तीन साल बाद फिर से अपना परिचालन शुरू करने की तैयारियों में जुटी एयरलाइन जेट एयरवेज (Jet Airways) शुरुआती दौर में सिर्फ महिला चालक दल के साथ उड़ानों का संचालन करेगी। जेट एयरवेज ने रविवार को एक बयान में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि एक निश्चित परिचालन स्तर हासिल करने के बाद वह पुरुष चालक दल को भी उड़ानों के संचालन में लगाएगी।
इससे पहले विस्तारा एयरलाइन ने भी परिचालन शुरू होने के लगभग तीन साल बाद मार्च 2018 में पुरुष केबिन क्रू को काम पर रखना शुरू किया था। अप्रैल, 2019 से बंद पड़ी हुई जेट एयरवेज नए प्रवर्तक जालान-कलरॉक कंसोर्टियम के मातहत फिर से परिचालन शुरू करने की प्रक्रिया में है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि अभी मौजूदा स्टार्टअप चरण में हमारे केबिन क्रू में केवल महिलाएं हैं। लेकिन सबको समान अवसर देने वाले नियोक्ता के रूप में हमारे पास आगे चलकर केबिन क्रू के रूप में पुरुष भी होंगे।
कंपनी ने दी सफाई
जेट एयरवेज के सीईओ संजीव कपूर ने एक ट्विटर यूजर के इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ये एक तरह से लिंग भेद का ही दूसरा रूप होगा। एक ट्विटर यूजर ने पूछा था कि उनके केबिन क्रू में पुरुष क्यों हैं, जबकि वे महिलाओं को काम पर रखने से ईंधन में करोड़ों रुपये की बचत कर सकते हैं। ट्विटर यूजर ने एक ट्वीट में विभिन्न भारतीय एयरलाइनों को टैग किया और पूछा कि फिर भी उनके केबिन क्रू में पुरुष क्यों हैं?
उन्होंने ट्वीट किया कि यदि आप महिला केबिन क्रू के साथ काम करते हैं तो आप केबिन क्रू पर 100 किलो वजन कम कर सकते हैं। यदि प्रति उड़ान 1,000 रुपये बचाते हैं और यदि आप रोजाना 100 उड़ान संचालित करते हैं तो आप हर साल 3.65 करोड़ रुपये बचाएंगे।
सोशल मीडिया पर हंगामे के बीच, संजीव कपूर ने ट्विटर पर लिखा कि वास्तव में पुरुषों और पुरुषों की पत्रिकाओं को सोशल मीडिया पर जो कुछ भी पढ़ा जाता है, उसके आधार पर निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले थोड़ा और शोध करना चाहिए। खासकर जब वे जो पढ़ते हैं वह सच के विपरीत होता है।
अन्य एयरलाइन कंपनियां भी फीमेल को दे रही हैं वरीयता
वास्तव में, जब हमने थोड़ा और खंगाला, तो हमें पता चला कि फीमेल केबिन क्रू को दी जाने वाली हायरिंग वरीयता एक इंडस्ट्री का मानदंड है। यह केवल एक एयरलाइन तक सीमित नहीं है। यहां विस्तारा एयरलाइंस पर भी 2017 का एक समान लेख है।
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो सिर्फ महिला केबिन क्रू सदस्यों के साथ काम कर रही है। वहीं, विस्तारा और एयर इंडिया पुरुष केबिन क्रू सदस्यों को नियुक्त करते हैं। स्पाइसजेट, गो फर्स्ट और एयरएशिया इंडिया के चालक दल में भी पुरुष सदस्य हैं।
एमडीओ व्यावसायिक रूप से किसी भी ब्रांड को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करने के सख्त खिलाफ है। हमारा एकमात्र प्रयास समानता के नाम पर चल रहे तमाशे पर सवाल उठाना है।
आप इस विवाद पर अपनी टिप्पणी नीचे कर सकते हैं:
Jet Airways शुरुआती दौर में सिर्फ महिला चालक दल के साथ करेगा परिचालन, पुरुष केबिन क्रू को नहीं करेगा हायर
समानता समान होनी चाहिएhttps://t.co/CUUhUfIaSi
— वौइस् फॉर मेंन हिंदी (@voiceformenhind) May 10, 2022
ARTICLE IN ENGLISH:
https://mensdayout.com/jet-airways-wont-hire-male-cabin-crew-currently-here-is-their-official-statement/
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