• होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?
Voice For Men
Advertisement
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
Voice For Men
No Result
View All Result
Home हिंदी ताजा खबरें

जजों को निर्वाचित सरकार की तरह चुनाव या सार्वजनिक जांच का सामना नहीं करना पड़ता: कानून मंत्री किरेन रिजिजू

Team VFMI by Team VFMI
January 27, 2023
in ताजा खबरें, हिंदी
0
voiceformenindia.com

Kiren Rijiju judicial appointments (Representation Image)

9
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsappTelegramLinkedin

सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति प्रक्रिया पर जारी बहस और तेज हो गई है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू (Union Law Minister Kiren Rijiju) ने सोमवार को कहा कि जजो को चुनाव नहीं लड़ना पड़ता है और न हीं उन्हें जनता का सामना करना पड़ता है। जबकि सरकार पर जनता की नजर हमेशा रहती है। जजो को जनता चुनकर न्यायपालिका नहीं भेजती है।

सरकार और न्यायपालिका के बीच जारी बहस पर कानून मंत्री ने कहा कि चुनी गई सरकार पर जनता की नजर हमेशा रहती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में सरकार पर जनता की नजर और बढ़ गई है। जनता के सवालों का भी सरकार को सामना करना पड़ता है। लेकिन न्यायपालिका में जज बनने के बाद ऐसा कुछ नहीं है। जजो को चुनाव का सामना करना नहीं पड़ता है और न हीं उन्हें जनता चुनकर भेजती है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रिजिजू ने कहा कि चूंकि जनता जजों का चुनाव नहीं करती है, इसलिए वे जजों को ‘बदल’ नहीं सकते हैं, जबकि सरकार का चुनाव करने के मामले वह ऐसा कर पाते हैं। उन्होंने न्यायपालिका पर बोलते हुए कहा कि जनता यह सबकुछ देख रही है। जनता न्यायपालिका के फैसलों, काम करने के तौर तरीकों और जजो द्वारा किए गए न्यायिक फैसलों पर पैनी नजर बनाए रखती हैं। न्यायपालिका के कामकाज का आकलन जनता करती है और अपनी राय भी बनाती है। रिजिजू ने कहा कि सोशल मीडिया के युग में आप कुछ भी छिपा नहीं सकते हैं।

रिजिजू ने कहा कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) ने सरकार से उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है जो जजों पर हमला कर रहे हैं या सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। कानून मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जजों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे तत्वों पर कार्रवाई करने के लिए चीफ जस्टिस ने सरकार से गुजारिश की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि चूंकि जजो की अपनी सीमाएं हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अक्सर होने वाली टिप्पणी के खिलाफ जज खुद का बचाव करने में सक्षम नहीं होते हैं। ऐसे में CJI ने सरकार से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वालो तत्वों पर कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

वौइस् फॉर मेंस के लिए दान करें!

पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।

इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।

योगदान करें! (80G योग्य)

हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.

सोशल मीडियां

Team VFMI

Team VFMI

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

वौइस् फॉर मेंन

VFMI ने पुरुषों के अधिकार और लिंग पक्षपाती कानूनों के बारे में लेख प्रकाशित किए.

सोशल मीडिया

केटेगरी

  • कानून क्या कहता है
  • ताजा खबरें
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • हिंदी

ताजा खबरें

voiceformenindia.com

कक्षा VII में महिला रिश्तेदार द्वारा मेरा यौन उत्पीड़न किया गया था, मैं लंबे समय तक परेशान रहा: एक्टर पीयूष मिश्रा

March 8, 2023
voiceformenindia.com

UP: बेटे और बहू के खराब बर्ताव से दुखी बुजुर्ग ने राज्यपाल के नाम की अपनी 1 करोड़ रुपये की संपत्ति

March 8, 2023
  • होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?

© 2019 Voice For Men India

No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English

© 2019 Voice For Men India

योगदान करें! (८०जी योग्य)