क्रिकेटर मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) एक बार फिर अपनी निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में हैं। शमी की अलग रह रही पत्नी हसीन जहां (Hasin Jahan) ने एक स्पेशल लीव पिटीशन के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि तेज गेंदबाज के खिलाफ एक आपराधिक मामला “बिना किसी उचित परिस्थितियों के पिछले 4 वर्षों से गलत तरीके से रुका हुआ है”। बता दें कि कपल लगभग 5 साल से एक कड़वी वैवाहिक लड़ाई में उलझे हुए हैं, जबकि उनकी नाबालिग बेटी की कस्टडी मां के पास है।
क्या है पूरा मामला?
मोहम्मद शमी ने 2014 में पेशे से एक मॉडल हसीन जहां से शादी की थी। कपल जुलाई 2015 में एक बेटी के माता-पिता बन गए। यह हसीन जहां की दूसरी शादी थी, जबकि उनकी पहली शादी 2002-2010 में एक शेख सैफुद्दीन से हुई थी और पिछले पति से उनकी दो बेटियां हैं।
जहां ने साल 2018 में शमी पर घरेलू शोषण और एडल्ट्री का आरोप लगाया था और जादवपुर में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। हसीन जहां ने यहां तक आरोप लगाया कि शमी मैच फिक्सिंग में शामिल थे। हालांकि, क्रिकेटर ने सभी आरोपों से इनकार किया था।
शमी और उनके बड़े भाई हसीब अहमद से उसी साल महिला सेल द्वारा पूछताछ की गई थी और बाद में अलीपुर कोर्ट ने गेंदबाज के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिस पर सेशन कोर्ट ने रोक लगा दी थी।
मेंटेनेंस की मांग
2018 में अपने पति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के बाद हसीन जहां ने शमी से प्रति माह 10 लाख रुपये की मांग की थी, जिसमें 7 लाख रुपये प्रति माह उनके निजी खर्च और 3 लाख रुपये प्रति माह उनकी बेटी के भरण-पोषण के लिए शामिल थे।
जबकि फैमिली कोर्ट ने पहले बच्चे के भरण-पोषण के लिए प्रति माह 80,000 रुपये देने का आदेश दिया था। जनवरी 2023 में कोलकाता की अदालत ने जहां को प्रति माह 7 लाख रुपये की मांग के बदले 50,000 रुपये प्रति माह देने का आदेश दिया।
हसीन जहां ने सुप्रीम कोर्ट का किया रुख
अब हालिया घटनाक्रम में रखरखाव के आदेश के लगभग 4 महीने बाद हसीन जहां ने शीर्ष अदालत का रुख किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कोलकाता की सत्र अदालत ने शमी के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाने का आदेश पारित किया। हसीन जहां ने क्रिकेटर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
जहां की दलील
अपनी याचिका में हसीन जहां ने एक बार फिर आरोप लगाया है कि शमी (जिनकी सालाना आय कथित रूप से 7 करोड़ रुपये है) उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। पीटीआई के अनुसार, हसीन जहां ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि मोहम्मद शमी उनसे दहेज मांगा करते थे। जहां ने शमी पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का आरोप भी फिर दोहराया है। उन्होंने दावा किया है कि क्रिकेटर के दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध अभी भी जारी हैं। याचिका में कहा गया है कि खासकर BCCI दौरों पर शमी होटलों में सेक्स वर्कर के साथ यौन संबंध बनाते हैं। याचिका में लगाए गए आरोपों के अनुसार, अभी भी वेश्याओं के साथ यौन गतिविधियों में शामिल हैं।
जहां ने कलकत्ता हाई कोर्ट के 28 मार्च 2023 के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। हाई कोर्ट ने हसीन जहां और मोहम्मद शमी के बीच विवाद पर स्थानीय सत्र अदालत के फैसले को खारिज करने से इनकार कर दिया था। अब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि शमी उससे दहेज की मांग करते थे और वे वेश्याओं के साथ अवैध यौन संबंधों में लगातार शामिल रहे हैं। शमी ने पिछले दिनों कहा था कि अगर अदालत में उनके आरोप सही साबित हुए तो वह जहां से माफी मांगेंगे।
घटनाक्रम
– 2018 में जहां ने शमी के खिलाफ क्रिमिनल केस फाइल किया। हालांकि उनकी गिरफ्तारी पर रोक लग गई।
– 2018 जहां ने अपने और बेटी के लिए 7 लाख+ 3 लाख रुपये प्रति माह गुजारा भत्ते की मांग की।
– 2018 में कोर्ट ने बेटी के लिए 80 हजार रुपये प्रति माह की ग्रांट दी।
– जनवरी 2023 में कोर्ट ने जहां को 50 हजार रुपये प्रति माह का अनुदान दिया।
– मई 2023 में जहां ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
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