प्रयागराज की एक फैमिली कोर्ट ने 11 जुलाई को उत्तर प्रदेश की चर्चित SDM ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) द्वारा अपने अलग रह रहे पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) से तलाक की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई 18 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि आलोक मौर्य एक सफाई कर्मचारी हैं। हालांकि, ज्योति मौर्य अदालत में उपस्थित नहीं हुईं। लेकिन उनके पति फैमिली कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुए और अपनी अलग रह रही पत्नी द्वारा दायर तलाक याचिका की एक कॉपी मांगी, ताकि वह उसी के जवाब में एक लिखित जवाब दाखिल कर सकें। फैमिली कोर्ट के जज ने उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तारीख 18 अगस्त तय की है। ज्योति मौर्य की ओर से फैमिली कोर्ट में अर्जी देकर कहा गया कि वह आज (11 जुलाई को) कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सकतीं, क्योंकि उन्हें छुट्टी नहीं मिल सकी है।
क्या है पूरा मामला?
आलोक मौर्य को 2009 में पंचायती राज विभाग में सफाई कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया था। कपल ने 2010 में शादी की थी। ज्योति ने बाद में UPPCS परीक्षा पास की और 2015 में SDM नियुक्त हुईं। ज्योति मौर्य पर पति आलोक मौर्य ने धोखा देने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद दोनों के बीच दूरियां काफी बढ़ गई हैं। सोशल मीडिया पर भारी आलोचनाओं के बाद ज्योति ने अपने अलग हो चुके पति पर चरित्र हनन करने के लिए सोशल मीडिया पर उनके प्राइवेट मैसेज को लीक करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने पति के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज कराया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “यह तलाक का एक साधारण मामला है। सोशल मीडिया ट्रायल अनावश्यक है।”
समझौते के लिए पति तैयार
टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) के मुताबिक, ज्योति के पति ने कोर्ट में कहा कि वह अपनी पत्नी से तलाक नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी दो बेटियों की खातिर वैवाहिक विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहते हैं। आलोक मौर्य का कहना है कि ज्योति मौर्य और उनके बीच 2010 से 2020 के बीच कोई दिक्कत नहीं थी। पूरा परिवार सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। लेकिन अचानक मनीष दुबे नाम एक अधिकारी की एंट्री के चलते उनके परिवार में बिखराव हुआ है। आलोक मौर्य ने पत्नी ज्योति से विवाद की वजह को सीधे तौर पर मनीष दुबे को ठहराया है। अब दोनों का मामला कोर्ट पहुंच गया है।
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