हमारा समाज दहेज प्रथा के खिलाफ पूरी मजबूती के साथ खड़ा है, लेकिन दुर्भाग्यवश दूसरी तरफ कई निर्दोष पुरुषों को धमकाकर और दबाव बनाकर पत्नियों को गुजारा भत्ता (पति की गलती के बिना) का भुगतान करवाया जाता है।
ऐसा ही एक दर्दनाक मामला अप्रैल 2021 में बेंगलुरु (Bengaluru) से सामने आया था, जब एक विवाहित व्यक्ति को तलाक के दौरान अपनी अलग हुई पत्नी को 20 लाख रुपये का भुगतान करने के लिए एक गैर सरकारी संगठन (NGO) द्वारा कथित रूप से दबाव डालकर उसे खुदकुशी करने को मजबूर किया गया था।
क्या है पूरा मामला?
30 वर्षीय मोहम्मद सलमान खान ने 2019 में रोहिनाज़ से शादी की थी। इस कपल का एक साल का बेटा था। मृतक पीड़िता के बहनोई यूसुफ पाशा ने बैंगलोर मिरर को बताया था कि सलमान अपने पिता के साथ शिवाजीनगर के एक कैफे में काम करते थे। जब कपल अपनी शादी के दूसरे वर्ष में थे, तब सलमान को पता चला कि उनकी पत्नी का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर है और इस तरह उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया।
जब रोहिनाज को पता चला कि उसके पति को इस अफेयर की जानकारी हो गई है तो वह शराब पीने का आरोप लगाकर तलाक के लिए दबाव बनाने लगी। यूसुफ ने आगे बताया कि रोहिनाज़ ने तब एक एनजीओ से संपर्क किया जो ‘महिलाओं के उत्थान’ के लिए काम कर रहे थे।
NGO ने पति को गुजारा भत्ता के लिए धमकाया
इस महिला अधिकारिता एनजीओ के संस्थापक शब्बीर ने अपने एक आपराधिक सहयोगी नवाज के साथ सलमान और उनके बुजुर्ग माता-पिता सहित पूरे परिवार को ऑफिस में आने के लिए कहा ताकि मामले को सुना और सुलझाया जा सके। यूसुफ के मुताबिक, शब्बीर ने सलमान और उनके परिवार को कई बार उनके ऑफिस बुलाया और फिर उन्हें धमकाना और डराना शुरू कर दिया।
यूसुफ ने कहा कि 13 अप्रैल, 2021 को शब्बीर और नवाज ने सलमान को रोहिनाज़ को बांड में 20 लाख रुपये का भुगतान करने की धमकी दी, नहीं तो एनजीओ 200-300 महिलाओं को परेशान करने के लिए भेज देगा। उन्होंने सलमान को यह भी बताया कि बेटे की कस्टडी मां के पास रहेगी, न कि उसके पास।
उसी शाम सलमान ने खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक के पिता अजमत खान ने शब्बीर और रोहिनाज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद दोनों पर आत्महत्या
आत्महत्या रोकथाम संपर्क डिटेल्स
पारिवारिक समस्याओं और झूठे मामलों की धमकियों के कारण संकट में पड़े पुरुष यहां दिए गए लिस्ट में से किसी भी गैर सरकारी संगठन से संपर्क कर सकते हैं। ये संगठन हैं मेन वेलफेयर ट्रस्ट (Men Welfare Trust), माय नेशन होप फाउंडेशन (MyNation Hope Foundation), सेव इंडियन फैमिली फाउंडेशन (Save Indian Family Foundation) और वास्तव फाउंडेशन (Vaastav Foundation)
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