UP Elections 2022: जब कोई कहता है कि “पुरुषों को पत्नियों द्वारा परेशान किया जा रहा है”, तो समाज की पहली प्रतिक्रिया (चाहें वह पुरुष हो या महिला) हा हा हा… के रूप में आता है। यह बहुत ही दुर्भाग्य बात है कि आजादी के 75 साल बाद भी भारत में पुरुषों के लिए जेंडर न्यूट्रल डोमेस्टिक वायलेंस लॉ नहीं है।
इस पहल को राजनीतिक रूप से आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव में एक ऐसी पार्टी सामने आई है जिसने ऐलान किया है अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो महिला कल्याण मंत्रालय की तर्ज पर पुरुष कल्याण मंत्रालय का गठन किया जाएगा। इस दल का मानना है कि पुरुषों का बहुत उत्पीड़न होता है। इस राजनीतिक पार्टी का नाम है ‘मेरा अधिकार राष्ट्रीय दल’ (MARD)।
यानी MARD को संक्षेप में मर्द भी कह सकते हैं। MARD पार्टी का साल 2018 में रजिस्ट्रेशन हुआ था। मर्द साल 2019 के लोकसभा चुनाव में लखनऊ और वाराणसी से अपने उम्मीदवार भी उतार चुकी है।
उम्मीदवारों का किया ऐलान
वहीं, इस बार पार्टी ने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बरेली, लखनऊ नॉर्थ, हंदिया, प्रयागराज और गोरखपुर के चोरी-चौरा से उम्मीदवार उतार दिए हैं और भविष्य में और भी उम्मीदवारों को उतारने की संभावना है।
MARD के राष्ट्रीय अध्यक्ष कपिल मोहन चौधरी (Kapil Mohan Chaudhary) ने बताया कि पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए जावेद हसन (बरेली), बृजेश अवस्थी (लखनऊ उत्तर), विनय कुमार सिंह (प्रयागराज में हंडिया) और सोनू राय (गोरखपुर में चौरी चौरा) को उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि आगे और भी उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं।
उत्पीड़ित पुरुषों के लिए मंत्रालय बनाने का वादा
पार्टी के घोषणापत्र के कुछ मुख्य बिंदुओं का उल्लेख करते हुए कपिल मोहन चौधरी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि हम अगर सत्ता में आए तो पुरुष कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय पुरुष आयोग का गठन किया जाएगा ताकि पुरुषों के मुद्दों पर भी विचार किया जा सके।
उन्होंने कहा कि पुरुषों की भलाई, सुरक्षा और गरिमा से संबंधित नीतियां उसी के अनुसार बनाई जाएंगी और पुरुष सुरक्षा विधेयक लाने का प्रयास किया जाएगा। चौधरी ने कहा कि कुछ पक्षपाती महिला कानूनों के खिलाफ ध्यान देने के लिए सरकार के स्तर पर ‘मेन्स हेल्पलाइन’ शुरू की जाएगी।
चौधरी ने चुनाव मैदान में उतरने का कारण बताते हुए कहा कि यह आधी आबादी (पुरुष) के साथ सहानुभूति रखने के लिए है। हम महिला सशक्तीकरण के बिल्कुल खिलाफ नहीं हैं, लेकिन, जब महिला सशक्तीकरण के नाम पर पुरुषों का उत्पीड़न शुरू होता है तो इसकी जरूरत महसूस होती है।
गुजारा भत्ता पर रुख
चौधरी ने कहा कि भारत में तलाक के रखरखाव नियमों के तहत मैरिटल सेपरेशन या तलाक के दौरान या बाद में अपने पति या पत्नी को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए गुजारा भत्ता (रखरखाव) एक कानूनी दायित्व है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आती है तो कानून बनेगा कि तलाक के बाद पति जो अपनी पत्नी को मैंटेनेंस का पैसा देता है वो टैक्स फ्री हो। चौधरी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के नाम पर पुरुषों का शोषण बंद होना चाहिए।
प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे पर सवाल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ नारे के बारे में पूछे जाने पर चौधरी ने कहा कि लड़ाई (Ladhai) शब्द का उपयोग करने का क्या मतलब है? यह ‘पढ़ाई’ (शिक्षा) हो सकता है। उनको लड़कियों को शिक्षित करना चाहिए। चौधरी ने कहा कि इस संदर्भ में हम ‘बेटी पढ़ाओ’ (अभियान) को समझ सकते हैं। चौधरी ने बीजेपी के कैंपेन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का समर्थन करते हुए उसे सही बताया।
पार्टी को महिलाओं का मिला समर्थन
यह दावा करते हुए कि पार्टी को महिलाओं का भी समर्थन प्राप्त है, वाराणसी से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके आशुतोष पांडेय ने कहा कि मेरी सभी प्रस्तावक (नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान) महिलाएं थीं। हल्के-फुल्के अंदाज में पांडे ने कहा कि हम लोगों को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 498 ए (दहेज उत्पीड़न) के लगातार दुरुपयोग के बारे में जागरूक कर रहे हैं। मुझे 498 सामान्य वोट और एक पोस्टल बैलेट मिला। दूसरे शब्दों में मुझे ‘498ए ‘ वोट मिले।
पार्टी ने किए अन्य वादे
पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि बच्चों को होम वर्क देने के बजाय गांव/कॉलोनी स्तर पर दादा-दादी पाठशाला बनाई जाएगी, जिसमें बच्चे अपने दादा-दादी के अनुभवों से सीख सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे दादा-दादी को अपना अकेलापन दूर करने में मदद मिलेगी और बच्चों को मोबाइल फोन की दुनिया से दूर करने में भी मदद मिलेगी। इससे सामाजिक ढांचे को मजबूती मिलेगी।
एमएआरडी प्रमुख ने यह भी कहा कि संयुक्त परिवार की परंपरा को मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कुल सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच होंगे और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
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ARTICLE IN ENGLISH:
MARD Party To Contest UP Elections 2022; Promises Ministry For Harassed Men If Voted To Power
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