कानून क्या कहता है

भारतीय समाज लिव-इन रिलेशन को नहीं स्वीकारता, रिश्ते टूटने के बाद महिला का अकेले रहना मुश्किल: इलाहाबाद HC

Team VFMI by Team VFMI
February 25, 2023
in कानून क्या कहता है, हिंदी
0
voiceformenindia.com

Not Allowing Spouse To Have Sexual Intercourse For A Long Time Amounts To Mental Cruelty: Allahabad High Court

12
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsappTelegramLinkedin

अपनी शादीशुदा लिव-इन पार्टनर से रेप के आरोपी शख्स को जमानत देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) ने हाल ही में कहा कि “लिव इन रिलेशनशिप’ टूटने के बाद एक महिला के लिए अकेले रहना बेहद मुश्किल है। कोर्ट ने कहा कि भारतीय समाज बड़े पैमाने पर ऐसे रिश्ते को स्वीकार्य नहीं करता है। इसलिए महिला के पास अपने लिव-इन पार्टनर के खिलाफ FIR दर्ज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

क्या है मामला?

लाइव लॉ के मुताबिक, जस्टिस सिद्धार्थ की पीठ ने आदित्य राज वर्मा की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए ये टिप्पणियां कीं, जिसे 24 नवंबर, 2022 को अपने लिव-इन पार्टनर से शादी करने के अपने वादे से मुकरने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

यह मामला एक पीड़िता विवाहित महिला का है। आरोप है कि वर्मा (आवेदक) उसके साथ पिछले डेढ़ साल से रह रहा था और वह उसके साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कारण गर्भवती हो गई थी। हालांकि, उसने बाद में महिला से शादी करने से इनकार कर दिया।

यह भी आरोप लगाया गया कि उसने पीड़िता की अश्लील तस्वीरें उसके पति को भेजीं। इसलिए उसने उसे अपने साथ रखने से मना कर दिया। दूसरी ओर आवेदक ने न्यायालय के समक्ष कहा कि पीड़िता बालिग है और उसने स्वेच्छा से ऐसे संबंध के परिणाम को समझते हुए लिव-इन संबंध में प्रवेश किया और ऐसा कोई आरोप नहीं है कि संबंध विवाह के वादे से शुरू हुआ।

हाई कोर्ट

दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जहां लिव-इन रिलेशनशिप के विनाशकारी परिणाम सामने आए हैं। इसके साथ ही अपराध की प्रकृति, साक्ष्य, अभियुक्त की मिलीभगत और आवेदक के वकील द्वारा किए गए सबूत और पुलिस द्वारा की गई एकतरफा जांच को ध्यान में रखते हुए न्यायालय उसे जमानत दे दी।

वौइस् फॉर मेंस के लिए दान करें!

पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।

इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।

योगदान करें! (80G योग्य)

हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.

सोशल मीडियां

Team VFMI

Team VFMI

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

योगदान करें! (80G योग्य)
  • Trending
  • Comments
  • Latest
mensdayout.com

पत्नी को 3,000 रुपए भरण-पोषण न देने पर पति को 11 महीने की सजा, बीमार शख्स की जेल में मौत

February 24, 2022
hindi.mensdayout.com

छोटी बहन ने लगाया था रेप का झूठा आरोप, 2 साल जेल में रहकर 24 वर्षीय युवक POCSO से बरी

January 1, 2022
hindi.mensdayout.com

Marital Rape Law: मैरिटल रेप कानून का शुरू हो चुका है दुरुपयोग

January 24, 2022
hindi.mensdayout.com

राजस्थान की अदालत ने पुलिस को दुल्हन के पिता पर ‘दहेज देने’ के आरोप में केस दर्ज करने का दिया आदेश

January 25, 2022
hindi.mensdayout.com

Swiggy ने महिला डिलीवरी पार्टनर्स को महीने में दो दिन पेड पीरियड लीव देने का किया ऐलान, क्या इससे भेदभाव घटेगा या बढ़ेगा?

1
voiceformenindia.com

साझा घर में बहू का कोई अपरिहार्य अधिकार नहीं है, ससुराल वालों को घर से बाहर नहीं किया जा सकता: दिल्ली हाई कोर्ट

0
hindi.mensdayout.com

Maharashtra Shakti Bill: अब महाराष्ट्र में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज करने वालों को होगी 3 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये का जुर्माना

0
http://hindi.voiceformenindia.com/

पंजाब और हरियाणा HC ने 12 साल से पत्नी से अलग रह रहे पति की याचिका को किया खारिज, कहा- ‘तुच्छ आरोप तलाक का आधार नहीं हो सकते’, जानें क्या है पूरा मामला

0
voiceformenindia.com

साझा घर में बहू का कोई अपरिहार्य अधिकार नहीं है, ससुराल वालों को घर से बाहर नहीं किया जा सकता: दिल्ली हाई कोर्ट

May 26, 2023
voiceformenindia.com

जीवनसाथी को लंबे समय तक यौन संबंध बनाने की अनुमति नहीं देना मानसिक क्रूरता के बराबर है: इलाहाबाद HC

May 26, 2023
voiceformenindia.com

हरियाणा: सेक्सटॉर्शन-सुसाइड केस में 6 महीने बाद नूंह से संदिग्ध गिरफ्तार, सुरक्षा गार्ड खुदकुशी मामले में पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे

May 26, 2023
voiceformenindia.com

UPSC CSE Result: ट्रेन दुर्घटना में दोनों पैर गंवाने वाले सूरज तिवारी ने पास की सिविल सेवा परीक्षा

May 26, 2023

सोशल मीडिया

नवीनतम समाचार

voiceformenindia.com

साझा घर में बहू का कोई अपरिहार्य अधिकार नहीं है, ससुराल वालों को घर से बाहर नहीं किया जा सकता: दिल्ली हाई कोर्ट

May 26, 2023
voiceformenindia.com

जीवनसाथी को लंबे समय तक यौन संबंध बनाने की अनुमति नहीं देना मानसिक क्रूरता के बराबर है: इलाहाबाद HC

May 26, 2023
voiceformenindia.com

हरियाणा: सेक्सटॉर्शन-सुसाइड केस में 6 महीने बाद नूंह से संदिग्ध गिरफ्तार, सुरक्षा गार्ड खुदकुशी मामले में पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे

May 26, 2023
voiceformenindia.com

UPSC CSE Result: ट्रेन दुर्घटना में दोनों पैर गंवाने वाले सूरज तिवारी ने पास की सिविल सेवा परीक्षा

May 26, 2023
वौइस् फॉर मेंन

VFMI ने पुरुषों के अधिकार और लिंग पक्षपाती कानूनों के बारे में लेख प्रकाशित किए.

सोशल मीडिया

केटेगरी

  • कानून क्या कहता है
  • ताजा खबरें
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • हिंदी

ताजा खबरें

voiceformenindia.com

साझा घर में बहू का कोई अपरिहार्य अधिकार नहीं है, ससुराल वालों को घर से बाहर नहीं किया जा सकता: दिल्ली हाई कोर्ट

May 26, 2023
voiceformenindia.com

जीवनसाथी को लंबे समय तक यौन संबंध बनाने की अनुमति नहीं देना मानसिक क्रूरता के बराबर है: इलाहाबाद HC

May 26, 2023
  • होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?

© 2019 Voice For Men India

No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English

© 2019 Voice For Men India