कर्नाटक (Karnataka) की एक फैमिली कोर्ट से पिछले महीने अगस्त में एक बेहद हैरान कर देने वाली घटना सामने आई थी। यहां एक व्यक्ति ने फैमिली कोर्ट के अंदर ही अपनी पत्नी की गला रेत कर हत्या कर दी। आरोपी शिवकुमार ने हत्या के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, उनकी पत्नी चैत्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। यह कपल मैरिज काउंसलिंग के लिए कोर्ट गया था।
क्या है पूरा मामला?
नरसीपुरा में कपल के बीच कलह को निपटाने के लिए फैमिली कोर्ट में सुनवाई की जा रही थी। जहां 28 वर्षीय पत्नी चैत्र और 32 वर्षीय पति शिवकुमार भी आए थे। एसपी आर श्रीनिवास गौड़ा ने मीडिया को बताया कि जज ने उनकी बात सुनने के बाद अदालत ने दंपति को सुनवाई की अगली तारीख दे दी।
अदालत ने कपल से अपनी तलाक की याचिका वापस लेने और अपने बच्चे के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मामले को शांतिपूर्वक निपटाने का आग्रह किया। करीब एक घंटे की काउंसलिंग के बाद दोनों अपनी तलाक की अर्जी वापस लेने और बच्चे की खातिर साथ रहने के लिए राजी हो गए।
एसपी ने बताया कि एक घंटे की काउंसलिंग के बाद चैत्र वॉशरूम गई। इसके बाद शिवकुमार भी पीछे-पीछे उसके पास चला गया और उसने चाकू से अपनी पत्नी की गर्दन काट दी। एसपी ने बताया कि हमारे स्टाफ ने उसे कृत्रिम सांस देकर एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल पहुंचाया। जब अस्पताल लाया गया, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी दोनों धमनियां कट गई थीं और गला कटा हुआ था। शिवकुमार को वहां के लोगों और पुलिस ने पकड़ लिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
हत्या का केस दर्ज
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 के तहत उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। हम यह भी जांच करेंगे कि वह अदालत के अंदर चाकू कैसे लाया और उसने हत्या की योजना कैसे बनाई।
उनके मुताबिक, पहले भी शिवकुमार के खिलाफ घरेलू हिंसा की FIR दर्ज की गई थी और इसी सिलसिले में पति-पत्नी के सौहार्दपूर्ण ढंग से रहने के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था की गई थी। हाालंकि, दोनों में से कोई भी मानने को तैयार नहीं था।
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