• होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?
Voice For Men
Advertisement
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English
No Result
View All Result
Voice For Men
No Result
View All Result
Home हिंदी कानून क्या कहता है

मद्रास हाई कोर्ट में नई-नई मां बनी युवा वकील माताओं के लिए होगी अलग से टाइम स्लॉट की व्यवस्था

Team VFMI by Team VFMI
July 6, 2022
in कानून क्या कहता है, हिंदी
0
voiceformenindia.com

Madras High Court Allows Lawyers Who Are Young Mothers To Request Time Slot As Per Their Choice

18
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterWhatsappTelegramLinkedin

मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court) ने सोमवार (4 जुलाई) को एक नोटिस जारी कर कहा कि जो भी वकील युवा मां है, वो कोर्ट को सूचित करने के बाद अपने केस को लड़ने के लिए एक टाइम (समय) स्लॉट मांग सकती हैं। मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै पीठ के जस्टिस जीआर स्वामीनाथन (Justice GR Swaminathan) ने बार के सदस्यों को सूचित किया कि महिला वकील द्वारा अदालत के अधिकारियों को सूचित करने के बाद ऐसा समायोजन किया जा सकता है।

हाई कोर्ट ने ये आदेश क्यों दिया?

लाइवलॉ की रिपोर्ट के अनुसार, अदालत ने ये निर्देश तब दिए जब एक पुरुष वकील ने अदालत से स्थगन की मांग की, क्योंकि उसे अपने बच्चे को स्कूल से लाना था। वकील ने कोर्ट से कहा कि वह शाम तक नहीं रुक सकता, क्योंकि साढ़े तीन बजे उसे अपने बच्चे को लाने जाना है। जस्टिस जीआर स्वामीनाथन ने कोर्ट में एक उदाहरण का भी उल्लेख किया।

जस्टिस जीआर स्वामीनाथन ने अपने नोटिस में बताया कि एक दिन एक मामले की सुनवाई उन्होंने 4 बजे तक के लिए एडजर्न की। इसे लेकर एक वकील ने गुजारिश की कि मामले की सुनवाई अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी जाए। कारण पूछने पर वकील ने कहा कि उन्हें दोपहर 3.30 बजे अपने बच्चे को स्कूल से लेकर आना है, इसलिए वह 4 बजे तक नहीं रूक सकता। जस्टिस स्वामीनाथन ने वकील की मांग पर सुनवाई को आगे के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद उन्होंने एक नोटिस जारी किया।

इन शर्तों का करना होगा पालन

नोटिस में उन्होंने लिखा कि इस घटना मुझे ये सोचने पर मजबूर कर दिया कि कितनी सारी महिला वकील कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही है। उन सभी की एक जैसी परेशानियां होंगी। कोर्ट ने कहा कि ये मेरा कर्तव्य है कि उन्हें टाइम स्लॉट दिया जाए। अदालत ने कहा कि ऐसी महिलाएं पहले से ही कोर्ट को बता कर स्लॉट बुक कर सकती हैं। हालांकि, एक शर्त ये है कि उन्हें अच्छे से तैयारी करनी होगी, जिससे कोर्ट में कम वक्त लगे। ये नोटिस सिर्फ इंडिपेंडेंट प्रैक्टिशनर्स के लिए ही है। जो पहले से ही ऑफिस में काम करते है उनके लिए नहीं है। कोर्ट ने कहा कि इस नोटिस में जारी किया गया आदेश आज (5 जुलाई 2022) से लागू हो जाएगा।

READ ORDER | Madras High Court Permits Lawyers Who Are Young Mothers To Demand Specific Time Slots For Arguments

वौइस् फॉर मेंस के लिए दान करें!

पुरुषों के लिए समान अधिकारों के बारे में ब्लॉगिंग करना या जेंडर पक्षपाती कानूनों के बारे में लिखना अक्सर विवादास्पद माना जाता है, क्योंकि कई लोग इसे महिला विरोधी मानते हैं। इस वजह है कि अधिकांश ब्रांड हमारे जैसे पोर्टल पर विज्ञापन देने से कतराते हैं।

इसलिए, हम दानदाताओं के रूप में आपके समर्थन की आशा करते हैं जो हमारे काम को समझते हैं और इस उद्देश्य को फैलाने के इस प्रयास में भागीदार बनने के इच्छुक हैं। मीडिया में एक तरफा जेंडर पक्षपाती नेगेटिव का मुकाबला करने के लिए हमारे काम का समर्थन करें।

योगदान करें! (80G योग्य)

हमें तत्काल दान करने के लिए, ऊपर "अभी दान करें" बटन पर क्लिक करें। बैंक ट्रांसफर के माध्यम से दान के संबंध में जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। click here.

सोशल मीडियां

Tags: in the lawMadras High Courtलिंग पक्षपाती कानूनसमानता समान होनी चाहिए
Team VFMI

Team VFMI

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

योगदान करें! (80G योग्य)
  • Trending
  • Comments
  • Latest
mensdayout.com

पत्नी को 3,000 रुपए भरण-पोषण न देने पर पति को 11 महीने की सजा, बीमार शख्स की जेल में मौत

February 24, 2022
hindi.mensdayout.com

छोटी बहन ने लगाया था रेप का झूठा आरोप, 2 साल जेल में रहकर 24 वर्षीय युवक POCSO से बरी

January 1, 2022
hindi.mensdayout.com

Marital Rape Law: मैरिटल रेप कानून का शुरू हो चुका है दुरुपयोग

January 24, 2022
hindi.mensdayout.com

राजस्थान की अदालत ने पुलिस को दुल्हन के पिता पर ‘दहेज देने’ के आरोप में केस दर्ज करने का दिया आदेश

January 25, 2022
hindi.mensdayout.com

Swiggy ने महिला डिलीवरी पार्टनर्स को महीने में दो दिन पेड पीरियड लीव देने का किया ऐलान, क्या इससे भेदभाव घटेगा या बढ़ेगा?

1
voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

0
hindi.mensdayout.com

Maharashtra Shakti Bill: अब महाराष्ट्र में यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज करने वालों को होगी 3 साल तक की जेल और 1 लाख रुपये का जुर्माना

0
https://hindi.voiceformenindia.com/

पंजाब और हरियाणा HC ने 12 साल से पत्नी से अलग रह रहे पति की याचिका को किया खारिज, कहा- ‘तुच्छ आरोप तलाक का आधार नहीं हो सकते’, जानें क्या है पूरा मामला

0
voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Bengaluru: ‘आंटी’ कहने पर भड़क गई महिला, ATM गार्ड को चप्पलों से पीटा

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Promotion of Women Officers: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘अदालतें भारतीय सेना को संचालित नहीं कर सकतीं, वह मामलों को नहीं चला सकता’

October 2, 2023

सोशल मीडिया

नवीनतम समाचार

voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Bengaluru: ‘आंटी’ कहने पर भड़क गई महिला, ATM गार्ड को चप्पलों से पीटा

October 2, 2023
voiceformenindia.com

Promotion of Women Officers: सुप्रीम कोर्ट ने कहा- ‘अदालतें भारतीय सेना को संचालित नहीं कर सकतीं, वह मामलों को नहीं चला सकता’

October 2, 2023
वौइस् फॉर मेंन

VFMI ने पुरुषों के अधिकार और लिंग पक्षपाती कानूनों के बारे में लेख प्रकाशित किए.

सोशल मीडिया

केटेगरी

  • कानून क्या कहता है
  • ताजा खबरें
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • हिंदी

ताजा खबरें

voiceformenindia.com

Section 125 CrPC: क्या है सीआरपीसी की धारा 125, जिसका भरण पोषण मामले में किया जाता है इस्तेमाल?

October 2, 2023
voiceformenindia.com

दिल्ली HC ने समझौते के बाद रद्द किय POCSO मामला, आरोपी के पिता को 10 सरकारी स्कूल के टीचरों के लिए फ्री हेल्थ चेकअप शिविर लगाने के दिए निर्देश

October 2, 2023
  • होम
  • हमारे बारे में
  • विज्ञापन के लिए करें संपर्क
  • कैसे करें संपर्क?

© 2019 Voice For Men India

No Result
View All Result
  • होम
  • ताजा खबरें
  • कानून क्या कहता है
  • सोशल मीडिया चर्चा
  • पुरुषों के लिए आवाज
  • योगदान करें! (80G योग्य)
  • Voice for Men English

© 2019 Voice For Men India